विश्व में सब से ऊंचा व लम्बा पठारीय रेल मार्ग चीन का छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग 1 जुलाई से यातायात के लिए खुल जाएगा । इसी ध्यानाकर्षक परियोजना की चर्चा करते हुए अमेरिका कारनेजेइ अंतर्राष्ट्रीय शांति कोष के उच्च स्तरीय अनुसंधानकर्ता डॉक्टर केइडल ने हाल ही में कहा कि छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग से तिब्बत और दूसरे क्षेत्रों को जोड़ा जाएगा , और इस से तिब्बत में भारी परिवर्तन आएगा ।
तिब्बत दीर्घकाल तक बाहरी दुनिया से कटा रहा है , रेल मार्ग के खोलने का अर्थ है कि अधिकाधिक लोग इस क्षेत्र में आ-जा सकते हैं। पहले की तुलना में तिब्बत में अभूतपूर्व परिवर्तन आ जाएगा ।
डॉक्टर केइडल विश्व बैंक के पेइचिंग कार्यालय में कार्यरत रहे । वे एक लम्बे अर्से से वरिष्ठ अर्थशास्त्री की हैसियत से चीन के गरीबी-उन्मूलन क्षेत्र में अनुसंधान करते रहे हैं । उन का विचार है कि छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के निर्माण से तिब्बत के आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।
हम सब जानते हैं कि गरीबी-उन्मूलन के लिए यातायात सुविधाओं की बड़ी ज़रूरत है । यानि मार्ग बनाने के जरिये गरीब क्षेत्र को बाह्य क्षेत्रों के साथ जोड़ा जाएगा । चीन में यह अनुभव भी मौजूद है । पर रेल मार्ग की भूमिका हाईवे से कहीं अधिक है । इसलिए छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के खुलने से तिब्बत के आर्थिक विकास को बहुत बढ़ावा दिया जाएगा । रेल मार्ग के खुलने से तिब्बत में अधिक रोज़गार और विकास के मौके तैयार होंगे और तिब्बत में दूसरे क्षेत्रों के प्रशिक्षित लोगों को पहुंचाया जाएगा ।
डॉक्टर केइडल का मानना है कि छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के जरिये ही तिब्बत के विकास को बढ़ावा मिलेगा। रेल मार्ग से संबंधित बुनियादी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा , लोग रेल मार्ग से जुड़े मार्गों व स्टेशनों की सुविधा ले सकेंगे । स्थानीय लोगों को भी प्रशिक्षित कर पर्यटन आदि में नौकरी दी जा सकेगी ।
लगभग दो हजार किलोमीटर लम्बा छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग विश्व में सब से ऊंचा और सब से लम्बे बर्फीले जमीनी मार्ग पर से गुज़रने वाला रेल मार्ग है । इस रेल मार्ग के निर्माण में बहुत सी कठिनाइयों का मुकाबला किया गया और बहुत से तकनीकी समस्याओं का समाधान किया गया। चीन सरकार ने छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के निर्माण में स्थानीय पारिस्थितिकी को हानि से बचाने के लिए बहुत से कदम उठाये । इसी सवाल की चर्चा में डॉक्टर केइडल ने कहा , चीनी जनता को विशेष कठिन स्थितियों में भी मार्ग बनाने की क्षमता हासिल है । चीन ने यांग्त्सी नदी पर अनेक पुल तथा नदी की सतह के नीचे से गुज़रने वाली कई सुरंगों का भी निर्माण किया है । चीनी निर्माताओं ने छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के निर्माण में वातावरण के संरक्षण तथा जंगली पशुओं के स्वतंत्र घुमने की स्थि्तियों की रक्षा करने पर काफी महत्व दिया है । अमेरिका ने भी अलास्का तेल सप्लाई लाइन का निर्माण करते समय उक्त सवाल का समाधान किया था। मेरा ख्याल है कि तिब्बत जैसे जटिल क्षेत्रों में छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के निर्माण में चीनियों को अभूतपूर्व कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है ।
डॉक्टर केइडल ने कहा कि छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के खुलने से न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा , बल्कि तिब्बती संस्कृति का और अधिक प्रसारण किया जा सकेगा । लोग वहां की यात्रा करने के जरिये तिब्बती संस्कृति का दर्शन कर सकेंगे और तिब्बती जनता के साथ संपर्क भी बढा सकेंगे ।
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