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(GMT+08:00) 2006-07-25 14:52:41    
चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के यातायात का विकास

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आप को जरूर पता होगा कि पहली जुलाई को छिंग हाई तिब्बत रेल मार्ग का यातायात शुरू हो गया । यह तिब्बत के विकास के दौरान चीनियों द्वारा प्राप्त एक शानदार उपलब्धि माना जाता है । लेकिन क्या आप जानते हों कि पुरानी जमाने में तिब्बत में कोई ढंग का मार्ग भी नहीं था । केवल तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद पिछली शताब्दी के पचास वाले दशक से वहां आधुनिक सड़कों का निर्माण शुरू हुआ, जिस से तिब्बत की यातायात स्थिति कदम ब कदम सुधर गयी ।

विश्व की छत कहलाने वाले तिब्बत पठार पर स्थित तिब्बत अपने विशेष पठारीय सौंदर्य, स्वच्छ प्राकृतिक वातावरण, अनगिनत बौद्ध मठ और अनोखी संस्कृति व रीति रीवाज़ से विश्व का ध्यान अपनी ओर बरबस आकृष्ट करता है । लम्बे समय में तिब्बत पठार की सुन्दर व रहस्यमय भूमि का दौरा करना बहुत से लोगों की जिज्ञासा बन गया।

लेकिन विश्व में समुद्र सहत से सब से उंचे स्थान पर स्थित होने के कारण तिब्बत जाना सदियों से विश्व में सब से कठिन और दुर्गम यात्रा रहा । 20 वीं शताब्दी के पचास वाले दशक से पहले पुराने तिब्बत में कोई भी आधुनिक मार्ग भी नहीं था, और आधुनिक मोटर वाहन का नामोनिशान भी नहीं था । उस जमाने में तिब्बती लोगों को आवाजाही और आर्थिक आदान प्रदान के लिए मानव या पशु के पीठे पर सामान लादने के आदिम ढंग पर निर्भर करना पड़ता था । इस से बाधित होने के परिणामस्वरूप तिब्बत का सामाजिक और आर्थिक विकास बहुत ही धीमा रहा था । तिब्बत में लम्बे समय से यातायात व परिवहन सेवा में लगे ड्राइवर श्री चांग छङख ने अतीत की यातायात हालत की याद करते हुए कहाः

"पहले, तिब्बत में मार्गों की स्थिति बहुत बुरी थी, सभी सड़कें मिट्टी की थीं, गाड़ी चलाते समय बहुत से कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था । वर्षा के समय में सकड़ों पर पानी के बहुत से गढे बने , किचड़ी छंट कर गाड़ी के शीशे पर जा लगे , तो गाड़ी चालकों को आगे का रास्ता साफ साफ़ दिखाई नहीं देता । "

50 वर्षीय ड्राइवर श्री चांग छङकख ने तिब्बत में 30 वर्ष तक गाड़ी चलायी । उन्हें स्वयं तिब्बत के यातायात में आए भारी परिवर्तन महसूस हुआ । गत शताब्दी के 70 वाले दशक में श्री चांग छङ ख तिब्बत आए , उन्होंने कहा कि उसी समय तिब्बत में कोई अच्छी हालत वाली सड़क बहुत कम थी । श्री चांग छङ ख ट्रक चलाते उच्चर पश्चिमी चीन के कानसू प्रांत से छिंगहाई तिब्बत राज मार्ग के जरिए तिब्बत को माल पहुंचाने का काम करते हैं । उन्होंने कहा कि उस समय हर परिवहन दौर में एक हफ्ते का समय लगता था , मौसम और राज मार्ग की खूबड़ खाबड़ स्थिति उन्हें इतना बड़ा हिंडोर देती थी कि उन की थकान दिनों से नहीं थम हो सकती।

वर्ष 1965 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना हुई, चीन सरकार ने तिब्बत के मार्ग निर्माण में निवेश ज्यादा लगाया । दसियों वर्षों के अथक प्रयासों से क्रमशः छिंगहाई-तिब्बत, सिछ्वान-तिब्बत, शिनच्यांग-तिब्बत, युन्नान-तिब्बत और चीन-नेपाल राज मार्ग आदि दस से ज्यादा राज मार्गों का निर्माण किया गया । इस के साथ ही तिब्बत में 300 से ज्यादा शाखा मार्ग भी बिछाये गये , और यालुचांगबू नदी, नू च्यांग नदी और लान छांग च्यांग नदी आदि नदियों में आठ सौ से ज्यादा पक्के पुलों का निर्माण किया गया । तिब्बत का अली प्रिफैक्चर समुद्र के सतह से औसतन् 4500 से ज्यादा मीटर ऊंचाई पर स्थित है , यहां के यातायात की स्थिति सब से दुगम और खतरनाक है । वर्ष 2005 में जीवन के वर्जित क्षेत्र कहलाने वाले अली प्रिफैक्चर में भी पक्के मार्ग का निर्माण शुरू हुआ । आने वाले एक दिन अली प्रिफैक्चर तक जाने वाले कच्चे खराब रास्ते की जगह समतल पक्के डामर सड़क ले लेगी । दर्जनों सालों के विकास के बाद वर्तमान में चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में यातायात सेवा का जाल बिछा जा चुका है । आज अगर आप किब्बत के किसी भी स्थान को जाना चाहते हों, तो मोटर गाड़ी आप को सुविधापूर्वक वहां पहुंचा सकती है । राज मार्गों की स्थिति के सुधार के कारण तिब्बत की यात्रा के दौरान थकान बहुत कम हो जाता है । ड्राइवर चांग छङ ख ने तिब्बत के मार्ग यातायात के वर्तमान विकास की चर्चा में कहा

"आज यहां के मार्ग बहुत अच्छे हैं , गाड़ी चलाना भी आसान हो गया, और गाड़ी की गति भी तेज़ हो गयी । इस तरह हमारे लिए ज्यादा समय बच गया । गाड़ी चलाने के दौरान कभी-कभी हम आराम कर सकते हैं और आसपास के सुन्दर प्राकृतिक दृश्य का लुत्फ ले सकते हैं ।"