प्रिय दोस्तों को नमस्कार । आज के चीन के भ्रमण कार्यक्रम हम आप को थाईशान पर्वत के दौरे पर ले चलते हैं ।
थाईशान पर्वत पूर्वी चीन के शानतुंग प्रांत में स्थित है और वह मशहूर चीनी पवर्त पार्कों की गिनती में आता है । साल भर में बड़ी तादाद में देशी विदेशी पर्यटक इस सुंदर पर्वत पर चढने के लिये आते जाते रहे हैं । विशेषकर वसंत में थाईशान पर्वत का पर्यावरण ताजा ही नहीं , बहुत शांत और भव्यदार है । जब पर्यटक पत्थर सीढियों से पर्वत की गोद में पहुंचता है , तो उसे नन्ही जंगली घास की हल्की सी महक एकदम महसूस हो जाती है । पर्वत की ढलांनों और घाटियों समेत सभी जगहे रंगबिरंगे ताजे जंगली फूलों से सुसज्जित हुई हैं , मानो जान बुझकर दूर से आने वाले मेहमानों का स्वागत किया जा रहा हो । थाईशान पर्वत पर हालांकि अंगीनत जंगली फूल पाये जाते हैं , पर उन का अधिकांश आम तौर पर सीधी चट्टानों पर उगे हुए हैं , पर्यटक सिर्फ दूर से उन्हें देख पाते हैं ।
वसंत में थाईशान पर्वत का चेरी बागान अत्यंत लुभावना है । यह चेरी बागान थाईशान पर्वत की औलाई चोटी के उत्तर में खड़ा हुआ है । कहा जाता है कि सौ साल से पहले लू नाम के बाप बेटे यहां रहते थे , उन्हों ने बड़े परिश्रम से चट्टानों को हटाकर खेतीयोग्य जमीन बनाकर चेरी पेड़ लगा दिये । तब से ही यहां पर अधिकाधिक चेरी पेड़ उगाये जाने से विशाल चेरी बागान का रूप दिया गया । आज यहां के पर्वत पर बेशुमार चेरी पेड़ उगे हुए दिखाई देते हैं । वसंत में पर्यटक पर्वत पर चढ़ने के दौरान चेरी बागान में विश्राम कर सकते हैं और ताजा मीठे चेरी भी चख सकते हैं , यह तो बड़े मजे की बात है ।
चेरी बागान के अतिरिक्त थाईशान पर्वत के बगल में स्थित फी छंग नामक क्षेत्र भी काफी चर्चित है । यह फी छंग क्षेत्र आड़ू की जन्मभूमि माना जाता है । यहां पर उत्पादित आड़ू को बुद्ध आड़ू कहा जाता है । हर वर्ष के अप्रैल व मई में फीछंग में आड़ू फूल देखने का सब से बढ़िया समय है । फीछंग में आड़ू उगाये जाने का इतिहास कोई एक हजार वर्ष से अधिक पुराना है , अब आठ हजार हैक्टर से अधिक भूमि पर आड़ू पेड़ उगे हुए हैं और वह गिनिस के सब से बड़े आड़ू बागान की नामसूची में शामिल कर लिया गया है । हर वर्ष के वसंत में सारा पर्वत हल्के लाल रंग वाले आड़ू फूलों से आच्छादित हो जाता है । सुश्री ली छिंग को यहां बसे हुए बीसेक सालों से अधिक समय हो गया है । उन्हों ने कहा कि जो पर्यटक यहां आते हैं , वे सब इस बागान की प्रशंसा में दुनिया से कटे आड़ू बागान और मानव जाति का स्वर्ग कहते हैं ।
उन्हों ने कहा कि हम इस क्षेत्र को थाईशान पर्वत का अलग विशेष स्थल कहकर पुकारते हैं । क्योंकि यहां के ढलांनों व घटियों समेत सभी क्षेत्रों पर आड़ू के पेड़ उगे हुए हैं । जब वसंत के मौसम में आड़ू के फूल खिले जाते हैं , तो दूर से देखा जाये , हल्के लाल रंगीन आड़ू फूल हरे भरे थाईशान पर्वत को चार चांद लगा देते हैं , इस अनौखे दृश्य ने थाईशान पर्वत की एकदम अलग पहचान बना देते है ।
चेरी बागान और फी छंग आड़ू बागान देखने के बाद थाईशान पर्वत की चोटी पर चढ़ने में बड़ा मजा आता है ।
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