चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ 11 तारीख को सेशलस आदि 8 अफ्रीकी देशों की राजकीय यात्रा समाप्त कर विशेष विमान से पेइचिंग लौटे हैं। उन की पत्नी सुश्री ल्यू यूंग छींग और स्टेट कौंसुलर श्री थांग च्या श्वैन आदि भी उन के साथ स्वदेश लौटे ।
चीनी विदेश मंत्री श्री ली चाओ शींग ने 10 तारीख को राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ की इस अफ्रीका-यात्रा के बारे में कहा कि श्री हू चिन थाओ की अफ्रीका-यात्रा सारे अफ्रीका के उन्मुख मैत्री व सहयोग की यात्रा है । वह चीन-अफ्रीकी सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन के बाद चीन और अफ्रीका के बीच संबंधों में दूसरी अहम घटना है । यात्रा से चीन-अफ्रीका संबंधों पर दीर्घकालीन प्रभाव पड़ेगा । इस से यह जाहिर है कि शांतिपूर्ण , सामंजस्यपूर्ण तथा वैज्ञानिक विकास के रास्ते पर चल रहा चीन , विश्व शांति व विकास को बढ़ाने की महत्वपूर्ण शक्ति ही है । चीनी राष्ट्र मानव की सभ्यता और प्रगति के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान करेगा ।
11 दिनों की अपनी अफ्रीका-यात्रा के दौरान श्री हू चिन थाओ कैमरून , लीबिरिया , सूडान, जांबिया, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका , मोजांबिक और सैशलस गए । उन्हों ने उक्त 8 देशों के राजनेताओं के साथ भेंट-वार्ताएं कीं । उन्हों ने द्विपक्षीय संबंधों के आगे विकास, चीन-अफ्रीकी सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन में प्राप्त उपलब्धियों के कार्यांवयन तथा कुछ समान दिलचस्पी वाले अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर विचारों का आदान प्रदान किया और भेंट-वार्ताओं में व्यापक सहमति बनी ।
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