चीनी प्रधान मंत्री श्री वन चा पाओ ने 11 तारीख को हिल्सिंकी में आशा प्रकट की कि भविष्य में जापानी नेता यासुकूनी मंदिर के दर्शन का उचित रूप से निपटारा कर सकेंगे ताकि दोनों देशों के बीच आई हुई राजनीतिक बाधा दूर की जा सके और दोनों देशों के संबंधों को सामान्य बनाया जा सके ।
श्री वन चा पाओ ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जापानी नेताओं द्वारा चीनी व एशियाई जनता के विरोध के बावजूद यासुकूनी मंदिर के दर्शन करने से चीनी व एशियाई जनता की भावनाओं को ठेस पहुंची है, जो एक राजनीतिक बाधा भी बनी है। हमारी आशा है कि भविष्य में जापानी नेता दोनों देशों के हितों को ध्यान में रख कर यासुकूनी मंदिर के दर्शन करने का उचित रूप से निपटारा कर सकेंगे। यह चीन व जापान के लिये भी लाभदायक होगा और विश्व की शांति व स्थिरता के लिये भी ।
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