चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की यात्रा के दौरान मैंने लोका प्रिफैक्चर की नाई तुंग काउंटी की राजधानी त्स तांग के एक प्राइमरी स्कूल का दौरा किया जिसने मुझे एक विशेष अनुभव दिया। इस प्राइमरी स्कूल के छात्रों के हंसने और गाने की आवाज़ आज तक मेरे कानों में गूंज रही है। आइए आज के कार्यक्रम में आप भी मेरे साथ चलिए त्से तांग के इस प्राइमरी स्कूल के दौरे पर और जानिए कैसा है लोका प्रिफैक्चर के प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थियों का जीवन।
त्से तांग के इस प्राइमरी स्कूल पहुंचते सुबह के ग्यारह बज गये थे। हर रोज़ 12 बजे स्कूल की पढ़ाई खत्म होती है। इसलिए हम इस प्राइमरी स्कूल की अंतिम कक्षा ही देख पाये । स्कूल के द्वार के बांई ओर एक छोटा सा बास्केटबाल मैदान था। स्कूल के सब से छोटी उम्र वाले पहली कक्षा के विद्यार्थियों की वहां खेल कक्षा चल रही थी। नन्हे बच्चे बास्केटबाल मैदान में दौड़ रहे थे या रस्सी कूद खेल रहे थे। डिजिटल कैमरे से मैं उन के फोटो खींचने लगी, तो वे सब मेरे सामने बड़े उत्साह के साथ विभिन्न मुद्राओं में खड़े हो गए। मैं ने कैमरे में बंद उन की तस्वीरें उन्हें दिखायीं, तो वे हर्षोल्लास से हंसने लगे।
स्कूल के प्रधानाध्यापक फुबू जाशी कक्षा लेते हैं। एक तिब्बती विद्यार्थी डैनमार्क के लेखक आन्डर्सन की एक बाल कथा- मैच बेचने वाली लड़की से इतना प्रभावित हुआ कि उस ने यह कविता लिखा, जो अभी-अभी आप ने भी सुनी। इस कक्षा की बातों को तिब्बती विद्यार्थी तुनचू त्सीरन बहुत ध्यान से सुन रहा था। उस ने बताया कि उसे इस प्राइमरी स्कूल की सभी कक्षाएं पसंद हैं और चीनी व अंग्रेजी की कक्षाएं विशेष रूप से अच्छी लगती हैं। तुनचू त्सीरन ने कहा कि प्राइमरी स्कूल से उत्तीर्ण होने के बाद वह चीन के भीतरी इलाके में स्थित तिब्बती मिडिल स्कूल में पढ़ना चाहता है, ताकि तिब्बत के बाहर के देश के अन्य स्थलों को देख सके। तुनचू त्सीरन ने कहा:
"भविष्य में मैं अच्छी अंग्रेजी सीखना चाहता हूँ। इससे मैं जहां भी जाऊंगा, वहां विदेशियों के साथ बातचीत कर सकूंगा और विश्व के विभिन्न स्थलों की यात्रा कर सकूंगा।"
त्से तांग प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक बू जाशी ने बताया कि इस स्कूल में 20 अध्यापक-अध्यापिकाएं हैं और इसके 277 विद्यार्थियों का संबंध स्थानीय किसान व चरवाहा परिवारों से है। प्राइमरी स्कूल में छै श्रेणियों की आठ कक्षाएं हैं।इनमें मुख्यतः तिब्बती भाषा, गणित, चीनी भाषा और नैतिक शिक्षा पढ़ाई जाती है। उन्होंने कहा कि स्कूल विद्यार्थियों के भाषा सीखने पर बहुत ध्यान देता है। तिब्बती भाषा के आधार पर स्कूल ने चीनी भाषा की कक्षा भी खोली है और इस के साथ ही यहां चौथे दर्जे से अंग्रेज़ी की शिक्षा भी दी जाती है। उन्होंने कहा
"हमारे स्कूल के आम विद्यार्थी स्थानीय किसान व चरवाहा परिवारों से हैं, इसलिए वे आदतन तिब्बती बोलते हैं। इसलिए हम तिब्बती भाषा में पढ़ाते हैं, जबकि चीनी भाषा की कक्षा में उन्हें तिब्बती में समझाते हैं, इस से विद्यार्थियों को समझने में आसानी होती है। अंग्रेजी चौथे दर्जे से पढ़ायी जाती है। हर हफ्ते इसकी दो कक्षाएं होती हैं, जिन में यह मुख्य तौर पर तिब्बती व चीनी भाषा के जरिए पढ़ाई जाती है।"
त्से तांग प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक फुबू जाशी ने बताया कि यह स्कूल नाई तुंग काउंटी का सब से अच्छा प्राइमरी स्कूल है और इस की पढ़ाई की गुणवत्ता बहुत अच्छी है। पिछले तीन सालों में काउंटी स्तर की परीक्षाओं में त्से तांग प्राइमरी स्कूल आम तौर पर पहले स्थान पर रहा है। वर्ष 1985 में भीतरी इलाके के मिडिल स्कूलों ने तिब्बत के प्राइमरी स्कूलों से निकले विद्यार्थियों को दाखिला देना शुरू किया और तभी से त्से तांग प्राइमरी स्कूल के अनेक विद्यार्थी हर वर्ष भीतरी इलाके में पढ़ने के लिए जाने का गौरव पाते रहे हैं। पिछले बीस सालों में कुल 221 विद्यार्थी भीतरी इलाके में पढ़ने गए।
|