चीनी विदेश-मंत्रालय के प्रवक्ता श्री छिंग कांग ने 14 तारीख को पेइचिंग में कहा कि दलाई लामा के दसियों वर्षों की करनी व कथनी से साबित हुआ है कि वह धर्म के बहाने लम्बे अरसे से मातृभूमि का विभाजन करने की कार्यवाई में लगा हुआ राजनीतिक आवारा है। चीन किसी भी देश या व्यक्ति द्वारा दलाई लामा की समस्या के बहाने से चीन के अंदरुनी मामलात में हस्तक्षेप करने का विरोध करता है। प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने का चीन का संकल्प दृढ़ व अटल है।
चीन द्वारा अनेक बार गंभीरता से इस मामले को उठाने के बावजूद अमरीकी कांग्रेस दलाई लामा को तथाकथित कांग्रेस का स्वर्ण-पदक देने के प्रस्ताव को पारित करने पर डटी रही है। श्री छिंग कांग ने कहा कि चीन इस के प्रति जबरदस्त असंतोष व इस का दृढ़ विरोध करता है।
श्री छिंग कांग ने बलपूर्वक कहा कि तिब्बत चीन की प्रादेशिक भूमि का एक अखंडनीय भाग है, जिसे अमरीकी सरकार समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय की व्यापक सहमति प्राप्त है। लेकिन, अमरीकी कांग्रेस की इस कार्रवाई ने तिब्बत की अलगाववादी शक्तियों को गंभीर व गलत संकेत दिए हैं, और जो चीन के अंदरुनी मामलों में घृणास्पद हस्तक्षेप है और इस से चीन व अमरीका के संबंधों को नुकसान पहुंचाया गया है।
|