रूस के सेंट पीटरस्बर्ग में आयोजित जी आठ के शिखर सम्मेलन में 16 तारीख को मध्य पूर्व की स्थिति से संबंधित संयुक्त वक्तव्य को पारित किया गया। आठ देशों के नेताओं ने इस वक्तव्य में इस क्षेत्र में दिन-ब-दिन गंभीर होते जा रही सशस्त्र मुठभेड़ों पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की ।
वक्तव्य में यह बताया गया कि हाल ही में मध्य पूर्व के सामने मौजूद संकट उग्रवादी शक्तियों द्वारा क्षेत्रीय स्थिरता को बर्बाद करने की कोशिश से पैदा हुआ। वक्तव्य में उग्रवादी शक्तियों से फ़ौरन क्षेत्रीय स्थिरता को बर्बाद करने की कार्रवाई को बंद करने का आग्रह किया गया। इस के साथ इज़राइल से सब से बड़ी हद तक संयम बनाये रखने और क्षेत्रीय स्थिरता को बर्बाद करने की कोई कार्रवाई नहीं करने की अपील भी की गयी, ताकि और अधिक आम लोग हताहत होने से बच जा सके । वक्तव्य में यह आशा भी जतायी गयी है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद लेबनान मामले से जुड़े नंबर 1559 व नंबर 1680 प्रस्तावों को चतुर्मुखी तौर पर लागू करने के लिये योजना बना देगी।
इस के अलावा वक्तव्य में संयुक्त राष्ट्र संघ के संकट समाधान के तीन व्यक्तियों वाले कार्यदल द्वारा मध्य पूर्व में किये गये कामों का पूरा समर्थन किया गया।
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