
नाई तुंग मिडिल स्कूल का क्षेत्रफल लगभग 6.7 हैक्टर है। इस में कुल 95 कर्मचारी हैं और 1170 विद्यार्थी। स्कूल के अध्यापकों अध्यापिकाओं में से 98 प्रतिशत तिब्बती जाति के हैं और सारे विद्यार्थी स्थानीय तिब्बती किसान व चरवाहे परिवारों से हैं। नाई तुंग मिडिल स्कूल के नेता तान जङ ने जानकारी दी कि स्कूल की स्थापना को दस साल हो चुके हैं। इस दौरान स्कूल का स्थिर विकास हुआ है और पढ़ाई की गुणवत्ता साल ब साल बढ़ी है। वर्ष 1997 में नाई तुंग मिडिल स्कूल के विद्यार्थियों की हाई स्कूल में दाखिले की दर 17.5 प्रतिशत थी और वर्ष 2004 में यह 97.1 प्रतिशत जा पहुंची। वर्ष 2003 में इस स्कूल को लोका प्रिफैक्चर के शिक्षा ब्यूरो ने सारे प्रिफैक्चर के आदर्श स्कूल का दर्जा दिया। वर्तमान में स्कूल में सभी बुनियादी संसाधन उपलब्ध हैं और उसका प्रबंधन प्रगतिशील है।
नाई तुंग काउंटी के मिडिल स्कूल की तीन मंजिला कार्य इमारत में स्कूल के नेता तान जङ के साथ बातचीत के दौरान कक्षा समाप्त होने की घंटी बजी। खिड़की से बाहर देखा तो विद्यार्थी बाहर आ रहे थे, शांत परिसर इससे एकदम शोर से भर उठा। विद्यार्थी परिसर के एक तरफ़ स्थित मैदान में व्यायाम करने लगे।
संगीत के साथ विद्यार्थियों को संजीदगी से व्यायाम करते देखा तो मुझे अपने स्कूली जीवन की याद हो आई।
फिंग त्स्वो वांग त्वे नाई तुंग काउंटी के मिडिल स्कूल की तीसरी कक्षा का विद्यार्थी है। उसे तिब्बती भाषा की कक्षा पहुत पसंद है। उस के विचार में तिब्बती जाति का लम्बा इतिहास है, तिब्बती भाषा सीखना उसके लिए अपनी जाति की परम्परागत संस्कृति के विकास के लिए भारी महत्व का है । फिंग त्स्वो वांग त्वे ने आशा व्यक्त की कि स्कूले से निकलने के बाद वह अध्यापक बनेगा और तिब्बती संस्कृति के प्रसार में योगदान करेगा। फिंग त्स्वो वांग त्वे ने कहा :
"तिब्बती भाषा हमारी मातृभाषा है। तिब्बती भाषा की कक्षा में हम तिब्बती जाति का इतिहास जानने के अलावा कविता सीखते हैं और तिब्बती भाषा में अनुवाद किए गए विदेशी कथाएं भी पढ़ते हैं , जो मुझे बहुत पसंद हैं। मिडिल स्कूल से पास होने के बाद मैं हाईस्कूल में दाखिला लेना चाहता हूँ । मेरी आशा है कि भविष्य में एक अध्यापक बनूं और तिब्बती संस्कृति का प्रसार करूं।"

दोस्तो, वर्तमान में नाई तुंग काउंटी का मिडिल स्कूल शिक्षा के अनुसंधान व शैक्षिक सुधार में सक्रिय है। विद्यार्थियों की गुणवत्ता को उन्नत करने और उनकी पढ़ाई के दायरे का विस्तार करने के लिए स्कूल ने विशेष तौर पर दूर शिक्षा परियोजना शुरू की है। इस तरह शहरों से दूर रहने वाले किसानों व चरवाहों ने मातृभूमि के अन्य स्थलों की ही नहीं विश्व के विभिन्न देशों की पर्याप्त जानकारी हासिल की है। अनिवार्य शिक्षा की पढ़ाई के साथ स्कूल ने विशेष तौर पर ग्रामीण रोज़गार संबंधी कक्षाएं भी खोली हैं, जिन में विद्यार्थियों को वैज्ञानिक ढंग से कृषि उद्योग के विकास के उपाय सिखाये जाते हैं। ग्रामीण रोज़गार संबंधी कक्षाओं से अच्छी उपलब्धि हासिल हुई है और उन्हें विद्यार्थियों के माता-पिता और स्थानीय किसानों व चरवाहों की प्रशंसा मिली है। वर्ष 2004 में नाई तुंग कांउटी के मिडिल स्कूल को लोका प्रिफैक्चर के शिक्षा ब्यूरो ने ग्रामीण रोज़गार शिक्षा के आदर्श केंद्र के रूप में सम्मानित किया।
कक्षा शुरू होने की घंटी बजी तो विद्यार्थी जल्द ही कक्षा में वापस लौट गये। परिसर फिर एकदम शांत हो गया। दो-तीन मिनट बाद कक्षा से बच्चों के पढ़ने और गीत गाने की आवाज़ सुनाई पड़ने लगी।
विद्यार्थियों के पढ़ने और गाने की सुरीली आवाज़ के बीच मैं ने नाई तुंग मिडिल स्कूल से विदा ली। स्कूल से बाहर आते वक्त स्कूल के नेता तांन जङ ने मुझे स्कूल के द्वार तक छोड़ा। स्कूल के द्वार के सामने पहाड़ शांति से खड़े नजर आये, मानो गहरे ध्यान से बच्चों के पढ़ने की आवाज़ सुन रहे हों।
|