• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2006-07-18 16:06:39    
तिब्बती जाति के लोक गीत

cri

पश्चिमी चीन के छिंगहाई-तिब्बत पठार पर बसी है तिब्बती जाति । छिंगहाई-तिब्बत पठार को विश्व की छत कहलाता है । उस की औसत उंचाई समुद्र की सतह से चार हजार से ज्यादा मीटर है । चीन के अन्य स्थलों की तुलना में वहां बहुत ज़्यादा सर्दी पड़ती है । क्षेत्रीय विशेषता की वजह से यहां की सांस्कृतिक व सामाजिक परम्परा भी में अन्य स्थानों से काफ़ी फ़र्क हैं । तिब्बती जाति का इतिहास बहुत पुराना है और संस्कृति अपने आप में विशेष है । लम्बे अरसे से छिंग हाई-तिब्बत पठार पर रहने वाले तिब्बती लोग जोशीले और उत्साही हैं और उन का गीत-संगीत भी उत्साह से भरा है । आइय एक ऐसे ही गीत का मज़ा । गीत का नाम है "छिंगहाई-तिब्बत पठार" ।

गीत---छिंगहाई-तिब्बत पठार

गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है

कौन है वह

जो प्राचीन समय को पुकार रहा है

कौन है वह

जो हज़ारों वर्षों से इन्तज़ार में खड़ा है

कौन है वह

जो दिन रात आकाश से सटा रहता है

ओह,

मुझे वहां एक के बाद एक कई पर्वत दिखते हैं

वह छिंगहाई-तिब्बत पठार ही है

सोलांग वांगमू द्वारा गाया गया यह गीत दोस्तों को कैसा लगा ?तिब्बती गायिका के रूप में वे अनेक तिब्बती गीत गाती हैं, जो चीन में खासी लोकप्रिय हैं । उन की आवाज़ बहुत सुरीली और मीठी है ।

चीन का तिब्बत स्वायत्त प्रदेश एक प्राचीन और रहस्यमय स्थल है । लोगों का मानना है कि वह विश्व की अंतिम साफ़ सुधरा जगह है । आप वहां तिब्बती बौद्ध धर्म की रहस्यमयता, हिमालय पर्वत की पवित्रता तथा पोताला महल की महानता महसूस कर सकते हैं । तिब्बती जलवायु आप को और स्वच्छता महसूस कराएगा । तिब्बत जाकर आप खुद यह सब अनुभव कर सकते हैं। आइय, "तिब्बत में प्रवेश" नामक गीत का मज़ा लें ।

गीत--- तिब्बत में प्रवेश

गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है

तिब्बत आइये,

यहां अपने सपने साकार कर पाएंगे

तिब्बत आकर,

आप स्वर्गिक आनंद उठा सकेंगे

तिब्बत के पर्वत शिखरों पर खड़े होकर आप पाएंगे

सूर्य के निकट आ गए हैं

शायद आप जानते हों कि हिमालय पर्वत विश्व का सब से उंचा पहाड़ है । यह पहाड़ छिंगहाई-तिब्बत पठार में ही स्थित है । यह पहाड़ के साल भर बर्फ़ से चमकता रहता है, लेकिन पहाड़ के नीचे हरा-भरा घास मैदान है । लोगों का विचार है कि अगर आप हिमालय पर्वत की चोटी पर पहुंचे , तो विश्व को काबू में ला सकते हैं । इस लिए हर वर्ष विश्व के विभिन्न देशों से अनेक पर्यटक हिमालय पर्वत के आरोहण के लिए आते हैं । विश्व के इस सब से उंचे पहाड़ पर चढ़ने के दौरान, लोगों को विशेष आनन्द महसूस होता है । हिमालय पर्वत बड़ा सुंदर है । आम लोग उसे प्यार करते ही है । पर तिब्बती लोगों को उस में विशेष तौर पर प्यार है । पहाड़ के नीचे का घास मैदान, उन्हें खाद्य-पदार्थ प्रदान करता है ।

गीत---हिमालय प्रेम

गीत कहता है

हिमालय पर्वत

इतना उंचा है कि

उस की चोटी देखी नहीं जा सकती

वह इतना ख़ूबसूरत है कि

सभी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है

हिमालय पर सूर्य की स्वर्ण किरणें, सफ़ेद बादल

नीला आकाश और चमकदार बर्फ़

सभी उस की सुन्दरता दिखाते हैं

प्यारे हिमालय

हम तुम से बहुत प्रेम है

यह गाना तिब्बती गायक रोंग चोंग एर चा द्वारा गाया गया है । वे एक लोकप्रिय तिब्बती गायक हैं और उन की आवाज़ लोगों को उत्साहित करती है । तिब्बती लोग वे गायन नरेश के जाते हैं ।