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(GMT+08:00) 2007-02-09 15:19:01    
श्री हु चिनथाओ की मोजाम्बिक यात्रा शुरू

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चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने आठ तारीख को मोजाम्बिक की राजधानी मापुटो पहुंच कर वहां की राजकीय यात्रा शुरू की ।

मोजाम्बिक दक्षिण पूर्व अफ्रीका में स्थित है , उस की स्वतंत्रता से पहले ही चीन ने मोजाम्बिक मुक्ति संगठनों के राष्ट्रीय स्वतंत्रता संघर्ष का समर्थन किया । वर्ष 1975 की 25 जून को मोजाम्बिक की स्वतंत्रता के दिन चीन और मोजाम्बिक के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुआ। इस के बाद के तीस से ज्यादा सालों में दोनों देशों की जनता में गहरी दोस्ती कायम रही । चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ की मौजूदा यात्रा किसी चीनी राजाध्यक्ष की पहली मोजाम्बिक यात्रा है , जिस का मोजाम्बिक सरकार और जनता ने जोशीला स्वागत किया ।

चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ के मोजाम्बिक की राजधानी मापुटो पहुंचने के बाद मोजाम्बिक के राष्ट्रपति ग्येबुजा ने खुद हवाई अड्डे पर जा कर उन का स्वागत किया और हवाई अड्डे पर उन के स्वागत में एक शानदार रस्म का आयोजन किया ।

हजारों मोजाम्बिक नागरिकों ने तेज धूप में नाचते गाते हुए श्री हु चिनथाओ के आगमन का स्वागत किया ।

मोजाम्बिक संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित विश्व के अति गरीब देशों में से एक है , लम्बे अरसे से चीन यथाशक्ति से उसे तरह तरह की सहायता देता आया है । चीन ने उस के लिए संसद भवन , सेन्य कमान की नई रिहाइशी बस्ती , विदेश मंत्रालय का कार्यालय और अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन केन्द्र निर्मित किए और वर्ष 2006 के शुरू में चीन ने उस के राष्ट्रीय स्टेडियम के निर्माण में सहायता देने की भी मंजूरी दी ।

मापुटो पहुंचने के बाद श्री हु चिनथाओ ने तुरंत मोजाम्बिक राष्ट्रपति ग्येबुजा के साथ वार्ता की । वार्ता के बाद दोनों राज्याध्यक्षों ने मिल कर दोनों देशों के बीच आर्थिक तकनीकी , कृषि , शिक्षा व खेल आदि के क्षेत्रों में आठ सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर रस्म में भाग लिया । उन्हों ने संवादादाता सम्मेलन में भाषण भी दिये । श्री हु चिनथाओ ने कहाः

मेरी मोजाम्बिक यात्रा का मकसद चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन में प्राप्त उपलब्धियों को मूर्त रूप देना , दोनों देशों की परम्परागत मैत्री को बढ़ाना और व्यवहारिक सहयोग का विस्तार कर साझा विकास पाना है । अभी मैं ने राष्ट्रपति ग्येबुजा के साथ वार्ता की और दोनों देशों में मैत्री व सहयोग के आगे विकास पर व्यापक सहमति प्राप्त की । हम दोनों इस पर सहमत हुए हैं कि दोनों पक्षों में उच्च स्तरीय आवाजाही बरकरार रखी जाएगी , आर्थिक व्यापारिक सहयोग को गहराई में ले लिया जाएगा , सांस्कृतिक आदान प्रदान विस्तृत किया जाएगा और अन्तरराष्ट्रीय मामलों में समन्वय मजबूत किया जाएगा । दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित सिलसिलेवार दस्तावेज दोनों के व्यवहारिक सहयोग का ठोस द्योतक है ।

श्री हु चिनथाओ ने घोषणा की कि पेइचिंग शिखर सम्मेलन की कामयाबियों को साकार करने और मोजाम्बिक के आर्थिक विकास व जन जीवन के सुधार का समर्थन करने के लिए चीन ने मोजाम्बिक पर लगे सभी चीनी सरकारी ब्याज रहित कर्जों को माफ करने तथा चीन को आयात करने वाले मोजाम्बिकी तिजारती मालों को शून्य चुंगी दर की सुविधा बढ़ाने का फैसला किया । चीन मोजाम्बिक में कृषि तकनीकी मिसाल केन्द्र , नए ग्रामीण स्कूल और मलेरिया चिकित्सा केन्द्र भी बनाएगा और मोजाम्बिक के लिए चीन का बाजार और विस्तृत खोलेगा । श्री हु चिनथाओ ने कहा कि मुझे विश्वास है कि दोनों पक्षों के समान प्रयासों से चीन मोजाम्बिक मैत्री व सहयोग का और उज्जवल भविष्य आएगा ।

राष्ट्रपति ग्येबुजा ने संवाददाता सम्मेलन में कहाः

राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ की मौजूदा यात्रा दोनों देशों के बीच दीर्घकालीन दोस्ती का परिणाम है , जिस से जाहिर है कि चीन मोजाम्बिक गणराज्य पर बड़ा महत्व देता है । इतिहास में चीन ने हमारे देश को भारी सहायता दी थी, साथ ही अन्य बहुत क्षेत्रों में भी मोजाम्बिक को मदद दी है । हम दोनों ने अन्तरराष्ट्रीय स्थिति पर गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान किया है और यह सहमति प्राप्त की है कि दोनों को विश्व शांति व सुरक्षा के लिए प्रयत्न करना चाहिए । विश्व शांति व सुरक्षा अन्तरराष्ट्रीय समाज के विकास तथा जनता के कल्याण के लिए अपरिहार्य शर्त है । हम द्विपक्षीय संबंधों के आगे विकास पर सहमत हुए है । आज जो दस्तावेजों पर हस्ताक्षर हुए है , वे मोजाम्बिक के राष्ट्रीय विकास तथा गरीबी उन्मूलन के लिए भारी योगदान कर सकेंगे ।