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(GMT+08:00) 2006-08-15 18:56:29    
तिब्बती लोगों के जीवन में रेल मार्ग से आया सुधार

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इस वर्ष पहली जुलाई को विश्व की छत पर स्थित छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग पर यातायत शुरू हो गया । इस रेल मार्ग के निर्माण के पूरा होने से चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में रेल न होने का इतिहास समाप्त हो गया । इस रेल मार्ग से बीस लाख से ज्यादा तिब्बती बंधुओं को न सिर्फ़ सुविधाजनक यातायात की सुविधा और सस्ती चीज़ें मिलेगी, बल्कि उन के जीवन तरीकों और विचारधाराओं में भी परिवर्तन आएगा। आज के इस कार्यक्रम में आप सुनिए इस संदर्भ में एक रिपोर्ट

70 वर्षीय डोर्चे वांगद्राक तिब्बत के उत्तरी भाग में स्थित नाछ्यू प्रिफैक्चर का एक साधारण चरवाहा है । उस के परिवार में कुल सात सदस्य हैं । पहले डोर्चे वांगद्राक और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मुख्य तौर पर चरागाही करता था, उस के पास 30 से ज्यादा सुलगाय और एक सौ से अधिक बकरे हैं । यह परिवार की प्रमुख संपत्ति और आमदनी का मुख्य स्रोत है । वर्ष 2002 में उन के घर के आसपास रेल मार्ग की स्थापना के लिए बड़ी संख्या में मज़दूर आए, स्थानीय तिब्बती बंधु आम तौर पर मज़दूरों के कार्य स्थल पर मज़ाक करने के लिए आते हैं , लेकिन डोर्चे वांगद्राक ने इसे व्यापार करने का मौका सोचा । उस का कहना है

"उस समय मैंने छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग निर्माण परियोजना के निदेशक विभाग के पास एक छोटी सी दुकान स्थापित की, और जीवनोपयोगी आवश्यक सामान बेचने लगा। मसलन तंबाकू, शराब, नूडल्स और अन्य खाद्य पदार्थ आदि। गत वर्ष मैं ने तीन हज़ार से ज्यादा य्वान कमाए ।"

इस कमाई से बुजुर्ग डोर्चे वांगद्राक बहुत संतुष्ट है । उसने कहा कि दुकान खोलने के अलावा उस के घर के सभी सदस्यों ने स्थानीय सरकार द्वारा संगठित रेल मार्ग रक्षा दल में भाग लिया।इस से उन्हें अतिरिक्त कमाई हुई । इस तरह रेल मार्ग के कारण गत वर्ष डोर्चे वांगद्राक के घर में पशुओं के बिना दस हज़ार य्वान की आमदनी प्राप्त हुई ।

अवकाश के समय बुजुर्ग डोर्चे वांगद्राक कभी-कभार रेल मार्ग के निर्माण वाले मज़दूरों के साथ गपशप करता है । ये मज़दूर भीतरी इलाके के अनेक स्थलों में काम करते हैं। इस तरह बुजुर्ग डोर्चे वांगद्राक को इन मज़दूरों के साथ की गयी बातचीत में तिब्बत स्वायत्त प्रदश के पड़ोसी प्रांत छिंगहाई प्रांत में पशु उत्पादों के बाज़ार की स्थिति के बारे में पता चला । उसे पता चला कि छिंगहाई प्रांत के पशु उत्पादों का दाम नाछ्वू प्रिफैक्चर से ज्यादा है। उस के दिमाग में एकदम एक विचार आया । उसने कहा

"वर्तमान में मैं रेल मार्ग के जरिए पशु उत्पाद का व्यापार करना चाहता हूँ । मैं रेल गाड़ी से गोलमूत जाना चाहता हूँ और हमारे गांव में उत्पादित सुलगायों और बकरों का चमड़ा वहां बेचना चाहता हूँ । इसके बाद मैं गोलमूत से रोज़मर्रा का सामान लाकर यहां बेचना चाहता हूँ ।"

तिब्बती बुजुर्ग डोर्चे वांगद्राक अपने बहु प्रांतीय व्यापार की तैयारियों में जुटे हुए हैं । इस के साथ ही तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा स्थित ल्हासा विश्वविद्यालय के न्यूज़ विभाग का विद्यार्थी लोयुल सांगशी भी छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग के यातायात शुरू होने को लेकर बड़ा उत्तेजित है । उसने कहा कि पहले उसे भारी जिज्ञासा थी कि भीतरी इलाके के विश्वविद्यालयों के बीच आपस में कभी-कभार अकादमिक आदान-प्रदान किया जाता है और विद्यार्थी सांस्कृतिक व कलात्मक गतिविधियां चलाते हैं । पहले तिब्बत का यातायात असुविधाजनक होने के कारण तिब्बत के स्थानीय विश्विद्यालयों के बीच ऐसी गतिविधि चलाने का मौका भी कम था , इस के प्रति उन्हें खेद लगता था । समाचार विषय का अध्ययन करने वाले विद्यार्थी के रूप में उसे मालूम हुआ कि वे भीतरी इलाके के विद्यार्थियों के साथ आदान-प्रदान करके भारी प्रगति हासिल कर सकता है, और इस से भविष्य में रोज़गार मिलने के लिए भी मदद मिल सकती है।