चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने स्थानीय समय के अनुसार 1 तारीख की सुबह कैमरून की औपचारिक यात्रा समाप्त कर विशेष विमान से याउन्दे से लाइबेरिया पहुंच कर अपनी आठ अफ्रीकी देशों की यात्रा करनी जारी रखी।
31 जनवरी को श्री हू चिन थाओ ने याउन्दे में कैमरून के राष्ट्रपति पॉल बीया से वार्ता की। दोनों ने एक स्वर में यह कहा कि वे समान प्रयास करके चीन व कैमरून के मैत्रीपूर्ण सहयोगी संबंधों और चीन व अफ्रीका के नये ढंग वाले रणनीतिक साझेदार संबंधों को और गहरा करने की दिशा में काम करेंगे। श्री हू चिन थाओ ने चीन-अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर-सम्मेलन की उपलब्धियों का कार्यान्वयन करने और चीन व कैमरून के संबंधों का विकास करने पर सुझाव पेश किये, यानी राजनीतिक आपसी विश्वास व सहयोग को मजबूत किया जाए, आपसी लाभ व दुगुने लाभ वाले आर्थिक व व्यापारिक सहयोग का विस्तार किया जाए, सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में आदान-प्रदान व सहयोग को घनिष्ठ किया जाए, बहुपक्षीय समन्वय व मध्यस्थता को मजबूत किया जाए और चिरस्थायी शांति व समान समृद्धि वाली सामंजस्यपूर्ण दुनिया का निर्माण करने के लिए प्रयास किए जाएं। चीन व अफ्रीका के संबंधों की चर्चा में श्री हू चिन थाओ ने बलपूर्वक कहा कि चीन पेइचिंग शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों के कार्यान्वयन को बड़ा महत्व देता है और अफ्रीकी देशों के स्व-विकास की क्षमता को मजबूत करेगा, ताकि सहयोग की उपलब्धियां यथाशीघ्र ही अफ्रीकी जनता को लाभ दिया जा सकें।
उसी दिन, श्री हू चिन थाओ ने कैमरून राष्ट्रीय असेम्बली के अध्यक्ष श्री कावाये येगजिए दजिब्रिल से भी मुलाकात की। दोनों पक्षों ने मैत्रीपूर्ण सहयोग को मजबूत करने पर सौहार्दपूर्ण व मैत्रीपूर्ण वार्ता की।
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