चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू च्येन छाओ ने 18 तारीख को पेइचिंग में कहा कि चीन जापान द्वारा यूरोपीय संघ के चीन के खिलाफ सैन्य बिक्री पर लगाई पाबन्दी को रदद् करने में रूकावट पैदा करने की हरकत पर कड़ा असंतोष प्रकट करता है, चीन ने इस घटना को लेकर राजनयिक माध्यम से जापान को अपनी गंभीर चिन्ता जाहिर कर दी है।
इसी दिन आयोजित नियमित पत्रकार सम्मेलन में श्री ल्यू च्येन छाओ ने कहा कि यूरोपीय संघ द्वारा चीन के खिलाफ लगाई सैन्य बिक्री पाबन्दी वास्तव में चीन और यूरोपीय संघ के बीच का मामला है, जापान के साथ इस का कोई संबंध नहीं है, न ही इस से जापान को कोई खतरा है। वर्तमान परिस्थिति में चीन आशा करता है कि जापान दोनों देशों के संबंधों में सुधार व विकास से जुड़े हितों पर अधिक काम करेगा, न कि और अधिक रुकावटें खड़ी करने के काम करेगा, तभी चीन और जापान के समान हितों का लाभ हो सकता है।
जापान की सैन्य क्षेत्रों में नयी कार्रवाईयों को लेकर श्री ल्यू च्येन छाओ ने कहा कि जापान की संबंधित कार्रवाईयों पर चीन समेत कुछ पड़ोसी देशों ने चिन्ता प्रकट की है। चीन आशा करता है कि जापान शान्तिपूर्ण विकास के मार्ग पर चलेगा , यह जापान के मूल हितों से ही नहीं मेल खाता है बल्कि क्षेत्रीय शान्ति , स्थिरता व विकास के लिए भी हितकारी है।
|