विश्वध्यानाकर्षक छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग आगमी पहली जुलाई को प्रयोग में लाया जाएगा।विशेषज्ञों ने कहा है कि इस से विदेश जाना आसान और तिब्बत जाना कठिन जैसी पुरानी स्थिति बदल जाएगी।यह रेल-मार्ग छिंगहाई-तिब्बत पठार को देश के भीतरी इलाकों से जोडकर स्थानीय पर्यटन-उद्योग के विकास को बढावा देगा ।
छिंगहाई प्रांत के पर्यटन ब्यूरो के उपप्रधान श्वी-हाओ ने कहा कि छिंगहाई तिब्बत रेग मार्ग पर यातायात शुरू होने का देश के पश्चिमी भाग के पर्यटन-उद्योग के विकास के लिए युगांतरकारी महत्व होगा और प्रभाव पडेगा।यह रेल मार्ग छिंगहाई-तिब्बत पठार पर बेशुमार पर्यटन-स्थलों को एक ही लड़ी में पिरोएगा,जो व्यापक पर्यटकों के आकर्षण का केंद बनेंगे।
संबंधित दस्तावेजों से पता चला है कि 2005 में ही छिंगहाई प्रांत और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की यात्रा करने वालों की संख्या क्रमशः 60 लाख और 18 लाख तक जा पहुंची और पर्टयन से प्राप्त आमदनी क्रमशः 2 अरब 60 करोड़ चीनी य्वान और करीब 2 अरब चीनी य्वान रही।एक सर्वे के अनुसार छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के औपचारिक इस्तेमाल के बाद यात्रियों की वार्षिक तादात में 30 फीसदी वृद्धि हो सकती है और वर्ष 2010 तक तिब्बत जाने वाले पर्यटकों की संख्या 52 लाख 80 हजार के आसपास पहुंचने की आशा है तथा पर्यटन-उद्योग सीधे 5 अरब 80 करोड़ य्वान की आय प्राप्त करेगा।
वर्मताम समय में चीनी पर्यटन विशेषज्ञ छिंगहाई-तिब्बत रेल मार्ग के किनारे पर्यटन के विकास संबंधी परियोजना बना रहे हैं।उद्देश्य है इस रेल-मार्ग के किनारे पर्यटन के संसाधानों का नियामक विकास कर स्थानीय पर्यटन-व्यवस्था को परिपूर्ण बनाना।
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