चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ इन दिनों दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर हैं , इस के दौरान उन्हों ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति मबेकी के साथ वार्ता की और संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन बुलाया ।
दक्षिण अफ्रीका की राजनीतिक राजधानी प्रिटोरिया में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने सर्वप्रथम दक्षिण अफ्रीका सरकार व जनता को धन्यावाद औक शुभकामनाएं दीं । श्री हु चिनथाओ ने कहा कि उन्हों ने राष्ट्रपति मबेकी के साथ मैत्रीपूर्ण व सौहार्दपूर्ण बातचीत की है और दोनों पक्षों ने राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद दोनों देशों के संबंधों के विकास और प्राप्त कामयाबियों का सिन्हावलोकन किया और दोनों देशों के संबंधों के विकास में प्राप्त उपलब्धियों पर संतोष प्रकट किया है । उन्हों ने कहाः
भविष्य की ओर देखते हुए हम ने रणनीतिक दृष्टिकोण से चीन दक्षिण अफ्रीका संबंधों का विकास करने पर सहमति प्राप्त की है । दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय आवाजाही और आपसी राजनीतिक विश्वास बढाने , आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को मजबूत कर साझी सफलता पाने तथा चीन दक्षिण अफ्रीका के रणनीतिक सहयोग साझेदारी संबंध को एक नए स्तर पर पहुंचाने की कोशिश करना चाहिए ।
संवाददाता सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति मबेकी ने कहा कि इस साल चीन और दक्षिण अफ्रीका के बीच राजनयित संबंध कायम हुए दस साल हो गया है । पिछले दस साल के अल्प समय में चीन दक्षिण अफ्रीका के पहले दस आर्थिक सहयोग साझेदारों में से एक बन गया । दक्षिण अफ्रीका चीन दक्षिण अफ्रीका के मैत्रीपूर्ण सहयोग को आगे विकसित करने को तैयार है और अगले चरण में दोनों के बीच व्यापार , निवेश , मानव संसाधनों के विकास तथा तकनीकी हस्तांतरण के क्षेत्रों में ठोस सहयोग के कदम सोच करेंगे ।
श्री मबेकी ने संवाददाताओं के प्रश्नों के उत्तर में चीन दक्षिण अफ्रीका के आर्थिक सहयोग के आगे विकास की आशा जतायी और कहाः
जाहिर है कि चीन विश्व में हमारे सब से महत्वपूर्ण व कुंजीभूत आर्थिक साझेदारों में से एक है । हम चाहते हैं कि इस महत्वपूर्ण संबंधों को सुदृढ़ किया जाए । बेशक हम दोनों देशों के संबंध बहुत मजबूत है ।
पिछले साल के नवम्बर में चीन में आयोजित चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन पर प्रश्नों के उत्तर में चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने कहा कि चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग सम्मेलन में पेइचिंग घोषणा पत्र और पेइचिंग कार्यवाही योजना दो अहम दस्तावेज पारित किए गए , जिन में राजनीतिक तौर पर आपसी विश्वास , आर्थिक सहयोग में साझी विजय तथा सांस्कृतिक क्षेत्र में आदान प्रदान का नया चीन अफ्रीका रणनीतिक साझेदारी संबंध निश्चित किया गया है और आने वाले तीन सालों के लिए सहयोग का रूपरेखा तय किया गया । इस शिखर सम्मेलन ने चीन , अफ्रीका और अन्तरराष्ट्रीय क्षेत्र पर व्यापक व सकारात्मक प्रभाव डाला है । चीन पेइचिंग सम्मेलन में प्राप्त सहमतियों को मूर्त रूप देने पर बड़ा ध्यान देता है । और सम्मेलन के बाद चीन ने तुरंत कार्यान्वय के लिए योजना बनाना शुरू किया ।
श्री हु चिन थाओ ने कहा कि उन की मौजूदा आठ अफ्रीकी देशों की यात्रा का उद्देश्य अफ्रीकी देशों के नेताओं के साथ पेइचिंग शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों को अमल में लाने पर विचार विमर्श करना है । उन्हों ने कहाः
आपसी लाभ , मैत्रीपूर्ण सलाह और अच्छे व्यवहार के सिद्धांत के मुताबिक हम सर्वप्रथम अफ्रीकी देशों के कर्जों को माफ कर देंगे , उन्हें शून्य चुंगी दर की सुविधा देंगे और अफ्रीका में कुछ ग्रामीण स्कूल , कृषि मिसाल केन्द्र तथा मलेरिया नियंत्रण केन्द्र स्थापित करेंगे , ताकि अफ्रीकी देशों व जनता को जल्द ही लाभ मिलेगा । चीन सरकार अपने वायदे के पक्के है , हम जरूर अपने वचनों का पालन करेंगे और पेइचिंग शिखर सम्मेलन में घोषित आठ नीतिगत कदमों को अमली जामा पहनेंगे ।
चीन अफ्रीका व्यापार और मानवाधिकार के बारे में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में श्री हु चिन थाओ ने कहा कि चीन दक्षिण अफ्रीका तथा अफ्रीका के दक्षिण भाग के देशों के साथ आर्थिक व्यापारिक सहयोग का और विकास करने को तैयार है और मुक्त व्यापार क्षेत्रों के निर्माण को गति देगा । मानवाधिकार के बारे में श्री हु ने दोहराया कि चीन संयुक्त राष्ट्र चार्टर व सिद्धांत के अनुसार चीन हमेशा दूसरे देशों के घरेलू मामलों में हस्ताक्षेप नहीं करता है, और अपनी विचारधारा व व्यवस्था को जबरन नहीं थोप देता है और चीन अफ्रीकी देशों में जनवाद के विकास , अच्छे प्रशासन तथा बेहतर आर्थिक विकास व सामाजिक प्रगति का समर्थन करता है , लेकिन ठोस मामलों पर चीन अफ्रीकी जनता के विकल्प तथा अफ्रीकी देशों के स्वतंत्र निर्णय का सम्मान करता है ।
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