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(GMT+08:00) 2006-11-15 16:54:31    
ताल्येन शहर सब से अधिक फव्वारों व चौंकों की वजह से विख्यात है

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प्रिय दोस्तो , आज के चीन का भ्रमण कार्यक्रम में हम आप के साथ उत्तर चीन के एक समुद्रतटीय शहर ताल्येन का दौरा करने जा रहे हैं । ताल्येन शहर में फव्वारों की संख्या ही सब से अधिक नहीं , चौंकों की संख्या भी चीन में प्रथम नम्बर पर है । साथ ही ताल्येन शहर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा चुने गये सब से बढ़िया व सुंदर शहरों में से एक है ।

ताल्येन शहर उत्तर चीन के एक प्रायद्वीप के दक्षिण छोर पर स्थित है और तीन तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है । नीला आसमान , स्वच्छ हरा समुद्र , सफेद रेत और काली चट्टान इस शहर के समुद्री दृश्य के परिचायक हैं । ताल्येन शहर बहुत साफ सुथरा नज़र आता है , अनगिनत लॉन फीतों की तरह समूचे शहर को एक साथ जोड़े हुए हैं , पर्यटक हरे-भरे पड़ों से आच्छादित सड़कों पर खड़े होकर विशाल समुद्र देख सकते हैं ।

ताल्येन शहर में टेढी-मेढ़ी सड़कों की वजह से साइकिल बहुत कम देखी जा सकती हैं । पर पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिये साइकिल किराये पर लिए जा सकते हैं । सितम्बर में ताल्येन का मौसम न ज्यादा गर्म और न अधिक ठंडा होने के कारण बहुत सुहावना होता है । पर्यटक ऐसे खूबसूरत मौसम में किराये पर साइकिल लेकर पूरा शहर घूमने जा सकते हैं , विशेषकर समुद्रतट के आसपास की सड़कों पर साइकिल चलाते हुए मनोहर प्राकृतिक दृश्यों का खूब आनन्द उठा सकते हैं ।

चौक संस्कृति ताल्येन शहर की एक अलग पहचान है । शिंगहाईवान चौक और हाईचीयुन चौक समुद्र के बगल में अवस्थित हैं , पर्यटक इन दोनों चौकों पर खड़े होकर समुद्र और समुद्रतट पर खड़ी मूर्तियों को साफ-साफ देख सकते हैं । आठ मार्च को चौक की ढलान पर चलने वाली तार वाली बसें नज़र आती हैं । दसियों विशाल चौक और सैकड़ों सड़क बगीचे शहर के हरेक कोने में बने हुए हैं , हरी घास , रंगीन फूल , सफेद कबूतर , फव्वारे , मूर्तियां और जापानी व रूसी वास्तु शैली से युक्त इमारतें पर्यटकों को मोह लेती हैं । ताल्येन शहर में रहने वाले चांग फूंग ने इस शहर का परिचय देते हुए कहा कि ताल्येन शहर के सभी चौकों में शिंगहाईवान चौक सब से देखने लायक है ।

उन्हों ने कहा कि हमारे सामने जो चौक है , उस का नाम शिंगहाईवान है , उस का क्षेत्रफल 17 लाख 60 हजार वर्गमीटर है और वह चीन में सब से विशाल चौक माना जाता है । अब हम आगे बढकर एक सूर्यमुखी रूपी फव्वारा देख सकते हैं । फिर उन्हों ने एक कांस्य की मूर्ति की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह कांस्य मूर्ति ताल्येन शहर की स्थापना की सौंवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विशेष तौर पर निर्मित हुई है ।

ताल्येन शहर का आधुनिक अजायबघर भी शिंगहाई वान चौक पर है । यह आधुनिक वास्तु शैली में निर्मित नया म्युनिजम पर्यटकों को बराबर मोहित करता है । इस म्युजियम के प्रधान श्री ल्यू चन वी ने कहा कि यह आधुनिक म्युजियम 1899 से लेकर अब तक के सौ वर्षों में ताल्येन शहर में हुए परिवर्तनों , विशेषकर पिछले बीसेक सालों में सुधार व खुले द्वार की नीति लागू होने के बाद के ताल्येन शहर के उद्योग , कृषि और पर्यटन जैसे क्षेत्रों के विकास को दर्शाने के लिये स्थापित किया गया है । म्युजियम के मुख्य भवन का फर्शीक्षेत्र तीस हजार चार सौ वर्गमीटर है और प्रदर्शनी हाल का रक्बा 15 हजार वर्गमीटर है ।

लौहे इस्पात से निर्मित भवन के विशाल शीशे खिड़कियां अत्यंत रोशनीदार हैं और पूरा भवन हवादार है । यह आधुनिक म्युजियम शहरी सूरत , उत्थान पर अर्थतंत्र , रोमांटिक शहर और सिंहावलोकन व भविष्य जैसे कुल चार मुद्दों में बटा हुआ है । पुराने ताल्येन प्रदर्शनी क्षेत्र के पास नया ताल्येन क्षेत्र है ।