चीनी औलिम्पिक समिति,क्वांगचो एशियाड संयोजक समिति और छांगछुन शीतकालीन एशियाड संयोजक कमेटी ने 4 दिसम्बर की रात को दोहा में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन बुलाया।अंतर्राष्ट्रीय औलिम्पिक कमेटी के चालू एशियाड में भाग लेने आए सदस्य,
एशियाई आलिम्पिक परिषद के सदस्य,अंतर्राष्ट्रीय सिंगल मद के खेल-संगठनों के सदस्य और विभिन्न देशों व क्षेत्रों की औलिम्पिक कमेटियों के करीब 300 प्रतिनिधि इस सम्मेलन में विराजमान थे।विभिन्न देशों के खेल-जगतों के प्रतिनिधियों ने चालू एशियाड में चीन के श्रेष्ठ प्रदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
4 दिसम्बर तक चीनी खिड़ालियों ने दोहा एशियाड में 38 स्वर्ण पदक जीतकर विश्व का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।उन के असाधारण प्रदर्शन ने विभिन्न देशों के खेल-जगतों पर गहरी छाप छोड़ी।जापानी टेबिल-टेनिस संघ की स्थाई परिषद के सदस्य किमूरा कोची ने कहा कि प्रतियोगिता को शुरू हुए केवल कई दिन हुए है,लेकिन चीनी खिड़ालियों की स्पर्द्धा की अच्छी स्थिति से जापानी खिड़ालियों को अपेक्षाकृत बड़ा दबाव महसूस होने लगा है।उन्हों ने कहाः
"हम पदक प्राप्त करने का बड़ा प्रयत्न कर रहे हैं।हम चीन और कोरिया गणराज्य से स्पर्द्धाएं कर रहे हैं।हमारे लिए चीन को परास्त करना कठिन है।चीन अनेक मुद्दों में बेहद शक्तिशाली है।मेरा व्यवसाय टेबिल-टेनिस खेलना है।चीनी टेबिल-टेनिस खिड़ाली औऱ खिड़ालिनें विश्व में अब्बल दर्जे के हैं।कुमारी वांग-नाम उन में से सब से उल्लेखनीय है,सो हम उन पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।"
श्री किमूरा कोची ने यह भी कहा कि वर्ष 2010 में दक्षिणी चीन के क्वांगचो शहर में होने वाले एशियाई खेलों और वर्ष 2008 में पेइचिंग में होने वाले औलिम्पिक खेलों की तैयारियों एव इवेंटों के प्रबंधन में चीन अच्छी तरह से काम कर रहा है।इन खेलों के सफल आयोजन पर उन्हें कोई आशंका नहीं है,बल्कि पूरा विश्वास है।
वर्ष 2014 के लिए कोरियाई इनछिओन एशियाड की दावेदार समिति के अध्यक्ष श्री शिन योंग-सुक ने हमारे संवाददाता से बातचीत के दौरान दोहा एशियाड में असाधारण प्रदर्शन के लिए चीन को बधाई दी और कहा कि कोरिया गणराज्य की टीम को भी पूरा यकीन है कि वह स्वर्ण पदक-तालिका और पदक-तालिका में द्वितीय स्थान पर रहेगी।उन का कहना हैः
"चीन की स्पद्धा-शक्ति बहुत बड़ी है।चालू खेलों के शुरू होने से अब तक उस ने भारोत्तोलन और तीरेंदाजी आदि अनेक मुद्दों की इवेंटों में स्वर्ण पदक जीते हैं।हम द्वितीय स्थान के लिए जापानी टीम से संघर्ष कर रहे हैं।मुझे विश्वास है कि कोरिया गणराज्य 4 साल पहले हुए एशियाड की ही तरह विजय के दूसरे पायदान पर रहेगा।"
माल्टिव की टीम चालू एशियाड में भाग लेने आई एक सब से छोटे पैमाने वाली टीम है।वह पथ-मैदान,रेत-मैदान वालिबाँल,बांडी बिल्डिंग और निशानेबाजी इत्यादि 8 मुद्दों के मैचों में भाग लेगी।माल्टिव की औलिम्पिक समिति के अध्यक्ष श्री ज़ाहिर.नास्सेर ने हमारे संवाददाता को दिए अपने इंटरव्यू में मौजूदा एशियाड में चीनी खिड़ालियों की बड़ी उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहाः
"हमें इस एशियाई खेलों में एक हिस्सेदार बनने पर बड़ी प्रसन्नता है।हमें यह उम्मीद नहीं कि चीन की तरह इतने पदक जीतेंगे।लेकिन हमारी शुभकामना है कि चीन पूरी तरह सफल रहे और हमें पदक-तालिका में चीन के सब से अग्रणी रहने पर विश्वास है।"
लेकिन चालू एशियाड में चीनी खिड़ालियों के प्रदर्शन के प्रति चीनी खेल-अधिकारी बहुत साफ समझ रखे हुए है।चीनी राजकीय खेलकूद ब्यूरो के उपप्रभारी,चालू एशियाड में चीनी प्रतिनिधि मंडल के उपनेता श्री श्याओ-थ्येन ने कहाः
"चीनी खिड़ालियों के लिए इतनी सफलता मिलना आसान नहीं है।पर औलिम्पियाड और विश्व रिकार्डों की तुलना में यह सफलता कम है,और बड़ी कोशिश करनी बाकी है।विशेषकर ठंडे दिमाग से औलिम्पिक खेलों में होने वाले प्रदर्शनों का सही अंदाजा किया जाना चाहिए।"
चीनी राजकीय खेलकूद ब्यूरो के प्रधान,चीनी प्रतिनिधि मंडल के नेता श्री ल्यू-फंग ने 4 तारीख को आयोजित एक दावत-सभा में चालू एशियाड के मेजबान देश कटर द्वारा किए गए तैयारी-काम की खूब प्रशंसा की।उन्हों ने कहा कि कटर एक एशियाड का सफल आयोजन कर रहा है।इस के लिए कटर को आत्मगौरव महसूस करना चाहिए।दोहा एशियाड निश्चिय ही एक अविस्मरणीय भव्य समारोह के रूप में लोगों के दिलों में रहेगा।
चीन में आने वाले कई सालों में क्रमशः शीतकालीन एशिय़ाड,औलिम्पियाड और एशियाई खेलों का आयोजन होगा।इस की चर्चा करते हुए श्री ल्यू-फंग ने कहाः
"सन् 2007 में छांगछुन शहर में शीतकालीन एशियाड और सन् 2008 में पेइचिंग में औलिम्पिक खेलों तथा सन् 2010 में क्वांगचो शहर में एशियाई खेलों के सफल आयोजन के लिए इस समय चीन भगीरथ कोशिश कर रहा है।सब तैयारी-काम सुव्यवस्थित रूप से तय लक्ष्यों की ओर चल रहे हैं।आशा है कि विभिन्न देशों के प्रतिनिधि इन खेलों में भाग लेंगे और छांगछुन,पेइचिंग एवं क्वागचो में फिर मिलेंगे।"
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