चीनी समाचार एजेंसी शिन ह्वा की रिपोर्ट के अनुसार चीन और भारत छै तारीख को तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाज़े प्रिफैक्चर के या तुंग कांउटी और भारत के सिक्किम के बीच नाथुला दर्रा पुनः खोलेंगे , जिस से 40 वर्षों तक बन्द हुए इस सीमांत व्यापार रास्ते को बहाल किया जाएगा ।
नाथुला दर्रा चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश और भारत के बीच की सीमा पर स्थित है , जिस की ऊंचाई समुद्र सतह से 4500 मीटर ज्यादा है, जो तिब्बत की राजधानी ल्हासा तथा भारत के समुद्रतटीय शहर कोलकोता से चार पांच सौ किलोमीटर दूर है । यह प्राचीन रेशम मार्ग के दक्षिण भाग का महत्वपूर्ण रास्ता ही नहीं, चीन व भारत के बीच प्रमुख थलीय व्यापार रास्ता भी था । 20 वीं शताब्दी के शुरू में यहां की व्यापार रकम चीन और भारत के बीच की कुल सीमा व्यापार रकम का 80 प्रतिशत बनता था । लेकिन वर्ष 1962 में दोनों देशों के बीच सीमांत मुठभेड़ होने के बाद से इस दर्रे पर दोनों देशों की ओर से सेनाओं की तैनाती की गई , तभी से यह व्यापार रास्ता भी बंद हो गया ।
संबंधित व्यक्तियों का विचार है कि नाथुला दर्रे को पुनः खोलने से चीन और दक्षिण एशिया के बीच थलीय व्यापार रास्ता खोलने के लिए मदद मिलेगी , जो चीन भारत सीमा व्यापार का विस्तार करने और दोनों देशों की जनता को कल्याण पहुंचाने के लिए भारी भूमिका अदा करेगा ।
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