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(GMT+08:00) 2006-09-28 16:11:10    
जलडमरूमध्य के दोनों तट फिर से आर्थिक पुनरूत्थान पर सोच विचार कर रहे हैं

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दक्षिण पूर्व चीन के समुद्रतट में एक प्रांत है, जिस ने 20 साल पहले सर्वप्रथम चीन के आर्थिक सुधार व खुलेपन में भाग लिया था, लेकिन बाद में अन्य क्षेत्रों में उत्पन्न तेज आर्थिक प्रगति के आगे वहां की स्थानीय आर्थिक विकास धीमा पढ़ने लगा, आहिस्ते आहिस्ते यह प्रांत चीन के तेज आर्थिक विकास की पंक्ति से बाहर निकलने लगा। चीन की आगामी पांच वर्षीय योजना के आर्थिक विकास ने फिर से इस प्रांत को आर्थिक का आग्रिम मोर्चा तय किया है। आज के इस कार्यक्रम में प्रस्तुत है फूच्येन प्रांत के पुनरूत्थान पर एक रिपोर्ट ।

पिछली शताब्दी के 70 वाले दशक में, चीन के पूर्वी समुद्रतटीय कुछ प्रांतो ने सर्वप्रथम आर्थिक सुधार व खुलेपन नीति अपनाना शुरू किया था। उस समय इन प्रांतों ने थाएवान, हांगकांग,मकाओ इलाकों के निकट रहने की भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाकर भारी संख्या में विदेशी पूंजी का आयात किया था। लेकिन बाद के 20 सालों में , फूच्येन प्रांत के निकटीय क्वांगतुंग प्रांत जो उसके साथ पहली पंक्ति में आर्थिक सुधार व खुलेपन में भाग लिया था, अबतक उसका आर्थिक विकास तेजी से आगे बढ़ता रहा है। यहां तक कि फू च्येन प्रांत का मुख्य पूंजी निवेशक थाएवान ने फूच्येन को क्वांगतुंग प्रांत की बराबरी में कहीं कम पूंजी निवेश करना शुरू कर दिया ।

फूच्येन प्रांत के सामाजिक विज्ञान अनुसंधान विभाग के निदेशक येन चंग का मानना है कि फूच्येन ने सबसे ज्यादा पूंजी निवेश इस लिए आयात किया था क्योंकि थाएवान के अधिकतर निवासियों का गृह स्थान फू च्येन है, यह फूच्येन प्रांत के पूंजी निवेश की एक श्रेष्ठता रही है। लेकिन केवल गृह स्थान पूंजी निवेश के लिए काफी नहीं है। श्री येन चंग ने कहा फूच्येन प्रांत थाएवान से सबसे नजदीक है, लेकिन थाएवानी प्रशासन के बाधा डालने की वजह से , थाएवानी लोग वहां से अपनी सामग्रियां सीधे मुख्य भूमि में नहीं भेज सकते हैं, उन्हे हांगकांग से गुजर कर आना पड़ता है। थाएवानी उद्यमियों ने क्यों क्वांगतुंग प्रांत को अधिक पसंद किया है, वह इस लिए कि वह थाएवान से नजदीक है और दूसरा हांगकांग, मकाओ ने चू च्यांग नदी डेल्टा में पूंजी निवेश की बेहतरीन औद्योगिक पर्यावरण बना ली है । 90 वाले दशक के अन्तिम काल में थाएवान उद्यमियों ने आम उद्योगों में पूंजी निवेश करना बन्द कर दिया, उन्होने अपनी आंखे शांगहाए जैसे चीन के आर्थिक केन्द्र पर टिका रखी है।

श्री येन चंग ने कहा कि उद्योगों के केन्द्रित की कमी, आधारभूत संस्थापनो के पिछड़ापन फू च्येन प्रांत के आर्थिक विकास में मंदी आने का मुख्य कारण बन गया है। खुशी की बात है कि जलडमरूमध्य के दोनों तटों के निर्माण को चीन के आगामी पंच वर्षीय योजना में शामिल करने से फू च्येन ने अपने बन्दरगाहों के निर्माण को गति देना शुरू कर दिया है, ताकि बन्दरगाहों के निर्माण से दोनो तटों के आर्थिक विकास को तेज गति से आगे बढ़ाया जा सके। ध्यान रहे फू च्येन प्रांत के पास 3300 से अधिक किलोमीटर लम्बी समुद्री लाइन है, जो पूरे देश में दूसरे नम्बर पर आता है, जबकि थाएवान जलडमरूमध्य विश्व के सामानों के परिवहन का सबसे व्यस्त अन्तरराष्ट्रीय जल मार्गों में से एक है। वर्तमान फूच्येन सरकार ने 10 हजार टन से लेकर, एक लाख टन , 3 लाख टन जहाजों के लंगर डालने वाले बन्दरगाहों के निर्माण में 29 अरब य्वान की धनराशि डालने की योजना बनाई है, वर्ष 2010 में फूच्येन प्रांत के बन्दरगाह के मालों के उतार चढ़ाव की वार्षिक क्षमता 30 करोड़ टन से उपर तक पहुंच जाएगी।

बड़े पैमाने पर बन्दरगाहों के निर्माण व उसके आसपास के उद्योगों के विकास को प्रेरणा पाने की खूबियों पर बोलते हुए समुद्र बन्दरगाह प्रबंधन विभाग के प्रभारी छाए फू युंग ने हमारे संवाददाता को बताया सभी जानते हैं कि फिलहाल उद्योगों के कच्चे मालों, मानव खपत के अलावा, सबसे महत्वपूर्ण लाजिस्टक खपत है। जल परिवहन की खपत से सबसे कम होती है। बन्दरगाहों के नजदीक उद्योग अकसर भारी मात्रा में मालो के भेजने व लाने के कम खपत से अपना खर्चा कम कर सकती है,इस लिए हमें औद्योगिक अडडा स्थापित करने के साथ प्रोसेसिंग व्यापार अडडे की भी स्थापना करनी चाहिए।

वर्ष 2010 में फू च्येन ने अपने प्रचुर बन्दरगाह संसाधन का प्रयोग कर तेल रसायन, उर्जा, वाहन निर्माण, जहाज मरम्मत व निर्माण आदि उद्योगों का केन्द्र बन गया है। बन्दरगाह के आधारभूत संस्थापनों के सुधार ने थाएवानी उद्योमियों को फिर से अपनी ओर आकर्षित करना शुरू कर दिया है। वर्तमान थाएवान के इलैक्ट्रोनिक सूचना, जीव चिकित्सा, परिशुद्ध मशीनरी आदि हाई टैक उद्योगों ने फू च्येन में आकर अपना डेरा डालना शुरू कर दिया है। इस साल की फरवरी में विश्व का तीसरा लिक्विड क्रिस्टल डिस्पले के उत्पादन उद्योगों व थाएवान के योता ओपटिकल समूह ने फू च्येन प्रांत के श्यामन शहर के उच्च विज्ञान तकनीक विकास क्षेत्र में 50 करोड़ अमरीकी डालर की धनराशि डालकर अपनी निर्मित संस्थाओं का निर्माण करना शुरू कर दिया है। श्यामन शहर के हाई टैक विकास क्षेत्र के प्रबंधन कमेटी के उप निदेशक सुन ता हाए ने हमे बताया कि योता ओपटीकल समूह के आने से शक्तिशाली समूह के इस जगह में प्रवेश करने की भावना को उजागर किया है । श्री सुन ता हाए ने कहा इस परियोजना का महत्व इतना बड़ा है कि उसने दसेक पूर्ण संस्थापन वाले कुंजी उद्योगों को इस विकास क्षेत्र में आकर्षित किया है। लिक्विड क्रिस्टल शीशा जैसे हाई टैक साज सामानों के अलावा अन्य कुछ जटिल हाई टैक वाले उद्योगों ने हमारे औद्योगिक विकास क्षेत्र में 40 अरब य्वान की पूंजी डाली है,, जबकि उनके दवारा उत्पादन उत्पादों से प्राप्त होने वाली धनराशि 20 से 30 अरब तक पहुंच सकती है।

नवीन हाई टैक उद्योगों के अलावा, फू च्येन और थाएवान के बीच मौसम में भी समानता है, यह भी थाएवानी उद्योगपतियों के फू च्येन के कृषि उद्योग में पूंजी निवेश करने का एक कारण है। थाएवानी उद्योमी श्वी चे येन ने यहां एक पीनशिफ फूल उगाने व बेचने की कम्पनी की स्थापना की है। आरम्भ में उन्होने 3000 वर्ग मीटर की जमीन से यह धन्धा शुरू किया था, आज वह 14 हजार वर्ग मीटर तक के क्षेत्रफल में अपना धन्धा चला रहे हैं। श्री श्वी ने कहा कि उनका पीनशिफ फूल यूरोप के बाजार में हाथों हाथ बिकता है, गत वर्ष उन्होने 10 लाख फूल पौधों का निर्यात किया था, इस साल और अधिक निर्यात करने की योजना है। उन्होने कहा हमारे थाएवान का कृषि उद्योग एक हाई टैक मंजिल पर जा पहुंचा है, जबकि मुख्य भूमि परम्परागत क्षेत्रों में है। यदि हम उत्पादन मूल्य में वृद्धि पाने के उपाय न निकाल सके तो हमारे मुनाफे की वृ्द्धि में भी असर पड़ सकता है। इस लिए मुख्यभूमि थाएवान की कृषि तकनी का आयात कर कृषि उत्पादों के प्रोसेसिंग पर बल देतो स्थानीय किसानों को भारी लाभ मिल सकता है।

अलबत्ता थाएवान और मुख्य भूमि चीन के फूच्येन प्रांत के बीच आर्थिक विकास का एक नया सुअवसर आगे खड़ा है, यह सुअवसर अवश्य दोनों तटों के आर्थिक के पुनरूत्थान को नयी जीवन शक्ति प्रदान करेगा।