चीनी प्रधान मंत्री वन चा-पाओ ने 20 तारीख की सुबह कांगो गणराज्य की राजधानी ब्राजवील में ब्राज्जा मीडिल स्कूल का दौरा किया।यह स्कूल चीनी शिक्षा के लिए जाना जाता है।श्री वन चा-पाओ के आने पर इस स्कूल में बड़ी धूम मची।
उष्णकटिबंधीय बाग वाले शहर के नाम से प्रसिद्ध ब्राजवील में चीनी मेहमानों के आगमन पर खुशी का माहौल व्याप्त हो गया,जो स्वच्छ व उजले जलवायु से मेल खाते हुए लोगों को तोजगी और उत्साह का एहसास करा रहा था।
ब्राजवील के ब्राज्जा मीडिल स्कूल के शिक्षकों,विद्यार्थियों और स्कूल के निकट बसे लोगों ने ढोल बजाते और नाचगान करते हुए श्री वन चा-पाओ के नेतृत्व वाले चीनी प्रतिनिधि-मंडल का जोशीला स्वागत किया।ब्राज्जा कांगो गणराज्य का सब से बड़ा मीडिल स्कूल है,जिस में विद्यार्थियों की वर्तमान संख्या 4000 से ज्यादा है।वर्ष 1990 में इस स्कूल के दो अध्यापकों ने सीनियर कक्षाओं में चीनी भाषा सीखाने का कोर्स शुरू किया था।इस समय 158 विद्यार्थी चीनी भाषा सीख रहे हैं।चीनी प्रधान मंत्री वन चा-पाओ शिक्षकों के साथ तीसरी सीनियर कक्षा में आए।कक्षा के ब्लेक-बोर्ड पर चीनी में "हम कांगो-चीन मैत्री का सेतु हैं"शब्द लिखे दिखाई दिए।सभी विद्यार्थियों ने चीनी में दूर से यहां पधारने आए चीनी मेहमानों की अगवानी की।
"आप के आने से हमें बेहद खुशी हुई है।अध्यापकों ने हमें शिक्षा दी है कि चीन ऐसा एक देश है,जिस का पुराना इतिहास और शानदार संस्कृति है।आज आप ने हमारे बीच आकर हमारे देश की जनता के प्रति चीनी जनता की मैत्री लाई है।"
विद्यार्थी सही उच्चारण से चीनी बोलने में अभी अक्षम हैं तो भी उन के पोले चेहरों पर सद्भावना स्पष्ट रूप से दिखी है।चीन से काफी दूर अफ्रीकी महाद्वीप पर चीनी सीखने और सीखाने में लिप्त अफ्रीकी विद्यार्थियों और शिक्षकों को देखकर चीनी प्रधान मंत्री वन चा-पाओ बहुत प्रभावित हो गए और उन्हों ने वैसे ही सद्भावना से कहाः
"मैं उम्मीद करता हूं कि तुम लोग अच्छी तरह से चीनी भाषा की ज्ञान प्राप्त कर चीन जाएंगे।"
विद्यार्थियों ने श्री वन चा-पाओ को अपनी चीनी अभ्यास पुस्तिकाएं दिखाईं।श्री वन चा-पाओ ने एक विद्यार्थी की मेज पर जाकर उस पर रखी हुई उस की अभ्यास पुस्तिका उठाया और उस में लिखे गए ऐसे शब्द पढ़कर सुनाए कि वह बहुत अच्छी तरह से टेबिल-टेनिस खेलता है।औऱ कल हम ने स्कूल की एक फुटबाँल-मैच में भाग लिया।श्री वन चा-पाओ ने विद्यार्थी की प्रशंसा करते हुए कहा कि तुम ने बहुत अच्छा लिखा है।शब्दों के प्रयोग और व्याकरण में कोई भी गलती नहीं हुई है।
इस के बाद श्री वन चा-पाओ ने कक्षा के ब्लेक-बोर्ड पर चीनी में चीन के थांग राजवंशकाल के वांग-पो नामक एक सुप्रसिद्ध कवि की एक कविता की ऐसी एक पंक्ति लिखी कि दुनिया में बहुत से दोस्त हैं हमारे,अच्छे पड़ोसियों जैसे हैं दूर रहने पर भी।श्री वन चा-पाओ ने कहाः
"कविता की इस पंक्ति से यह संदेश निकला है हालांकि चीन और अफ्रीका एक दूसरे से काफी दूर रहते हैं और इस दूरी की आकाश के किनारे और समुद्र के छोर से उपमा की जा सकती है,लेकिन दोनों अच्छे पड़ोसियों जैसे मैत्रीपूर्वक साथ साथ रहते हैं"
जब चीनी प्रधान मंत्री वन चा-पाओ कक्षा से बाहर निकलकर कैंपस आए,तो वहां पहले ही उपस्थित हजारों शिक्षकों और विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह और लय-ताल से उन्हें चीनी में नमस्ते नम्सते कहे।
चीनी प्रधान मंत्री वन चा-पाओ ने इस स्कूल में ज्यादा सयम नहीं बिताया,लेकिन पूरा माहौल चीनी जनता के प्रति कांगो गणराज्य की जनता के जोश और दोस्ती से सराबोर महसूस किया गया।सचमुच ऐसा ही है कि भौगोलिक फासला दोनों देशों की मैत्री को बाधित नहीं कर सकता।
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