छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग पर पहली जुलाई से ही यातायात शुरू होने और चीन व भारत के बीच नाथुला सीमांत व्यापार की बहाली के चलते , तिब्बत में पूंजी-निवेश का वातावरण ज्यादा अच्छा हो रहा है, देशी-विदेशी व्यापारी पूंजी-निवेश के लिए चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में रुचि ले रहे हैं ।
पर्यटन उद्योग के व्यक्तियों का विचार है कि रेल गाड़ी के ल्हासा तक जाने से तिब्बत में आवागमन व साजसामान की संख्या बढ़ती जाएगी, इस के साथ ही तिब्बत के पर्यटन उद्योग और निर्माण उद्योग का तेज विकास होगा । तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के वाणिज्य ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार वर्तमान में देशी-विदेशी उद्योगों द्वारा तिब्बत में एयर कंपनियां, सांस्कृतिक पार्क, भूतत्वीय पार्क, प्रदूषित पानी का निपटारा करने वाले कारखाने तथा पूंजी- निवेश परामर्श कंपनियों की स्थापना करने के आवेदनों की संख्या बढ़ रही है ।
पता चला है कि पिछले बीस या तीस सालों में तिब्बत में आधारभूत संस्थापनों का निर्माण कम हुआ था, जो तिब्बत के विकास में बाधा ही था। चीन की केंद्र सरकार ने तिब्बत के बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में ज्यादा पूंजी लगायी,जिन में छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग समेत अनेक आधारभूत संस्थापनों का निर्माण शामिल है। इस से तिब्बत में पूंजी-निवेश का वातावरण सुधर गया है।
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