पिछली शताब्दी के 80 वाले दशक में चीनी फिल्म-उद्योग का पुन:विकास शुरू हुआ। पांचवीं पीढ़ी के फिल्म-निर्देशकों ने खोजी महत्व की बहुत सी फिल्में बनाईँ,जो विदेशी फिल्म-समारोहों में पुरस्कृत की गयीं।सन् 1991 में श्री चांग ई-मो की फिल्म《लालटेंन》को वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म-समारोह में रजत-पुरस्कार मिला।दूसरे साल इसी फिल्म समारोह में उन की अन्य एक फिल्म《मुकदमा》ने स्वर्ण जीता।सन् 1994 में 《जीवन》नामक उन की फिल्म फ्रांस के केन्नस फिल्म-समारोह में चुनाव-समिति के पुरस्कार से सम्मानित की गयी।इधर के कुछ वर्षों में चीनी युवा पीढ़ी के फिल्म-निर्देशकों की फिल्मों को भी एक के बाद एक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
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