दोस्तो , आप जानते होंगे कि छाया मुक्केबाजी का व्यायाम चीन में विकसित हुआ और सदियों से अत्यन्त लोकप्रिय रहा है । छाया मुक्केबाजी के अभ्यास से स्वास्थ्य को बड़ा लाभ मिलता है और शरीर में चुस्ती स्फुर्ति आती है । इसलिए यह व्यायाम अब विश्व के बहुत से स्थानों में भी बहुत ही लोकप्रिय हो गया है । चीन के विभिन्न प्रांतों और शहरों में हर साल छाया मुक्केबाजी की प्रतियोगिता आयोजित होती है । हाल ही में सिन्चांग के ऊरूमुची शहर में आयोजित भव्य छाया मुक्केबाजी निमंत्रण प्रतियोगिता बेहद आकर्षक थी । सिन्चांग का दौरा कार्यक्रम के माध्यम से आप को ऊरूमुची की इस प्रतियोगिता से अवगत किया जाएगा ।
सिन्चांग की थ्येनशान समर नामक छाया मुक्केबाजी निमंत्रण प्रतियोगिता प्रदेश की राजधानी ऊरूमुची में आयोजित हुई थी । सिन्चांग , देश के भीतरी इलाकों तथा जापान , थाईलैंड और मलेशिया आदि देशों की कुल 97 टीमों के हजार खिलाड़ियों ने इस में भाल लिया ।
छाया मुक्केबाजी की उत्पत्ति अब तक कम से कम सात सौ साल पहले हुई है । इधर के सौ सालों में उस का विकास व्यायाम के अलावा खेल प्रतियोगिता और रोग उपचार के क्षेत्र में हुआ , जिस से छाया मुक्केबाजी के गर्भित विषय और समृद्ध हो गए । चीनी मार्शल आर्ट संघ के अध्यक्ष , एशिया मार्शल आर्ट फेडरेशन के माननीय अध्यक्ष श्री श्यु छ्यी ने छाया मुक्केबाजी के अध्ययन में गहरा अनुभव प्राप्त किया है । उन्हों ने कहा कि छाया मुक्केबाजी की अनेक शाखाएं प्रचलित रही हैं, उन की अपनी अपनी विशेषता देखी जा सकती है । वर्तमान में छाया मुक्केबाजी की छन शी शाखा और यांग शी शाखा बहुत लोकप्रिय है और चीन के विभिन्न स्थानों में व्यापक रूप से खेला जाता है । श्री श्यु छ्यी के अनुसार छाया मुक्केबाजी सिन्चांग में खूब विकसित हो रही है । वे कहते हैः
सिन्चांग में छाया मुक्केबाजी का विकास बहुत तेज है , अब सिन्चांग छाया मुक्केबाजी संघ के सदस्यों की संख्या ही 40 हजार तक पहुंची है। सिन्चांग में आयोजित मौजूदा छाया मुक्केबाजी प्रतियोगिता बहुत ध्यानाकर्षक है । देश विदेश से बहुत से खिलाड़ी सिन्चांग में इक्टठे हुए और इस व्यायाम पर अनुभवों का आदान प्रदान हुआ । छाया मुक्केबाजी का व्यायाम न केवल एक अलग किस्म का खेल है और स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा देता है , साथ ही वह खेल प्रेमियों को एक सूत्र में बांधने की शक्ति भी रखता है ।
छाया मुक्केबाजी जन व्यापी खेल व्यायाम है , इस के अभ्यास के लिए किसी भी साधनों की आवश्यकता नहीं है और व्यायाम के लिए महज एक छोटी छोटी जगह ही काफी है । इसलिए चीन के शहरों में हो या गांवों में , पार्कों में हो या सड़कों के पास खुली जगह हो , हर स्थान में छाया मुक्केबाजी का खेल खेला जाता दिखाई देता है । चीनी लोग आम तौर पर प्रातः काल पार्कों में हल्के क्लासिकल संगीत की धुन के साथ मुक्त भाव व स्वतंत्र रूप से छाया मुक्केबाजी का अभ्यास करते हैं । सिन्चांग में छाया मुक्केबाजी की प्रतियोगिता अलग रूप से आकर्षक है , बहुत से खिलाड़ी पहली बार सिन्चांग आए हैं । हैलुंगचांग प्रांत से आए अनुभवी खिलाड़ी श्री लु चुंग फिंग ने कहा कि विश्व विख्यात थ्येन शान पर्वत की तलहटी में छाया मुक्केबाजी का अभ्यास करने में एक अलग अनुभव मिलता है । उन्हों ने कहाः
सिन्चांग में थ्येन शान समर नामक छाया मुक्केबाजी प्रतियोगिता का आयोजन एकदम नामानुकूल लगता है । हमें ऐसा अनुभव हुआ कि हम थ्येनशान पर्वत पर लौट कर मार्शल आर्ट लड़ रहे हों । इस आयोजन ने देश की श्रेष्ठ सांस्कृतिक परम्परा को विकसित किया है ।
छाया मुक्केबाजी का व्यायाम चीनी राज्य नेताओं ने भी पसंद किया और उस के विकास को प्रेरणा भी दी । दिवंगत चीनी नेता अध्यक्ष माओ त्से तुंग ने कहा था कि पर्वतारोहन , तैराकी तथा छाया मुक्केबाजी सभी अच्छे खेल व्यायाम है , उन्हें विशेष रूप से विकसित करना चाहिए । स्वर्गीय चीनी प्रधान मंत्री चो एन लाई ने वर्ष 1956 में जापानी मित्रों को छाया मुक्केबाजी की सिफारिश की । स्वर्गीय चीनी नेता तङ श्यो फिंग ने वर्ष 1978 में जापानी मित्रों के लिए जो आलेख लिखा था , उस का अर्थ है छाया मुक्केबाजी बहुत अच्छी है । जापानी छाया मुक्केबाजी टीम ने भी सिन्चांग आ कर थ्येन शान समर छाया मुक्केबाजी निमंत्रण प्रतियोगिता में हिस्सा लिया । उस ने अपने श्रेष्ठ खेल प्रदर्शन से प्रतियोगिता का दूसरा स्थान जीता । जापानी टीम के सदस्य योची मासायो ने कहाः
मुझे छाया मुक्केबाजी बहुत पसंद है , इस के व्यायाम से मेरे स्वास्थ्य को बड़ा फायदा मिला , मेरे पैर पांव प्रबल और मजबूत हो गए हैं । खास कर छाया मुक्केबाजी व्यायाम के जरिए मुझे चीन की सांस्कृतिक जानकारी अच्छी तरह प्राप्त हुई । छाया मुक्केबाजी एक गूढ़ भरी व्यायाम है । यहां प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मेरे लिए गौरव की बात है । चीनी खिलाड़ियों का स्तर ऊंचा है , हमें आगे भी निरंतर प्रयास करना चाहिए।
प्रतियोगिता में शरीक विदेशी टीमों में से थाईलैंड की टीम के सदस्यों की संख्या सब से ज्यादा है । थाईलैंड के एक टीम के कोच श्री ली छिंग श्यांग ने थाईलैंड में छाया मुक्केबाजी व्यायाम के विकास की स्थिति बतायीः
मैं हर साल विभिन्न स्थानों में होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेता हूं । अतीत में थाईलैंड में केवल प्रवासी चीनियों को छाया मुक्केबाजी पसंद थी , बाद में बहुत से चीनी कोच थाईलैंड में लेक्चर देने आए , अब छाया मुक्केबाजी थाईलैंड में बहुत लोकप्रिय हो गयी और व्यापक तौर पर खेला जाता है । थाई लोगों को यह खेल बहुत पसंद हो गयी और शहरों में ज्यादा पसंद होती है ।
छाया मुक्केबाजी चीनी राष्ट्र का श्रेष्ठ सांस्कृतिक धरोहर है , जिस के स्वास्थ्य लाभ और सौंदर्य कला का महत्व होता है । अब विश्व में कई करोड़ों लोग छाया मुक्केबाजी का अभ्यास करते हैं । चीनी मार्शल आर्ट के प्रसिद्ध प्रोफेसर , छाया मुक्केबाजी की तुंग य्ये शाखा के संस्थापक श्री मन ह्वीफङ अनेक बार विदेशों में छाया मुक्केबाजी सिखाने जाते हैं । उन्हों ने कहाः
छाया मुक्केबाजी प्रौढ़ों और वृद्धों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर व्यायाम है , यह विश्व भर में सर्वमान्य है , इसी के कारण अब विश्व भर में यह व्यायाम प्रचलित हो गया । मैं ने 20 से ज्यादा देशों में जा कर यह व्यायाम सिखाया , वे सभी चीन का यह व्यायाम स्वास्थ्य लाभ का श्रेष्ठ तरीका मानते हैं ।
छाया मुक्केबाजी सभी उम्र वर्गों के लिए अनुकूल खेल है , इसलिए छाया मुक्केबाजी प्रतियोगिताओं में अस्सी साल की आयु वाले बुजुर्ग भी है और दस बारह साल के बच्चे भी हैं । चीनी विश्वविद्यालय छात्रों में से बहुत से लोग छाया मुक्केबाजी के प्रेमी हैं । पेइचिंग विश्वविद्यालय में छाया मुक्केबाजी शिक्षा का एक विशेष कॉर्स भी खुला है ।
छाया मुक्केबाजी विशेषतः महिलाओं के लिए हितकारी है । एशिया मार्शल आर्ट संघ के माननीय अध्यक्ष श्यु छ्यी ने कहा कि जापान में कुछ महिलाएं छाया मुक्केबाजी के अभ्यास के लिए ही घर से निकल कर समाज में आयी है । उन्हों ने कहा कि एक साल वे जापान में किसी छाया मुक्केबाजी आयोजन में गए , वहां उन के आगमन के स्वागत में आई सभी लोग महिला थी । भोजन के समय श्री श्यु ने मजाक के लिए कहा कि छाया मुक्केबाजी ने आप लोगों को घर से बाहर निकाला है , आप इतने ज्यादा लोग , कभी कभी हजार लोग एक साथ छाया मुक्केबाजी का अभ्यास करती हैं, तो लगता है कि यह एक विशाल मिलन समारोह है । श्री श्यु छ्यी की उम्मीद है कि छाया मुक्केबाजी विश्व के सभी स्थानों में फैल जाएगी , वह रेशम मार्ग से मध्य एशिया और मध्य पूर्व में भी विकसित हो जाएगा और विश्व के सभी लोग उसे पसंद करेंगे ।
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