आज के इस कार्यक्रम में कोलकाता पश्चिम बंगाल के आशुतोष,औरैया उत्तर प्रदेश के काल्का प्रसाद कीरती प्रिय और छत्तीसगढ़ के आनन्द मोहन के पत्र शामिल हैं
कोलकाता पश्चिम बंगाल के आशुतोष ने अपने पत्र में पूछा है कि चीनी लोग अपने चहेते के रूप में बिल्ली को पालते हैं और उसे क्या खिलाते हैं?
जी हां, चीन में बहुत से लोग प्यारी सी बिल्लियां पालते हैं और उन के साथ अपने प्यारे बच्चों की तरह व्यवहार करते हैं.उन्हें जो खिलाया जाता है,वह काफी सावधानी से तय किया जाता है.हमारी एक मित्र है,जो वर्षों से एक सफेद बालों वाली और एक काले बालों वाली बिल्लियां पालती रही है.पूछने पर उन्हों ने बताया कि पालतू जानवरों के खाने-पीने का बहुत ध्यान रखना पड़ता है,खास तौर पर अगर आप के पास एक प्यारी सी बिल्ली है,तो आप की जिम्मेदारी औऱ भी बढ़ जाती है.बिल्लियों का भोजन कुछ इस तरह का होना चाहिए:
बिल्लियों को ज्यादा पोषक आहार की जरूरत होती है,इसलिए उन्हें खाने में ताजा चिकन और मीट दें.
बिल्लियों को ऐसा भोजन दें,जिस में पानी की अधिकता हो.अगर आप उन्हें ड्राई फूड दे रहें हैं,तो पेय पदार्थ की मात्रा बढा दें.
बड़ी उम्र की बिल्लियों को ज्यादा दूध नहीं दिया जाना चाहिए,क्यों कि ज्यादा दूध पीने से उन्हें हैजा हो सकता है.
खुद का खाना उन्हें बिल्कुल भी न दें.एक तो बिल्लियां यह खाना पचा नहीं पातीं और दूसरे वह उन के लिए पौष्टिक भी नहीं होता.
बिल्लियां ताजा घास भी बहुत खुश होकर खाती हैं और यह उन के पाचन-तंत्र के लिए भी अच्छी होती है.इसलिए आप उन्हें सुबह के वक्त किसी बाग में ले जाएं,जहां उन्हें ताजा हरी घास खाने को मिले.
बिल्लियों के खाने में चर्बी की मात्रा ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
अगर आप के पास समय कम है,तो ऐसे में आप बाजार में मिलने वाले कैट फूड से भी काम चला सकते हैं.कैट फूड वे आसानी से पचा लेती हैं और इन से आप की नाजुक बिल्लियों को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता.
बिल्लियों को इँफैक्शन जल्दी होता है,इसलिए उन के खाने-पीने के बर्तनों को रोजाना धोएं.
दोस्तो, अगर आप के पास बिल्ली है, तो आशा है कि उक्त सुझाव आप के लिए उपयोगी होंगे.लेकिन इस बात पर ध्यान दीजिए कि आप की बिल्ली और हमारे यहां की बिल्लियों के पलने के माहौल और मौसम में बड़ा फर्क होता है.मनुष्य की भांति विभिन्न परिवेश में पलने वाली बिल्लियों की भी खाने में अपनी-अपनी आदतें हैं.इसलिए आप अपनी बिल्ली को क्या खिलाएं,इस बात पर सोचते समय अपने यहां की वास्तविकता की अवहेलना नहीं करनी चाहिए.
औरैया उत्तर प्रदेश के काल्का प्रसाद कीरती प्रिय पूछते हैं कि चीन में कर्मचारियों को अवकाश प्राप्त होने पर क्या-क्या सुविधाएं दी जाती हैं?
चीन में हमारी जैसी सरकारी संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारियों को सेवानिवृत होने से पहले हर महीने अपने-अपने मूल वेतन का लगभग 5 प्रतिशत हिस्सा पेंशन-भत्ते के रूप में जमा कराना होता है.यह राशि उन के वेतन से काट ली जाती है.60 वर्ष की उम्र तक कर्मचारियों को यह हिस्सा देना होता है.साथ ही संस्थाएँ भी हर महीने अपने कर्मचारियों के विभिन्न मूल वेतन के अनुसार उन के लिए निश्चित अनुपात में पेंशन-भत्ते के रूप में पैसा जमा करती है.आम तौर पर कर्मचारियों को सेवानिवृति पर एक मुश्त रकम दी जाती है.इस तरह इन धन के बल पर कर्मचारी अवकाश प्राप्त करने पर निश्चिंत जीवन व्यतीत करना जारी रख सकते हैं और उन्हें वे सुविधाएं भी मिल सकती हैं,जो अवकाश प्राप्त होने से पहले मिलती थीं.
चीन में बुजुर्गों का सम्मान करने की परंपरा है.लगभग हर संस्था ने अपने सेवानिवृत कर्मचारियों के स्वस्थ जीवन के लिए योजना बनायी है.उदाहरणार्थ हमारी संस्था प्रतिवर्ष सेवानिवृत कर्मचारियों की नि:शुल्क मेडिकल जांच करवाती है और मुख्य त्यौहारों के मौकों पर या तो उन के लिए विशेष पार्टियों का आयोजन करती है या संस्था के विभिन्न स्तर के नेता उन के घर जाकर हालचाल पूछते हैं,आशीर्वाद लेते हैं तथा उपहार भेंट करते हैं.इस के अलावा आम दिनों में भी इन कर्मचारियों के लिए मिलन-समारोह और सैर-सपाटे के कार्यक्रमों का प्रबंध किया जाता है.संक्षेप में चीन में अधिकांश सेवानिवृत कर्मचारियों का जीवन सक्रिय और विविधतापूर्ण है.
छत्तीसगढ़ के आनन्द मोहन का प्रश्न है कि चीन में कितने प्रतिशत लोग विदेशों से आकर स्थाई निवास कर रहे हैं?
दोस्तो,यह सही आंकड़ा हमें कहीं से भी प्राप्त नहीं हो पाया है।हमारे निजी अंदाज के अनुसार यह प्रतिशत 0.5 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो सकता है।

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