भारतीय फिल्मों ने चीनी दर्शकों की तालियां जरूर जीत ली हैं। ऐसा क्यों ? इस का जवाब चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन के सदस्य सुश्री फ़ान चिन-षी ने दिया:
"भारत अपनी संस्कृति और परंपरा की रक्षा को अत्यंत महत्व देता है। लम्बे अरसे तक ब्रिटेन के उपनिवेश क्षेत्र होने के बावजूद भारतीयों के पहनावे,रहन-सहन,खान-पान की आदत,विवाह की परंपरा और भाषाएं अपना अपना मूल रूप नहीं खो गए हैं।भारतीय लोगों को अपनी स्थानीय संस्कृति से बहुत प्यार है।राष्ट्रीय विशेषता भारतीय फ़िल्मों और भारतीय गीतनृत्यों का आकर्षण है,जो दर्शकों की आंखों में ताजगी लाती है।विदेशी दर्शकों को जो पसंद आता है वह भारत की विशेष संस्कृति और पारंपरागत कला ही है।"
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