पहली जुलाई से छिंगहाए-तिब्बत रेलवे लाइन के पूरी तरह शुरू होने से, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में पीढ़ी दर पीढ़ी रेलवे मार्ग का न होने का इतिहास काल पूरी तरह समाप्त हो गया है। संबंधित विशेषज्ञों ने कहा कि छिंगहाए-तिब्बत का रेलवे निर्माण तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के आर्थिक की वृद्धि में निर्णायात्मक भूमिका अदा करेगा और तिब्बत के आर्थिक के अनवरत विकास के लिए सुनिश्चता प्रदान करेगा।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की भूमि का क्षेत्रफल , चीन की भूमि का एक बटा आठ बनता है, लेकिन लम्बे अर्से से तिब्बत केवल सड़क व वायु उड़ान यातायात व परिवहन पर निर्भर रहता आया है, चाहे परिवहन क्षमता व मात्रा की दृष्टि से देखा जाए या परिवहन की आर्थिक सुवीधा से, वह एक बड़ी हद तक अपनी स्वंय के विकास की मांग को पूरा नही कर पा सकी है। परिवहन स्थिति के पिछड़ेपन होने से वह तिब्बत के तेज विकास की मुख्य बाधाओं में से एक प्रमुख बाधा बनी रही है।
चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के उद्योग आर्थिक अनुसंधान विभाग के विशेषज्ञ ल्यू खाए ने कहा कि छिंगहाए-तिब्बत रेलवे के निर्माण से तिब्बत की यातायात व परिवहन के पिछड़नेपन की सूरत में सार्थक सुधार आएगा और तिब्बत के भावी आर्थिक के अनवरत विकास के लिए निर्भरतापूर्वक सुनिश्चता प्रदान कर सकेगा। उन्होने कहा कि छिंगहाए-तिब्बत रेलवे के पूरा हो जाने के बाद, तिब्बत के भीतरी व बाहरी इलाकों के साथ के आर्थिक आदान प्रदान, परिवहन खपत को कम करने, पर्यटन उद्योग का निरंतर विकास को बढ़ावा देने, क्षेत्रीय खनिज संसाधन के विकास व प्रयोग को गति देने तथा क्षेत्रीय अन्तर को छोटा करने आदि पहलुओं में महत्वपूर्ण व दूरगामी प्रभाव डालेगा। अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2010 में तिब्बत से आने जाने वाली परिवहन मात्रा 28 लाख टन पहुंच जाएगी, इस में मात्र रेलवे परिवहन की मात्रा 21 लाख टन रहेगी।
छिंगहाए-तिब्बत रेलवे निर्माण के पूरा हो जाने व उसे प्रयोग में डाले जाने से, वह तिब्बत के आधुनिकीकरण की एक सहायक शक्ति का रूप धारण कर लेगी । छिंगहाए-तिब्बत रेलवे तिब्बत बाजार और देश के एकीकृत बाजार को एक साथ घनिष्ठता से जोड़ देगी, इस से यह रेलवे लाइन तिब्बत के उत्पादन व जीवन संसाधन की खपत को कम करने व पठारीय किसानों व चरवाहों को सीधा लाभ दिलाने के सपने को साकार करेगी। विशेषकर तिब्बत के पर्यटन उद्योग, तिब्बती चिकित्सा व औषधि उद्योग, खनिज उद्योग, कृषि व पशु उत्पाद प्रोसेसिंग उद्योग, जातीय दस्तकारी व पठारीय जीव आदि पठारीय विशेषता वाले उद्योगों के अनवरत विकास के लिए उम्दा स्थिति तैयार करेगी , वह तिब्बत के लिए नयी आर्थिक वृद्धि लेकर आएगी और छिंगहाए आदि पड़ोसी प्रांतों व प्रदेशों के साथ समान विकास में भाग ले सकने की शक्ति को भी प्रगाढ़ करेगी, फलस्वरूप यह रेलवे लाइन छिंगहाए-तिब्बत पठारीय आर्थिक पटटी के निर्माण को आगे बढ़ाने में प्रोत्साहित करेगी।
अनेक सालों से छिंगहाए-तिब्बत पठार की शानदार प्राकृतिक व रहस्यमय मानव संस्कृति अधिकाधिक देश विदेश के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती आयी है । वर्ष 2004 से तिब्बत में सैर सपाट करने आने वाले लोगों की संख्या पहली बार 10 लाख को पार कर गयी। लेकिन वर्तमान पर्यटकों के तिब्बत में आने जाने के लिए मुख्य तौर से वायु उड़ान पर निर्भर रहना पड़ता है, इस के अतिरिक्त परिवहन शक्ति के परिसीमन की वजह से सैर सपाट का खर्चा भी काफी उंचा रहता है। इस लिए पर्यटन जगत का कहना है कि विदेश जाना आसान है पर तिब्बत जाना बड़ा मुश्किल है। छिंगहाए-तिब्बत रेलवे के निर्माण के पूरा हो जाने से , उत्तर पश्चिम का रेशम मार्ग तिब्बत के पोताला महल के साथ जुड़ जाने की आशा है और तब वह एक नया स्वर्ण पर्यटन सरगर्म रास्ता बन जाएगा। एक भविष्यवाणी के अनुसार, छिंगहाए-तिब्बत रेलवे के खुल जाने के बाद, हर साल तिब्बत की सैर करने के लिए आने जाने वाले लोगों की संख्या 20 से 30 लाख तक पहुंचने की संभावना है।
पर्यटन उद्योग की तरह, तिब्बत का खनिज उद्योग, पठारीय विशेषता वाला जैविक उद्योग व हरित शरबत उद्योग , तिब्बत चिकित्सा व औषधि उद्योग, कृषि व पशु उत्पाद प्रोसेसिंग उद्योग व जातीय दस्तकारी उद्योग आदि पठारीय विशेषता रखने वाले उद्योगों को भी छिंगहाए-तिब्बत रेलवे के निर्माण से भारी लाभ मिलेगा, भारी मात्रा में विशेष पठारीय उत्पाद छिंगहाए-तिब्बत रेलवे की मदद से भारी मात्रा में चीन के अनेक इलाकों में निर्यात हो सकेगें।
वर्तमान तिब्बत स्वायत्त प्रदेश सरकार रेलवे से गुजरने वाले इलाकों के भरपूर पर्यटन, खनिज, हरित कृषि व पशु उत्पाद आदि संसाधनों का सुव्यवस्थित रूप से प्रयोग करने की योजना तैयार कर रही है । फिलहाल तिब्बत की विशेषता रखने वाली कृषि व पशु उद्योग , छिंगहाए-तिब्बत रेलवे लाइन किनारों के तिब्बती गाय उत्पाद उद्योग तथा खूबसूरत पर्यटन आंगन आदि सिलसिलेवार उद्योग, छिंगहाए-तिब्बत रेलवे लाइन के मार्गों में एक लम्बी उद्योग पटटी की तरह रेलवे मार्ग में बिछा देने के निर्माण में पूरी शक्ति से जुटी हुई हैं।
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