चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने स्थानीय समय के अनुसार तीन तारीख को लुसाका में जाम्बियाई राष्ट्रपति मुवानावसा के साथ वार्ता की , जिस में दोनों पक्षों ने चीन और जाम्बिया की जनता के बीच आपसी समझदारी व विश्वास बढ़ाने तथा चीन जाम्बिया संबंधों का उज्जवल भविष्य खोलने पर सहमति प्राप्त की ।
जाम्बिया की राजधानी लुसाका शहर के केन्द्र में स्थित राष्ट्रपति भवन में तीन तारीख को वहां की राजकीय यात्रा कर रहे चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ और जाम्बिया के राष्ट्रपति मुवानावसा के बीच वार्ता हुई। वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने मिल कर संवाददाताओं को साक्षात्कार दिया ।
साक्षात्कार में चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने कहा कि दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद पिछले 42 सालों में चीन जाम्बिया संबंधों का उम्दा विकास हुआ , दोनों देशों के पुराने नेताओं द्वारा संस्थापित चीन जाम्बिया मैत्रीपूर्ण संबंध परिवर्तनशील अन्तरराष्ट्रीय स्थितियों और देशीय बदलाव की परीक्षा में खरे उतरे है और परिपक्कव हो गये है । श्री हु चिनथाओ ने कहाः
चीनी और जाम्बियाई जनता में गहरी परम्परागत दोस्ती चली आयी है , इधर के सालों में दोनों पक्षों के समान प्रयासों से यह परम्परागत दोस्ती और विकसित व गहरी हो गयी । दोनों देशों के बीच व्यापार की रकम भी तेजी से बढ़ी , जो पिछले साल 37 करोड़ अमरीकी डालर से अधिक हो गयी । चीन जाम्बिया का तीसरा बड़ा निवेश देश बन गया है और निवेश के क्षेत्र में कृषि, दूर संचार, बुनियादी संस्थापन , खान खुदाई तथा वित्त आदि शामिल हुए । चीन और जाम्बिया अन्तरराष्ट्रीय मामलों में भी घनिष्ट सहयोग कर रहे हैं और मिल कर विकासशील देशों के उचित हितों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं । जाम्बिया सरकार एक चीन की नीति पर कायम रहते हुए चीन के पुनरेकीकरण का समर्थन करती है और अन्तरराष्ट्रीय मामलों में चीन को मूल्यवान समर्थन देती है । चीन जाम्बिया जैसा अच्छा दोस्त और भाई मिलने पर खुश है ।
श्री हु चिनथाओ ने कहा कि गत नवम्बर में चीन सरकार ने चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी देशों के साथ व्यवहारिक सहयोग बढ़ाने तथा अफ्रीकी देशों के विकास का समर्थन करने वाली आठ नीतियां घोषित की । चीन पेइचिंग शिखर सम्मेलन में प्राप्त सहमतियों को मूर्त रूप देने पर बड़ा ध्यान देता है और संबंधित देशों के साथ प्रबल कदम उठाएगा , ताकि इन नीतियों से अफ्रीकी जनता को जल्दी ही कल्याण मिल सके । श्री हु ने कहाः
चीन अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों को मजबूत करने के लिए चीन ने जाम्बिया पर लगे 2005 के अंत तक चुकाने वाले चीन सरकार के ब्याज रहित सभी कर्जों को माफ करने का निर्णय लिया है , इस के अलावा चीन चीन को निर्यात किए जाने वाली सभी जाम्बियाई तिजारती चीजों को शून्य चुंगी दर की सुविध प्राप्त मुद्दों की संख्या को 190 से बढ़ा कर 442 कर देगा , जाम्बिया में चीनी आर्थिक व्यापारिक सहयोग क्षेत्र स्थापित करेगा , चीनी कारोबारों को जाम्बिया में पूंजी निवेश के लिए आने का प्रोत्साहन देगा , एंडोला शहर में एक स्टेडियम के निर्माण में सहायता देगा , जाम्बिया के लिए एक कृषि तकनीकी मिसाल केन्द्र , दो देहाती स्कूल , एक अस्पताल तथा एक मलेरिया चिकित्सा केन्द्र बनाएगा । वर्ष 2007 और 2008 में चीन जाम्बिया को 117 चीनी सरकारी छात्रवृत्ति प्रदान करेगा और जाम्बिया में चीनी कृषि विशेषज्ञ और युवा स्वयंसेवक भेजेगा ।
जाम्बियाई राष्ट्रपति मुवानावसा ने कहा कि श्री हु चिनथाओ की मौजूदा यात्रा से जाहिर है कि आपसी सम्मान , मैत्री व सहयोग के आधार पर कायम जाम्बिया चीन मैत्री संबंध लगातार बढ़ता जा रहा है । चीन संजिदगी के साथ पेइचिंग शिखर सम्मेलन में दिए अपने वचनों का पालन कर रहा है । उन्हों ने कहाः
चीन हमेशा जाम्बिया के विभिन्न विकास कार्यों का समर्थन करता आया है , उस ने जाम्बिया के संबद्ध कर्जों को माफ कर दिया था , इस बार फिर 6 करोड़ 13 लाख 50 हजार चीनी य्वान के कर्ज को माफ कर दिया । चीन ने जाम्बिया में आर्थिक व्यापारिक सहयोग क्षेत्र खोलने का फैसला किया , जिस के लिए 80 करोड़ अमरीकी डालर की पूंजी लगाएगा ,यह जाम्बिया के आर्थिक विकास के लिए भारी सहायता है और जाम्बिया के रोजगारों के मौकों को बढ़ाएगा , गरीबी मिटाने में मदद देगा और जाम्बिया को सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य को पूरा करने में सक्रिय बढ़ावा देगा । श्री मुवानावसा ने कहा कि जाम्बिया दृढता के साथ एक चीन की नीति लागू करेगा और चीन के पुनरेकीकरण का समर्थन करता रहेगा।
|