कुछ समय पहले " पेइचिंग में मिलन-समारोह" नामक छठे अंतर्राष्ट्रीय कला-उत्सव का पेइचिंग में पटाक्षेप हो गया।चीनी संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस गतिविधि में विश्व के 20 से अधिक देशों और क्षेत्रों की कोई 50 कला मंडलियों के हजार से ज्यादा कलाकारों ने भाग लिया और रंगबिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
रूस की राजकीय आदर्श गीत-नृत्य मंडली के कलाकारों ने अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन से "पेइचिंग में मिलन-समारोह" नामक छठे अंतर्राष्ट्रीय कला-उत्सव का परिपूर्ण अंत किया।
यह मंडली रूस की मशहूर कला-मंडलियों में सब से अव्वल दर्जे की है,जो रूसी लोककला के रत्न के नाम से प्रसिद्ध है।अपनी स्थापना के बाद के 50 सालों में उस ने 65 बार विदेश जाकर अपनी प्रतिष्ठा और ख्याति में इजाफा किया है।उस के द्वारा प्रस्तुत रूसी विशेषता वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने विश्व के व्यापक दर्शकों से खूब वाहवाही बटोरी है।《छोटे पेड़》इस मंडली की प्रमुख कृतियों का एक प्रतिनिधि है।उस का संगीत स्फुर्त और उत्साहवर्द्धक है तथा नर्तकियों की भाव-भंगिमा कुलीन महिलाओं जैसी सुशील हैं।उधर सोने-चांदी के काम वाले रंगबिरंगे लहंगों में नर्तकियां और वैसे ही चटकदार पौशाकें व बूट पहने नर्तकों ने रूसी लोकसंगीत की तेज लय-ताल के साथ अन्य अनेक सुन्दर कार्यक्रम प्रस्तुत किए,जिन की प्रंशसा में चीनी दर्शकों ने पुल बांध दिए।
"पेइचिग में मिलन-समारोह" का प्रवर्तन वर्ष 2000 में शुरू हुआ।अब तक उस के 5 सफल आयोजन हो चुके हैं और उन में भाग लेने वाले कलाकारों व दर्शकों की संख्या लाखों तक जा पहुंची है।चीनी राष्ट्रीय स्तर के कला-उत्सव और एशिया में सब से बड़े वसंतकालीन कला उत्सव के रूप में इस आयोजन को अंतर्राष्ट्रीय कला जगत की मान्यता प्राप्त हुई है।
अभी संपन्न हुए "पेइचिग में मिलन-समारोह" के छठे आयोजन का लक्ष्य चीनी सभ्यता का विकास करना,विदेशी कलात्मक श्रेष्ठताओं का आयात करना और अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढाना था।इस आयोजन की जिम्मवार संस्था चीनी वैदेशिक सांस्कृतिक ग्रुप-कंपनी के मैनेजर श्री चांग य्वी के अनुसार इस आयोजन ने विश्व के 20 से ज्यादा देशों के 52 कला मंडलियों के हजार से ज्यादा कलाकारों को अपनी ओर आकर्षित किया है।उन्हों ने कहाः
"पेइचिंग में मिलन-समारोह के इस बार के आयोजन को पहले की ही तरह निम्न 3 भागों में बांटा गया है कि थिएटर में प्रस्तुतीकरण,खुले मैदान में नाच-गान और कला-प्रदर्शनी।ऐसे बन्दोबस्त से आयोजन के समृद्ध विषय बखूबी व प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शित किए गए हैं।"
श्री चांग ने जानकारी दी कि इस बार के आयोजन में रूसी संस्कृति-उत्सव,चीन-फ़्रांसीसी संस्कृति-उत्सव,मेक्सिको कला-उत्सव,इटेलियन संस्कृति-उत्सव और चीनी कला-उत्सव 5 मुद्दे शामिल थे।वास्तव में यह आयोजन उक्त देशों के साथ चीन के मैत्री वर्ष मनाने की गतिविधियों का एक हिस्सा है।
रूस की राजकीय आदर्श गीत-नृत्य मंडली के अलावा अंतोव चेखव नाटक मंडली और पाँप संगीत मंडली,मैक्सिको की राजकीय नाच-गान मंडली,इटली की नाटक मंडली तथा आधुनिक नृत्य मंडली के कलाकारों ने भी अपनी-अपनी राष्ट्रीय पहचान वाले कार्यक्रमों की प्रस्तुति की,जिन्हों ने चीनी दर्शकों की आंखों को तृप्त कर दिया।
इस बार के आयोजन में चीनी कलाकारों ने भी समृद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। 《लुभावना क्वे-चो》उन में से एक था,जो दक्षिणी चीन के क्वे-चो प्रांत की कला-मंडली,जातीय नृत्य-मंडली और आँपेरा मंडली द्वारा संयुक्त रूस से प्रस्तुत किया गया।उस में क्वे-चो की सुरम्य प्रकृति,विशिष्ट जातीय रीति-रिवाज,अद्भुत नाच-गान,जातीय वेश-भूषा दर्शाए गए।
चीनी केंद्रीय बेले नृत्य मंडली ने फ्रांस के प्रसिद्ध नृत्य कलाकार रोलैंड पैटिट के सहयोग से वर्तमान दुनिया में सब से प्रचलित तीन बेले नृत्य《The Girl from Arles》,《Carmen》और《Raymonda》का सफलतापूर्वक मंचन किया।हांगकांग की नाटक मंडली के कलाकार पिछली शताब्दी की सब से मशहूर चीनी लेखिका चांग आई-लिन के उपन्यास 《अगाध प्रेम》पर आधारित एक नाटक सजीव रूप से प्रस्तुत कर दर्शकों को 70 साल पहले की दुनिया में ले गए।
खुले मैदान में नाच-गान का आयोजन पेइचिंग के प्रमुख पार्कों और चहल-पहल वाले चौकों में किया गया।चीन,इटली,मैक्सिको,रूस और इज़राईल आदि 17 देशों की कला-मंडलियों ने वहां चीनी दर्शकों के साथ मिलन-समारोह में भाग लिया।खुले मैदान में नाच-गान के आयोजन का कार्यभार पेइचिंग संस्कृति ब्यूरो द्वारा संभाला गया।इस ब्यूरो के प्रधान च्यांग कुंग-मिन का कहना हैः
"खुले मैदान में नाच-गान का अभिनय ढंग आम लोगों के ज्यादा करीब है, इस से लोगों को विभिन्न देशों की कला व संस्कृति की जानकारी पाने में ज्यादा सुविधा मिल सकती है।बहुत से दर्शकों ने बताया कि मैक्सिको, इटली और इज़राईल इत्यादि देशों के कलाकारों के साथ रूबरू होने से उन्हें इन देशों की राष्ट्रीय विशेषताओं का थोड़ा-बहुत सीधा एहसास हुआ है"
इस बार का कला आयोजन चीनियों के अलावा चीन में कार्यरत विदेशियों के भी आकर्षण का केंद्र रहा।वन छ्यान-शी ऐसा चीनी नाम रखने वाले एक इटालियन ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी हुई है कि पेइचिंग में उन्हों ने अपनी मातृभूमि के नाचगानों का लुत्फ़ उठाया है।उन्हों ने कहाः
चालू वर्ष चीन-इटली संस्कृति वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।यह बहुत अच्छी बात है,क्योंकि इस से इतालवी संस्कृति का चीन में परिचय कराया जा सकता है।चीनी लोग इतालवी संस्कृति में भी बड़ी रूचि लेते हैं।"पेइचिंग में मिलन-समारोह"के आयोजन ने उन्हें इतालवी संस्कृति से वाकिफ होने का सुअवसर प्रदान किया है।इस आयोजन का आनन्द उठाने का मौका मिलने पर मुझे बड़ी प्रसन्नता और गौरव महसूस हुआ है।
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