चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता छिंगकांग ने 16 तारीख को दोहाराया कि चीन और जापान संबंध को वर्तमान कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है, दोनों देश के नेताए सामान्य रूप से आवाजाही न कर पा सकने की गांठ जापानी नेताओं के यासुकुनी मंदिर का दर्शन करने का अड़ियल रूख है।
पत्रकारों दवारा पूछे इस सवाल पर कि जापान के लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी नेता के शक्तिशाली उम्मीदवार शिनजो एबे के नए प्रधान मंत्री नियुक्त होने के बाद वह अक्टूबर में चीन की यात्रा करेगें , वर्तमान चीन और जापान के विदेश मंत्रालय के प्रशासनिक इस की तैयारी कर रहे है के सवाल का सीधा जवाब न देते हुए सिर्फ यह कहा कि चीन हमेशा से चीन-जापान मैत्री सहयोग के संबंध के विकास को महत्व देता आया है। वर्तमान की कुंजीभूत जापान के नेताओं को जल्द यह निर्णय लेना है कि वे यह राजनीतिक बाधा को पूरी तरह रदद कर दे, ताकि दोनों देशों के संबंध जल्दी सामान्य विकास के मार्ग पर वापस लौट आए। चीन का यह रूख स्पष्ट और सुदृढ़ है।
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