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(GMT+08:00) 2006-12-03 17:47:16    
सी .आर .आई की 65 वीं जयंति का भव्य समारोह

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दोस्तो , आज से 65 साल पहले उत्तर पश्चिम चीन के छोटे शहर येयान से जो रेडियो तरंग पहली बार हवा में प्रसारित हुई थी , वह चाइना रेडियो इंटरनेशनल के पूर्व रूप यानी येनआन के सिन्हवा रेडियो स्टेशन के जापानी भाषा के प्रसारण की थी । यह इस बात का प्रतीक है कि चीनी जनता के विदैशिक रेडियो प्रसारण का श्रीगणेष हो गया है । तब से अब तक 65 साल हो गए हैं , चीनी जनता के विदेशिक प्रसारण कार्य का असाधारण रूप से विकास हुआ , जो अब विश्व के सब से बड़े और शक्तिशाली अन्तरराष्ट्रीय रेडियो स्टेशनों में से एक बन गया है । तीसरी दिसम्बर 2006 को चीनी जनता के अन्तरराष्ट्रीय रेडियो सेवा यानी चाइना रेडियो इंटरनेशनल की स्थापना की 65 वीं वर्षगांष का समारोह पेइचिंग में भव्य रूप से आयोजित हुआ । अब प्रस्तुत है इस भव्य समारोह के बारे में एक रिपोर्ट ।

सी .आर .आई की 65 वीं जयंति का समारोह जोशीले माहौल में आयोजित हुआ , जिस में देश विदेश से आए सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और सभी ने मिल कर चाइना रेडियो इंटरनेशनल की स्थापना की 65 वीं वर्षगांठ की खुशी मनायी ।

सी .आर.आई की 65 वीं जयंति के सुअवसर पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो की स्थाई कमेटी के सदस्य श्री ली छांग छुन ने बधाई का पत्र भेजा । अपने पत्र में उन्हों ने चीनी विदैशिक प्रसारण जगत तथा सी .आर .आई के तमाम सदस्यों को हार्दिक बधाई दी और जोशीला अभिवादन किया । उन्हों ने सी .आर .आई की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले 65 सालों में चीनी जनता के अन्तरराष्ट्रीय प्रसारण कार्य लगातार विकसित और शक्तिशाली होता गया और उस ने विश्व को चीन के बारे में जानकारी प्रदान करने तथा चीनी और विश्व के अन्य स्थानों की जनता के बीच आपसी समझ और दोस्ती बढ़ाने में अहम भूमिका निभायी है।

समारोह में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केन्द्रीय कमेटी के प्रचार प्रसार मंत्रालय के मंत्री श्री ल्यू युनशान ने भी सी .आर .आई द्वारा पिछले 65 सालों में किए गए अहम योगदान का उच्च मूल्यांकन किया । उन्हों ने कहाः

सी .आर .आई ने अन्तरराष्ट्रीय क्षेत्र में चीन की छवि निखारने में बड़ा काम किया है और विश्व शांति की रक्षा करने तथा समान विकास को बढाने में अहम योगदान किया है ।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति शिराक , यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष बारोसो , रूमानियाई राष्ट्रपति बासेस्को , मोल्डोवा गणराज्य के राष्ट्रपति वॉरोनिन, इटाली के प्रधान मंत्री प्रोडी , आसियान के वर्तमान अध्यक्ष देश फिलपाइन की राष्ट्रपति आरोयो , वियतनाम के प्रधान मंत्री न्गुयेन थान दुंग , श्रीलंका के प्रधान मंत्री विक्रामनाएक , लाओस के प्रधान मंत्री बोफानाह , किनिया के राष्ट्रपति किबाकी ,तान्जानिया के राष्ट्रपति किक्वेटे , गाबोन के राष्ट्रपति बोन्गो , लीबिरिया की राष्ट्रपति जोहन्सोन सिरलिफ , सेसोर के राष्ट्रपति मिचेल तथा मोरिशस के राष्ट्रपति रामगूलाम आदि देशों के नेताओं ने पत्र या आलेख लिख कर सी .आर. आई की जयंति पर बधाई दी ।

अपने बधाई पत्र में श्रीलंका के प्रधान मंत्री श्री विक्रामनाएक ने कहा कि 1941 में जन्मे चाइना रेडियो इंटरनेशनल ने 43 भाषाओं में पूरे विश्व को अपने कार्यक्रम प्रसारित किए , जो विश्व के सभी रेडियो स्टेशनों में अतूल्य है । सी आर आई के एक श्रोता होने के रूप में उन्हें गहरा अनुभव हुआ है कि सी .आर .आई के बहुभाषी प्रसारण किसी भी श्रोता के लिए अत्यन्त हितकारी सिद्ध हुए है । सी .आर .आई ने विश्व भर के श्रोताओं को विश्व के प्राचीनतम देश चीन की सभ्यता व चीनी संस्कृति से अवगत कराने , विश्व के विभिन्न देशों व क्षेत्रों के श्रोताओं को समय पर विश्व की समुन्नत विज्ञान व तकनीकों और चीन के आर्थिक विकास की जानकारी देने में बड़ा काम किया है , जिस से एक प्रबल समाचार मीडिया के रूप में सी .आर.आई की भारी भूमिका उजागर हुई है ।

भारत , अमरीका , कनाडा , रूस , किनिया व अफगानिस्तान समेत 15 देशों के श्रोता प्रतिनिधियों ने सी .आर .आई के निमंत्रण पर पेइचिंग में आ कर सी .आर .आई की जयंति पर अपनी अपनी हार्दिक बधाई दी।

भारतीय श्रोता कृष्ण मुरारी सिंह ने कहा कि मुझे अपार खुशी है कि मुझे सी.आर .आई की स्थापना के भव्य समारोह में भाग लेने का मौका मिला । सी .आर .आई के कार्यक्रमों ने हमारे ज्ञान और अनुभवों में बढ़ोत्तरी दी और मैत्री बढाने के लिए पुल का काम किया । मैं हार्दि कामना देता हूं कि सी .आर .आई दिनोंदिन बेहतर होता जाए और विश्व जनता के साथ मैत्री व समझ बढ़ाने में और बड़ी भूमिका अदा करे । सी .आर .आई की जयंति को बधाई बधाई हो ।

अमरीकी श्रोता ने कहा कि मैं सी .आर .आई की 65 वीं जयंति पर हार्दिक बधाई देता हूं । वर्ष 1999 से मैं ने सी .आर.आई के कार्यक्रम सुनना शुरू किया , जिस से मैं ने चीन के बारे में बहुत सी जानकारी पायीं । मुझे बड़ी खुशी है कि इस जश्न में हिस्सा लेने का मौका मिला , मैं सी .आर .आई व उस के सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई देता हूं ।

ब्राजील के श्रोता ने कहा कि मुझे बड़ा गौरव महसूस हुआ है कि सी .आर .आई की स्थापना की 65वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लेने का अवसर मिला । सी .आर .आई ने अपने जन्म के दिन से ही चीन के बारे में प्रचार प्रसार करने का काम निभाया है , वह अब इस काम को जारी रखता रहा है । अब सी .आर .आई आधुनिक चीन और प्रगतिशील चीन के बारे में प्रसारण करता है और विश्व की जनता को चीन के निरंतर विकास से अवगत कराता है । आज की इस विशेष घड़ी में मैं हार्दिक रूप से सी .आर .आई को बधाई देता हूं ।

सी .आर .आई फिलहाल 38 विदेशी भाषाओं और चीनी मानक भाषा व चार बोलियों में विश्व भर को कार्यक्रम प्रसारित करता है , हर रोज प्रसारित कार्यक्रमों का कुल समय 1100 घंटे होता , विश्व के विभिन्न स्थानों में सी .आर .आई के बहुत सारे वफादार श्रोता रहते हैं । इस पर चीनी राष्ट्रीय ब्रोडकास्टिंग , टीवी व फिल्म ब्यूरो के प्रधान श्री वांग थाई ह्वा ने समारोह में कहाः

विश्व के विभिन्न स्थानों में फैले श्रोता संगठन और करोड़ों समुद्रपारी श्रोता मित्र चीन के प्रति गहरा प्यार तथा चीनी सभ्यता में गहरी दिलचस्पी लिए हमेशा लगन से सी .आर .आई के कार्यक्रम सुनते हैं और वे हमारे देश के अन्तरराष्ट्रीय प्रसारण कार्य के विकास के लिए अमिट प्रेरक शक्ति बने रहेंगे ।

वर्ष 2005 में सी .आर .आई ने विश्व के 160 देशों व क्षेत्रों से कुल 21 लाख 70 हजार पत्र प्राप्त किए , विश्व में सी .आर .आई श्रोता संघों की संख्या 3600 तक पहुंची । सी .आर .आई अब विश्व की जनता के लिए चीन को जानने समझने का एक झरोख बन गया ।

वास्तव में आज के विश्व के इस प्रभावशाली रेडियो स्टेशन का जन्म आज से 65 साल पहले चीनी जनता के जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध के समय हुआ था । वर्ष 1940 में जापानी आक्रमणकारियों का मुकाबला करने के लिए येनआन के सिन्हवा रेडियो स्टेशन की स्थापना हुई , वर्ष 1941 के तीन दिसम्बर को सिन्ह्वा रेडियो स्टेशन ने जापानी भाषा में प्रसारण करने की सेवा शुरू की . इसी दिन को बाद में चीनी वैदेशिक प्रसारण कार्य यानी सी .आर .आई की जयंति का दिवस निश्चित किया गया ।

समय गुजरा , तब से अब 65 साल हो गए , सी आर आई ने भी विकसित हो कर ओडियो , विडियो , नेटवर्क और पत्र पत्रिका युक्त आधुनिक बहुमुखी मीडिया का रूप ले लिया और सी .आर .आई सब से प्रभावशाली और शक्तिशाली अन्तरराष्ट्रीय रेडियो स्टेशनों में से एक हो गया । 28 जनवरी 2006 को सी .आर .आई ने किनिया की राजधानी नैरोबी में अपनी प्रथम समुद्रपारी एफ एम चैनल खोली और इस साल के 19 नवम्बर को लाओस की राजधानी वियनत्यान में सी .आर .आई की दूसरी समुद्र पारी एफ एम चैनल खुली ।

भावी पांच सालों में सी .आर .आई चीन से बाहर 100 एफ एम चैनल तथा मीडियम मीटर बैंड स्टेशन खोलेगा और रेडियो की तरंग से विदेशी जनता को चीनी जनता का मैत्रीपूर्ण भाव पहुंचाएगा और श्रोताओं के साथ घनिष्ठ संबंध कायम करेगा , ताकि विश्व जनता और अच्छी तरह चीन को जान समझ सकें ।

लेकिन यह भी सच है कि विश्व के विकसित देशों के अन्तरराष्ट्रीय प्रसारण स्टेशनों के साथ तुलना में सी .आर .आई की सकल शक्ति और अन्तरराष्ट्रीय प्रभाव अभी कमजोर है । फिर भी चीन की समग्र शक्ति व अन्तरराष्ट्रीय प्रभाव लगातार बढ़ने के कारण विश्व जनता को चीन के बारे में विस्तार से जानने की बड़ी रूचि हुई है और अन्तरराष्ट्रीय लोकमत भी चीन पर ज्यादा ध्यान देते हैं । यह सब का सब सी .आर .आई के लिए नयी चुनौती भी है और विकास के अमोल मौके भी है ।

वर्ष 2004 के शुरू में सी .आर .आई ने आधुनिक अन्तरराष्ट्रीय प्रसारण सेवा व्यवस्था कायम करने का रणनीतिक लक्ष्य बनाया । इस पर चीनी केन्द्रीय प्रचार मंत्रालय के मंत्री श्री ल्यू युन शान ने कहा कि सी .आर .आई चीन को विश्व से अवगत कराने वाला झरोख है , भावी प्रसारण में उसे चीन की असलियत से प्रस्थान हो कर विदेशी श्रोताओं की आवश्यकता के मुताबिक विदेशी श्रोताओं की परम्परा से मेल खाते हुए अपने कार्यक्रमों को और रोचक और मोहक बनाने की कोशिश करना चाहिए । श्री ल्यू ने कहाः

सी .आर .आई को परम्परागत मीडिया से विकसित हो कर आधुनिक मीडिया में परिवर्तित होना चाहिए और अपने वर्तमान रेडियो प्रसारण को विकसित कर रेडियो , आन लाइन और मल्टी मीडिया का आधुनिक रूप लेना चाहिए और विश्व में अपनी प्रतिस्पर्धा व प्रभावकारी शक्ति बढाना चाहिए ।

सी .आर .आई के महा निदेशक श्री वांग कां न्यान ने इस पर कहाः

आधुनिक अन्तरराष्ट्रीय प्रसारण व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि वह आधुनिक विचारधारा , आधुनिक विषयों तथा आधुनिक साधनों से कार्यक्रम प्रसारित करे , अन्तरराष्ट्रीय मीडिया क्षेत्र में प्रभाव बढा कर अपना स्थान बनाये तथा रेडियो , आन लाइन व मल्टीमीडिया युक्त आधुनिक बहुमुखी साचार माध्यम का रूप ले ले ।