आप केनल अपना नाम या अपने कंपनी का नाम वेबसाईट पर टाईप करें और आपको अपना मोबाईल फोन का नंबर कंप्यूटर स्क्रीन पे दिखाई देगा। चीनी वेबसाईट www.mingpian.com ( जिसका अर्थ होता है नेमकार्ड) हाल के कुछ दिनों में सभी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है क्यों की इस वेबसाईट के जरिये बीस लाख लोगों की व्यक्तिगत और व्यवसायिक जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उपलब्ध जानकारीयाँ में संबंध व्यक्ति और आफिस की नंबर, ई-मेल, कंपनी का पता, शामिल हैं जो संबंधित व्यक्ति के जानकारी के बगैर वेबसाईट में डाला गया है।
इस वेबसाईट के जरिये कोई भी सर्वाधिक दस कार्डों की जानकारीयाँ प्राप्त कर सकता हैं। अगर कोई भी व्यक्ति एक नये कार्ड की जानकारी इस वेबसाईट को देगा तो उसे दो और नये कार्डों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकती है।
थाई, जो इस वेबसाईट की प्रेस आफिसर हैं, अपना पूरा नाम नहीं बताती हैं और कहती हैं की, बहुत सारे कार्डों की जानकारी वेबसाईट को वेबसाईट की कर्मचारियों और उनके अपने नीजी सम्पर्को के जरिये प्राप्त होती हैं। वेबसाईट का यह मानना है की इसके जरिये सेल्स और मार्केटिंग विभाग में काम करने वालों के लिए जानकारी का प्रमुख श्रोत है और कई कंपनियों को नये योग्य लोगों की नियुक्ति में काफी मदद मिलती हैं क्योंकी इस वेबसाईट से उन का समय और पैसा दोनों ही बचते हैं।
हर एक महीने इस वेबसाईट में पचास लाख बार इस वेबसाईट पर इन्टरनेट के जरिये क्लिक करते हैं ओर आज चीन में यह साईट काफी मशहूर हैं। लेकिन मशहूर होने के साथसाथ यह वेबसाईट काफी विवादित भी हो गया है क्यों की कुछ विशेषज्ञों का मानना है की लोगों के अनुमति के बिना उनकी व्यक्तिगत जानकारी दूसरों को देना उनकी नीजी जिंदगी में दखलअंदाजी होगी। उदाहरण के तौर पर माओ छिंगलिन, जो चीनी लेनोवो कंप्यूटर लिमिटेड में मार्केटिंग मैनेजर हैं, को ही ले लीजिए जो कहते हैं की "मैं अपनी जानकारी इस वबसाईट को कभी नहीं दी थी और इस वेबसाईट ने मेरे व्यक्तिगत जिंदगी का उल्लंघन किया है।"
लेकिन दूसरे लोगों का कुछ दूसरा ही राय था। षु हुआनमिंग , जो एक आई टी कंपनी, सिस्को, में काम करते हैं, कहते हैं की उन्हें काफी आशचर्य हुआ की उनकी व्यक्तिगत जानकारी नेट में उपलब्घ है लेकिन साथ में उनका यह मानना है की उपभोक्ताओं को सही जानकारी प्राप्त कराने के दिशा में एक कुशल माध्यम है। वेबसाईट के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी की कुछ लोगों ने उनके व्यक्तिगत जानकारी साईट में होने पर नाखुश थे और ऐसे लोगों की आपत्ति जताने पर उलका नाम वेबसाईट से निकाल दिया गया। इसके अलावा उनका कहना था की वेबसाईट सिर्फ व्यवसायिक जानकारियाँ देने पर ज्यादा ध्यान देता हैं।
वेबसाईट का यह मानना है की कानूनी मुद्दों के चंगुल से दूर रहने के लिए यह साईट अपने उपभोक्ताओं से एक समझौता करता है जिसके तहत यह साफ तरीके से कहा जाता है की इस साईट की जानकारी का दुरुपयोग न करें और ऐसे करने पर इसकी पूरी जिम्मेदारी उपभोक्ता की होगी। जानकारी प्राप्त कराने के व्यवसाय में यह एकमात्र साईट नहीं है और इससे पहले अमेरिका में www.jigsaw.com नामक साईट चालू किया गया था जो आज भी नेट में उपलब्ध है। चीन में भी सन् 2005 में वेइजिंग मोर्निंग पोस्ट ने एक वेबसाईट www. ucloo.com के बारे में बताया जिसने यह दावा किया की उसने 9 करोड़ से भी अधिक लोगों की जानकारी को बेचा है। बाद में जनता की दबाव में इस साईट ने इस साईट से उपलब्ध जानकारी को हटाया।
चीन में लोगों की व्यक्तिगत जानकारी की रक्षा चीन की व्यक्तिगत कानून के जरिये की जाती है। चीन में लोगों की व्यक्तिगत जानकारी क जानकारी की और अच्छी से रक्षा करने के लिए और नये कानून बनाये जा रहे है। इस कानून के अंतर्गत लोगों का पता, मोबाईल या टेलिफोन नंबर और उनका उद्योग को पूरी तरीके से कानून की रक्षा प्राप्त होगी।
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