चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की यात्रा की पूर्व वेला में जाम्बिया के नेताओं और दक्षिण अफ्रीका के अधिकारियों ने अलग-अलग तौर पर चीन और अफ्रीका के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध व सहयोग का उच्च मूल्यांकन किया।
जाम्बिया के राष्ट्रपति म्वानावासा ने दो तारीख को राजधानी लुसाका में कहा कि चीन सक्रिय रूप से जाम्बिया की राय सुनता है और अनेक क्षेत्रों में जाम्बिया की सहायता करता है । चीन द्वारा जाम्बिया को प्रदत्त सहायता देखी जा सकती है । उन्होंने कथाकथित अफ्रीका के प्रति चीन की रूचि एक अलग किस्म की उपनिवेशवाद वाली दलील का खंडन किया और कहा कि उपनिवेशवाद का अर्थ अफ्रीका के संसाधनों की लूट खसोट कर अफ्रीकी जनता को गरीब बनाना है । लेकिन चीन ने अफ्रीका में बड़ी मात्रा में पूंजी निवेश किया, जिस से रोजगार के मौके ज्यादा हो गये और अफ्रीकी जनता के जीवन स्तर को उन्नत हुआ ।
दक्षिण अफ्रीका के उप विदेश मंत्री श्री पहाद ने इसी दिन जॉहान्नेस्बर्ग में कहा कि चीन अफ्रीकी सहयोग के गहरे विकास से विश्व के अन्य देश समानता व आपसी लाभ तथा सहयोग व समान जीत का अर्थ समझते हैं , जिस से उन की अफ्रीका नीति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा । उन्होंने कहा कि चीन अफ्रीका सहयोग मंच का पेइचिंग शिखर सम्मेलन कुछ समय पूर्व समाप्त हुआ, अब चीन और अफ्रीका को शिखर सम्मेलन में विकास को आगे बढ़ाने के लिए सम्पन्न विभिन्न प्रस्तावों को मूर्त रूप देना चाहिए। श्री हू चिन थाओ ऐसी महत्वपूर्ण कड़ी पर अफ्रीका की यात्रा पर आ रहे हैं।
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