• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2006-12-03 17:46:26    
हमारे दोस्त दुनिया के कोने कोने में हैं

cri

दोस्तो , सी .आर.आई की 65 वीं जयंति के उपलक्ष्य में प्रसारित विशेष कार्यक्रम में आज प्रस्तुत है हमारे दोस्त दुनिया के कोने कोने में हैं ।

दोस्तो , 3 दिसम्बर को चाइना रेडियो इंटरनेशनल की 65 वीं जयंति है । यह सी .आर .आई के तमाम सदस्यों के अलावा लालों करोड़ों सी .आर .आई के श्रोता मित्रों के लिए भी एक भावभीनी वक्त है । पिछले 65 सालों में विश्व के विभिन्न स्थानों में लाखों करोड़ों श्रोता दोस्तों ने सी .आर .आई के 38 भाषाओं और चार चीनी बोलियों के प्रसारण से प्रभावित हो कर सी .आर .आई के साथ घनिष्ठ दोस्ती कायम की है । अब हमारे दोस्त दुनिया के कोने कोने में फैले हुए हैं ।

याद रहे , वर्ष 2004 के मार्च माह में चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ ने एक चीनी व विदेशी पत्रकार सम्मेलन में इस दिलचस्पी सवाल की चर्चा कीः

अमरीका के कांसास स्टेट के टोनिका शहर के तीस से ज्यादा मिडिल स्कूली छात्रों ने मुझ से 54 सवाल पूछे , जिन में चीन के राजनीति, अर्थतंत्र , संस्कृति व समाज शामिल है , इन के अतिरिक्त मेरे व्यक्तिगत जीवन और मेरी पसंद के बारे में भी पूछे गए , इस से जाहिर है कि अमरीका के लोगों को सचमुच चीन के बारे में बड़ी दिलचस्पी है ।

वास्तव में चीनी प्रधान मंत्री से जो 54 सवाल पूछे गए थे , वे सी .आर .आई के अंग्रेजी विभाग के पुराने श्रोता अमरीकी अध्यापक श्री रिचार्ड विल्डज और उन के छात्रों ने पेश किए थे । पहले श्री विल्डज को चीन के बारे में बहुत कम जानकारी थी , लेकिन सी .आर .आई के कार्यक्रम सुनते सुनते उन्हें चीन की संस्कृति में असीम रूचि उत्पन्न हुई । इस पर उन्हों ने कहाः

सी .आर .आई के प्रसारण से हमें चीनी संस्कृति के ढेर सारे विषय मालूम हो गए , जैसा कि चीन के त्यौहार –वसंतोत्सव इत्यादी।

श्री विल्डज खुद सी .आर .आई प्रसारण सुनते ही नहीं , बल्कि उन्हों अपने छात्रों को भी सुनने को तैयार किया । चीन में राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा व जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी के अधिवेशनों के दौरान श्री विल्डज और उन के छात्रों ने चीन पर 54 सवाल पूछे और सी .आर .आई से चीनी प्रधान मंत्री तक पहुंचाने का अनुरोध किया ।

श्री विल्डज और उन के छात्रों के लिए यह अकल्पनीय बात थी कि अधेविशन के एक पत्रकार सम्मेलन में प्रधान मंत्री वन चापाओ ने अपनी ओर से इन 54 सवालों का उल्लेख किया । श्री विल्डज के लिए और बड़ी खुशी की बात थी कि उस साल के अंत में उन्हों ने नए चीन की 55 वीं जयंति की सी .आर .आई ज्ञान प्रतियोगिता में विशेष पुरस्कार जीत कर चीन के पेइचिंग व सीआन की मुफ्त यात्रा की और नजदीक से चीन की संस्कृति जानी समझी । उन्हों ने कहा कि पहले चीन के बारे में मेरी जानकारी पुस्तकों से प्राप्त हुई थी , अब चीन में मैं ने खुद चीन की शानदार संस्कृति महसूस की ।

श्री विल्डज की भांति पिछले 65 सालों में दुनिया की विभिन्न जगहों के बहुत से लोगों ने सी .आर .आर के प्रसारण से चीन को जाना समझा और चीन को पसंद भी किया । 85वर्षीय रूसी श्रोता दोस्त श्री रोगुलव के शब्दों में उन की और सी .आर.आई के साथ दोस्ती दसियों साल पुरानी है।

मैं ने वर्ष 1949 से सी .आर .आर के संगीत कार्यक्रम सुनने से सी .आर .आई के साथ संपर्क कायम किया , सी .आर .आई के कार्यक्रमों से मैं चीन के संबंध में जानकारी पाने लगा ।

स्पेन के पुराने श्रोता दोस्त श्री अलेजन्डरो हर रात रेडियो सेट के सामने चीन से आने वाले रेडियो कार्यक्रम सुनते हैं । उन्हों ने कहा कि मुझे सी .आर .आर के सभी कार्यक्रम पसंद हैं , खास कर सामाजिक जीवन , सांस्कृतिक कार्यक्रम और पर्यटन कार्यक्रम बहुत बढ़िया हैं , इन कार्यक्रमों ने मेरे सामने एक अलग किस्म का देश और उस की संस्कृति दिखाये हैं ।

किनिया के श्रोता दोस्त शरीफ्फ ने वर्षों से सी .आर .आई के स्वाहिली भाषा के कार्यक्रम सुने और वर्ष 2006 की सी .आर .आई जयंति की ज्ञान प्रतियोगिता में विशेष पुरस्कार जीत कर चीन की यात्रा करने आए । उन्हों ने कहा कि मैं ने आठ साल पहले सी .आर .आई के कार्यक्रम सुनना शुरू किया , सी .आर .आई द्वारा किनिया के नैरोबी में अपनी चैनल खोली जाने के बाद उस का प्रसारण हमारे देश में और अधिक साफ साफ सुनाई देने लगा , मैं रोज सुनता हूं । मुझे उस के सांस्कृतिक जीवन , इतिहास , संगीत और पर्यटन के कार्यक्रम ज्यादा पसंद है । उन से मुझे चीन को ज्यादा जाना और बहुत पसंद भी हुआ ।

दोस्तो , सी .आर .आई के बहुत से श्रोता मित्रों ने सी .आर .आई श्रोता संघ भी स्थापित किए और उन के बीच अनुभवों का आदान प्रदान भी किया जाता है । अब विभिन्न देशों में सी .आर .आई श्रोता संघों की संख्या 3600 से ज्यादा हो गयी और वर्ष 2005 में श्रोताओं के पत्रों व ई-मैल पत्रों की संख्या 20 लाख तक पहुंची । अनुमान है कि इस साल यह संख्या और अधिक होगी ।

यह है श्रीलंका में सी .आर .आई के सिंहली भाषा विभाग द्वारा सुनामी से ग्रस्त श्रीलंका के स्कूलों को चंदा प्रदान किये जाने की एक रस्म का रिकार्डिंग । सुनामी के साल सी .आर .आई के सिंहली विभाग का प्रतिनिधि मंडल अपने प्रसारण की 30 वीं जयंति के उपलक्ष्य में श्रीलंका में श्रोताओं के साथ जश्न मनाने गया , तब सुनामी अभी कुछ समय पहले हुई थी , श्रोताओं को राहत सहायता के लिए सी .आर .आई ने पैसे जुटाए और सिंहली विभाग के प्रतिनिधि मंडल ने सी .आर .आई की ओर से इस धन राशि से पुस्तकें खरीद क संकट से ग्रस्त पांच स्कूलों को प्रदान किये ।

प्यार और सहानुभूति सी .आर .आई के रेडियो तरंग से श्रोता दोस्तों और उन के माध्यम से विभिन्न देशों की जनता तक पहुंचते रहे ।

उत्तर चीन के हपै प्रांत की ईश्यान काऊंटी में एक नव निर्मित प्राइमरी स्कूल है , जो सी .आर.आई के जापानी श्रोता श्री नागाशिमा केईची द्वारा दिए गए चंदे पर खोला गया । उन की बेटी नागाशिमा युका ने कहा कि सी .आर .आई के समर्थन से हम ने यह स्कूल खोला और उसी के समर्थन से स्कूल आज तक विकसित हुआ ।

हां , सी .आर .आई के प्रसारण ने चीन को विश्व के विभिन्न देशों के लोगों के साथ घनिष्ठ रूप से जोड़ा है , सी .आर .आई मैत्री के पुल की भूमिका निभाता रहा है ।

आज , सी .आर .आर 65 साल से गुजरा है , इन 65 सालों में सी .आर .आई और विभिन्न श्रोता दोस्तों में कितनी ज्यादा और कितनी गहरी दोस्ती कायम हुई है , यहां शब्दों में उल्लेख करना अत्यन्त मुश्किल है । इन दिनों श्रोता दोस्तों ने विभन्न रूप में सी .आर .आई के बीते शानदार रास्ते का सिन्हावलोकन किया और उस के और बेहतर विकसित होने की कामना की । गाबोन के राष्ट्रपति हादज ओमार बोन्गो ने यह संदेश भेजाः

मैं सी .आर .आई की 65 वीं जयंति पर हार्दिक बधाई देता हूं और यह आशा करता हूं कि सी .आर .आई रेडियो व टीवी के क्षेत्र में गहरा सहयोग करेगा ।

चीन स्थित वियतनामी राजदूत छन वुनज्येन ने अपने संदेश में कहाः

मेरी शुभकामना है कि नए काल में सी.आर .आई और बड़ी उपलब्धियां प्राप्त करे और हमेशा चीन और विश्व के अन्य देशों की जनता के बीच पुल की भूमिका निभाते रहे ।

अखिल सी .आर .आई तमिल श्रोता संघ के अध्यक्ष श्री सेलवाम ने अपने संदेश में कहाः

भविश्य में विश्व के विभिन्न स्थानों में रह रहे सभी तमिल श्रोता सी .आर .आई के विकास में हाथ बंटाएंगे ।