चीनी लोग हमेशा ही पड़ोसियों के साथ के संबंधों को बड़ा महत्व देते हैं। पुराने समय की चीन में एक कहावत है कि दूर के रिश्तेदार निकट के पड़ोसियों से अच्छे नहीं होते। लेकिन, आधुनिक शहरी जीवन की तेज़ गति से पड़ोसियों के बीच संपर्क धीरे-धीरे ढीला पड़ गया है। सात वर्ष पहले , उत्तरी चीन के समुद्रतटीय शहर थ्येन चिन शहर में एक सड़क पर प्रथम बार पड़ोसी-दिवस मनाया गया। अब पड़ोसी-दिवस चीन के बीसियों शहरों में प्रचलित हो गया है। पड़ोसी धीरे-धीरे एक दूसरे से घनिष्ठ संबंध स्थापित कर रहे हैं।
पड़ोसियों की चर्चा करते ही अनेक चीनी लोगों के मन में उत्साह की भावना भर आती है। चूंकि चीनी परम्परा के अनुसार, पड़ोसी का संबंध एक बहुत घनिष्ट संबंध है, यहां तक कि किसी हद तक अपने रिश्तेदार के बराबर है। पहले, चीन के शहरों में अधिकांश नागरिक मकानों में रहते थे। कई बार कई परिवार या बीसियों परिवार एक ही आंगन में रहते थे। इमारत में रहने वाले नागरिकों में भी कुछ परिवार एक ही रसोईघर या शौचालय का इस्तेमाल करते थे। पड़ोसी बहुत नज़दीक रहते हैं। और फुरसत के समय वे एक दूसरे के यहां जाना और गपशप करना पसंद करते थे, मानो वे सब एक ही परिवार के परिवारजन हों।
समाज के विकास के साथ-साथ, शहरों में नागरिकों के मकानों में सुधार हुआ है। लोग इमारतों में रहने लगे हैं। लोगों के बीच एक ही रसोईघर या शौचालय का इस्तेमाल करने की स्थिति भी कम हो गयी है। लेकिन जीवन गति के तेज़ होने के साथ-साथ, आज पड़ोसियों के बीच आदान-प्रदान भी कम हो गया है। पेइचिंग की एक सरकारी संस्था में काम करने वाले श्री चुंग छांग जडं ने संवाददाताओं से कहा,रोज़ काम करने के बाद मैं व्यायाम करना पसंद करता हूं। इस के अलावा, मैं अक्सर अपनी पत्नि के साथ गपशप करता हूं , टी वी देखता हूं और इंटरनेट पर यात्रा करता हूं। मैं बहुत कम आसपास के पड़ोसियों के साथ संपर्क कर पाता हूं।
चीन के सब से औद्योगिक व वाणिज्यिक शहर शांग्हाई शहर के संबंधित विभाग द्वारा जारी एक मतसंग्रह से पता चला कि केवल 24 प्रतिशत लोग अक्सर पड़ोसियों के साथ आदान-प्रदान करते हैं, लगभग आधे लोग पड़ोसियों के नाम व पेशे नहीं जानते हैं। दक्षिण चीन के शन चडं शहर में इसी तरह की जांच से पता चला कि 90 प्रतिशत से ज्यादा शहरी नागरिक पड़ोसियों के साथ आदान-प्रदान करना और उन के साथ आपसी मदद वाले संबंधों को स्थापित करना पसंद करते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि मेल व सामंजस्यपूर्ण पड़ोसी संबंध हर एक परिवार के सदस्य के बेहतर स्वास्थ्य के लिए और समाज की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। थ्येन चिन सामाजिक अकादमी के प्रोफेसर श्री हाओ मेई शो ने कहा,पड़ोसियों के बीच औपचारिक संबंधों से सूचनाओं व भावनाओं के संपर्क में बाधा आती है और कभी-कभी अलगाव व असुरक्षा की भावना भी उत्पन्न होती है। इस के अलावा, पड़ोसियों के बीच आदान-प्रदान व संपर्क के अभाव से अक्सर छोटी-छोटी बातों से अनावश्यक्त गतिरोध या समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।
सात वर्ष पहले, थ्येन चिन शहर के ह शी जिले की थ्येन था सड़क के कुछ लोगों ने परम्परागत व सामंजस्यपूर्ण पड़ोसी संबंध की स्थापना करने के लिए पड़ोसी-दिवस मनाया। सड़क कार्यालय की उप प्रधान सुश्री च्याओ यांग ने संवाददाताओं से कहा,
हमें महसूस हुआ कि यदि पड़ोसियों के बीच सामंजस्यपूर्ण संबंध नहीं हैं तो जिले के नागरिकों की गुणवत्ता व सामुदायिकता की उन्नति पर इस का सीधा नकारात्मक असर पड़ेगा। हमारा विचार है कि पड़ोसियों के बीच संबंध हमारे कार्य का एक बहुत महत्वपूर्ण भाग है, इसलिए, हम ने वर्ष 1999 में ही सर्वप्रथम पड़ोसी-दिवस मनाया।
पड़ोसी-दिवस हर शरत् में एक हफ्ते के लिए मनाया जाता है। इस बीच गली में रहने वाले नागरिक रंग बिरंगे मिलन समारोहों का आयोजन करते हैं। इस में पड़ोसियों के बीच आपस में शतरंज खेलना, नृत्य-गान की प्रतियोगिता करना, गरीब पड़ोसियों को मदद देना आदि शामिल है। हर वर्ष वे सब से अच्छे पड़ोसी को सम्मानित भी करते हैं। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, थ्येन चिन शहर के दक्षिण पश्चिमी में स्थित इस कम्युनिटी में पड़ोसी-दिवस की स्थापना के पिछले सात वर्षों में कुल 700 से ज्यादा नागरिकों को अच्छे पड़ोसी की हैसियत से सम्मानित किया गया है।
पड़ोसी-दिवस ने पड़ोसियों के बीच दूरी को कम किया है,जिस से लोगों के बीच संबंध और घनिष्ठ हो गये हैं। 78 वर्षीय सुश्री मा शी मिन थ्येन था कम्युनिटि की पुरानी सदस्या हैं। रिटायर होने के बाद, वे अक्सर पड़ोसियों के लिए संदेश भेजना, इमारतों में सार्वजनिक स्वास्थ्य को बरकरार रखना आदि कुछ न कुछ काम करती रहती हैं। जब सुश्री मा के घर में कोई बात हो, तो लोग भी स्वेच्छा से उन्हें मदद देते हैं। दो वर्ष पहले, सुश्री मा का 80 से ज्यादा की उम्र वाला पति अचानक बीमार हो गया। पड़ोसियों ने उन्हें खूब मदद दी । सुश्री मा ने कहा,उस समय उन का स्वास्थ्य अच्छा नहीं था। वे बीमार हो गये। उन के बेटे-बेटियां भी उन के पास नहीं हैं। तो क्या हुआ। सब पड़ोसी बाहर आये। लोग सुश्री मा के पति को ह्वेन हू अस्पताल ले गये और दवा-दारु में उन की मदद की। पड़ोसियों के बिना मेरे पति मर ही जाते। अभी तक, जब इस बात की चर्चा होती है, तब मेरे मन में पड़ोसियों के प्रति आदर की भावना भर आती है।
अब थ्येन चिन के ह शी जिले की थ्येन था सड़क का पड़ोसी-दिवस न केवल थ्येन चिन शहर के अन्य जिलों तक फैल गया है, बल्कि चीन के अन्य शहरों में भी पड़ोसी-दिवस मनाया जाने लगा है।
पूर्वी चीन के मशहूर पर्यटन शहर हांगच्यो शहर में हर वर्ष के अक्तूबर के उत्तरार्द्ध में पड़ोसी-दिवस मनाया जाता है। जब यह दिवस आता है तो सुखी व सामंजस्यपूर्ण जीवन को प्रतिबिंबित करने वाली पीली रेशमी पट्टियां आकाश में उड़ते लगती हैं। लगभग हर एक कम्युनिटी में अपनी-अपनी गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जैसे खेल-समारोह, कम्युनिटी नृत्य-मिलन समारोह आदि-आदि।
गत वर्ष हांगच्यो के पड़ोसी-दिवस के दौरान, च्याओह्वेई सड़क के लाओफांगदी कम्युनिटी के सौ परिवारों ने अपना सब से विशेष खाना लाकर पड़ोसियों के साथ खाया। उस दिन, पूरे चॉक में स्वादिष्ट खाने की सुगंध फैल गयी थी।
उस दिन की याद करते हुए नागरिक सुश्री फेन फंग दी ने खुशी से कहा,हमें बहुत खुशी हुई थी। वास्तव में कम्युनिटि एक बड़ा परिवार ही है। इस गतिविधि के जरिये, पड़ोसियों के बीच आपसी समझ बढ़ती है और हमारे बीच बड़े परिवार का माहौल भी पैदा होता है।
सुश्री फेन फंग दी को अभी तक याद है कि उस समय जब एक नागरिक ने खुद पकायी गयी लाल मछली को मेज पर रखा, तो मछली के स्वादिष्ट होने के कारण आसपास के नागरिकों ने उस नागरिक को घेर करके उस से सीखना शुरु कर दिया। सुश्री फेन की नज़र में इस तरह का माहॉल बहुत मैत्रीपूर्ण और भावना से भरा है।
हालांकि पड़ोसी-दिवस केवल कई दिनों तक चलता है, फिर भी उस की सुन्दर मैत्रीपूर्ण भावना तो नागरिकों के रोजाना जीवन में भरी हुई है।
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