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(GMT+08:00) 2007-02-02 14:16:32    
खूबसूरत वेवूर लड़की गुलपिया

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दोस्तो , हाल ही में आयोजित राष्ट्रीय मॉडल प्रतियोगिता में सिन्चांग की सुन्दरी सुश्री गुलपिया ने अपनी खूबसूरती और श्रेष्ठ नृत्य प्रदर्शन से दस श्रेष्ठ मॉडल पुरस्कार और निर्णायक कमेटी का विशेष पुरस्कार जीते , जिस ने देश के मॉडलिंग क्षेत्र का ध्यान आकर्षित किया ।

वर्ष 2006 के नवम्बर माह में चीन की तीसरी राष्ट्रीय मॉडल चयन प्रतियोगिता दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत के समुद्रतटीय शहर सानया में हुई । देश के विभिन्न स्थानों से आई 48 मॉडलों ने अंतिम प्रतिस्पर्धा में भाग लिया । स्वीमिंग ड्रैस , फैशनेबल ड्रैस और नाइट गाउन जैसी कई इवेंटों में प्रतिस्पर्धा के बाद मॉडलों में सब से कम उम्र वाली लड़की , सिन्चांग से आई 14 वर्षीय सुन्दरी गुलपिया ने दस श्रेष्ठ मॉडल पुरस्कार और निर्णायक कमेटी का विशेष पुरस्कार प्राप्त किए ।

लम्बी सुगठित , सुन्हरे बालों , बड़ी चमकती आंखों और तीखे नख शिख वाली वेवूर युवती की हर खूबसूरती और मोहनी सुश्री गुलपिया में जीवंत झलकती है । गुलपिया के कला प्रदर्शन ने भी निर्णायकों और दर्शकों की वाहवाही लूटी।

मॉडलिंग फैशन प्रतियोगिता के दो पुरस्कार मिलने पर सुश्री गुलपिया को बड़ी खुशी हुई और शांत मनोभाव भी व्यक्त हुआः

उस ने कहा कि प्रतियोगिता में मुझे तनाव महसूस नहीं हुआ , क्योंकि मेरा मनोबल सशक्त होता है । दूसरी लड़कियां भी बहुत अच्छी हैं , लेकिन मेरी उम्र छोटी है , मेरे लिए मौके ज्यादा है , इस बार जीत नहीं होती , तो अगला मौका भी आगे हो , अतः मुझ पर दबाव बहुत कम है , ऐसी मनोस्थिति में आसानी से श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकती हूं ।

सुश्री गुलपिया सिन्चांग के ऊरूमुची शहर के नम्बर 72 मिडिल स्कूल की छात्रा है , उसे गाने और नाचने का बड़ा शौक है। सिन्चांग क्षेत्र की प्रतियोगिता में उस ने प्रथम स्थान जीता और वेवूर जातीय नाच गान के सुन्दर प्रदर्शन ने उसे राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कामयाबी हासिल करायी।

प्रतियोगिता के कला प्रदर्शन की कड़ी में उस ने सिन्चांग की वेवूर जाति का नृत्य किया , जिस की गति तेज और उल्लासपूर्ण है और भाव भंगिमा खूबसूरत और मनमोहक है , उस ने सभी दर्शकों को मदहोश कर दिया है ।

उस का नृत्य कार्यक्रम उस की माता ने विशेष तौर पर बनाया है, प्रतियोगिता की पूरी प्रक्रिया में उस के मां बाप उस के साथ थे । अपना अनुभव बताते हुए उस की मां बहारगुली ने कहाः

प्रतियोगिता के दौरान हम भी उस के साथ थे , यह बहुत खुशी की बात है कि प्रतियोगिता ने उसे तपतपाया है और उसे अपनी योग्यता दिखाने का मौका प्रदान किया है । बेशक पुरस्कार मिलने पर हमें और बड़ा आनंद प्राप्त हुआ है , हमें उस पर बहुत गर्व हुआ है ।

रमणी मॉडलिंग प्रतियोगिता शीर्षक यह राष्ट्रीय मॉडल प्रतियोगिता चीनी वस्त्र डिजाइन सोसाइटी व चीनी पेशेवर मॉडल कमेटी द्वारा आयोजित की जाती है , जो हर साल एक बार होती है । पेशेवर तथा शौकिन दोनों प्रकार के मॉडल भाग ले सकते हैं । प्रतियोगिता का उद्देश्य नए नए मॉडलों को प्रकाश में आने का मौका प्रदान करना और चीनी युवतियों की तेजस्वी और जोशपूर्ण यौवन शक्ति प्रदर्शित करना है , ताकि चीन के फैशन मॉडलिंग कार्य को विश्व के मानदंड पर पहुंचाया जाए ।

सुश्री गुलपिया सौंदर्य की प्रेमी है और सुन्दर छरहरी होती है , टीवी पर फैशन शो देखने पर उस के दिल में भी मॉडलिंग का केरियर करने की इच्छा हुई । मां बाप के समर्थन में 14 वर्षीय गुलपिया ने सिन्चांग की एक पेशेवर मॉडलिंग कंपनी में प्रशिक्षण लेना शुरू किया । इस की चर्चा में उस की मां बहारगुली ने कहाः

गुलपिया बचपन से ही सजाने संवारने को प्रेम करने आयी है, वह अकसर मेरे वस्त्र आभूषण पहने मॉडल की भांति चलने का अभ्यास करती थी और तरह तरह के पोज बना कर आकर्षक भाव भंगिमा दिखाती थी , मुझे लगता था कि वह सचमुच मॉडल सरीखी होती है । जब हम ने उसे पुड़िया खरीद कर लायी , तो वह बड़ी मनोगति के साथ उसे सजाने संवारने की कोशिश करती थी और पुड़िया के लिए वस्त्र और केश राशि का डिजाइन करती थी । मुझे लगता है कि फैशन कार्य में उस की विशेष प्रतिभा है । थोड़ी बड़ी होने पर हम ने उसे इस क्षेत्र में केरियर करने का मौका दिलवाने की कोशिश की और उसे मॉडलिंग कंपनी में अपनी प्रतिभा को विकसित करने के लिए दाखिला करवाया ।

एक श्रेष्ठ मॉडल बनने की कोशिश में छोटी गुलपिया ने बहुत से कठोरपन झेले थे। रोज वह स्कूल में पढ़ने जाती है और सप्ताहांत के अवकाश समय में मॉडलिंग का प्रशिक्षण लेती है । प्रशिक्षण के समय ऊंची एड़ी के जूतों में बारंबार चलने का अभ्यास करती है , जिस से पांवों में पीड़ा हुआ करती है , लेकिन अपने सपने को साकार करने के लिए वह प्रशिक्षण पर दृढता के साथ कायम रहती है । उस ने कहाः

प्रशिक्षण के समय मैं ऊंची एड़ी वाले जूते पहने रैम्प पर चलने का अभ्यास करती रहती हूं , इस के दौरान पांवों के जमड़े भी छील पड़ते है और खून भी रिसता है । लेकिन मैं इस पेशे को बहुत पसंद करती हूं , इसलिए मैं इन कठिनाइयों से नहीं डरती हूं ।

मॉडलिंग कंपनी में प्रशिक्षण मिलने से गुलपिया को बड़ी तेजी से प्रगति हासिल हुई , और उसे जल्दी ही राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला । यह उस के लिए एक बामुश्किल मिला अवसर था , प्रतियोगिता से पहले उस के मां बाप ने उस के लिए तरह तरह की तैयारियां कीं । कड़ी मेहनत और मां बाप के समर्थन के फलस्वरूप गुलपिया का सपना आखिरकार साकार हो गया । इस पर गुलपिया ने कहाः

पुरस्कार मिलने पर मुझे बहुत खुशी हुई है , पहले मैं मां बाप की आभारी हूं , उन्हों ने मेरे मॉडलिंग प्रशिक्षण का भरपूर समर्थन किया और वे हर समय और हर क्षेत्र में मेरा समर्थन करते रहते हैं । मुझे अनुभव हुआ है कि उन के भरसक समर्थन के बिना मैं रैम्प पर इतने विश्वास और इत्मीननान से अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकती , मेरी सफलता उन के अथक प्रयासों से अलग नहीं की जा सकती ।

प्रतियोगिता में भाग लेने के दौरान गुलपिया के स्कूल ने भी उस का हर संभव समर्थन किया , प्रतियोगिता में भागीदारी के कारण छूटे पाठों को पूरा करने के लिए स्कूली अध्यापकों ने अपना अवकाश समय निकाल कर उसे पढ़ाया । उरूमुची का नम्बर 72 स्कूल छात्रों के पूर्ण विकास पर काफी ध्यान देता है , इसलिए स्कूली छात्रों को अपनी शौक व प्रतिभा को विकसित करने की पूरी छूट मिलती है । गुलपिया को मॉडलिंग को पसंद है और इस क्षेत्र में उस की श्रेष्ठता भी है , इसलिए स्कूल के अध्यापक उस का पूरा पूरा समर्थन करते हैं । स्कूल के हैड मास्टर छन ने कहाः

हमारा स्कूल छात्रों के हर पहलु में विकसित होने का समर्थन करता है, गुलपिया की मॉडलिंग में शौक और प्रतिभा दिखी है , स्कूल का नेतृत्व दल उस की प्रगति पर बहुत ध्यान देता है और उस का प्रतियोगिता में शिरकट , प्रशिक्षण तथा कुछ सामाजिक गतिविधियों में भागीदारी का सक्रिय समर्थन व प्रोत्साहन देता है ।

अपने अथक प्रयासों व दूसरों के भरपूरे समर्थन से सुश्री गुलपिया को कामयाबी हासिल हुई , वह सिन्चांग की रमणी युवती की खिताब से सम्मानित हुई और 14 साल की उम्र में ही वह देश के मॉडलिंग क्षेत्र में भी नामी हो गयी । इस असाधारण सफलता मिलने पर भी वह भ्रमित नहीं हुई , वह पढ़ने में संलग्न रही और हाई स्कूल में दाखिले की परीक्षा देने में लगन से तैयारी करने लगी । वह हमेशा पढ़ाई पर प्राथमिकता देती है और अपनी गुणवत्ता उन्नत करने की हर कोशिश करती है , वह प्यानो बजाने का शौक रखती है और अपने के पूर्ण विकास के लिए कटिबद्ध रहती है ।