कुछ समय पूर्व《 छाओ श्वय-छिन की पतंग-कला》 नामक एक पुस्तक को वर्ष 2006 की "विश्व की सब से सुन्दर पुस्तक" चुना गया। यह पुस्तक अपनी विशेष ढंग से चीन की परंपरागत कला व संस्कृति प्रदर्शित करती है। सर्वेक्षण के अनुसार चीन के कागजी पतंगों के निर्माण के कोई एक हजार वर्ष पुराने इतिहास में छाओ श्वय-छिन द्वारा आविष्कृत शैली की अपनी अद्भुत पहचान है,जिस का पतंग बनाने के पुराने तरीकों पर बड़ा प्रभाव पड़ा है। इस समय उन के द्वारा निर्मित पतंग पेइचिंग की अभौतिक सांस्कृतिक संपदाओं की सूची में शामिल की गयी है।
एक बहुत पुरानी सभ्यता वाला देश होने के नाते चीन में लोककला और संस्कृति से जुडी अन्य बहुत सी वस्तुएं समाज में बिखरी हुई हैं, जमीन में गड़े मोतियों की तरह जिन की चमक सामने नहीं आ सकी है। तेजी से हो रहे आधुनिकीकरण के दौर में उन के मिटने के खतरे और बढ गए हैं। ऐसे में चीन सरकार ने तीन साल पहले लोककला व संस्कृति के अवशेषों को बचाने के लिए एक परियोजना बनाई । देश के दसियों प्रकाशन-गृहों ने इस परियोजना के क्रियान्वयन में भाग लिया,ताकि अभौतिक सांस्कृतिक संपदा के रूप में लोककला व संस्कृति से जुडी साग्रमियों का संग्रह औऱ संकलन कर उन का प्रकाशन किया जा सके।
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