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(GMT+08:00) 2006-06-13 14:50:54    
भीतरी इलाके की बौद्धिक सहायता

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गत शताब्दी के अस्सी वाले दशक से ही चीन की केंद्रीय सरकार ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के आर्थिक व सामाजिक विकास को समर्थन तेज़ किया। अपूर्ण आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 1994 से 2004 तक, चीन के भीतरी इलाकों में स्थित विभिन्न क्षेत्रों तथा बड़े कारोबारों ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के निर्माण में 6 अरब 20 करोड़ य्वान की पूंजी लगायी । उन्हों ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में कुल 3100 परियोजनाएं पूरी कीं , जिनसे तिब्बत में परिवहन, ऊर्जा , सूचना , शिक्षा , चिकित्सा और बुनियादी उपकरणों के निर्माण में बड़ी मदद मिली । इस के अलावा, तीन हजार से अधिक तकनीशियनों और विशेषज्ञों ने क्रमशः भीतरी इलाकों से तिब्बत जाकर तीन सालों के लिए उसकी शिक्षा, चिकित्सा तथा उद्योग आदि में सेवा की ।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लोका प्रिफ़ैक्चर की छ्वोमेई काउंटी में काम करने वाले श्री हूंगपीन भीतरी इलाके के आन ह्वेइ प्रांत से आए हैं , छ्वो मेई कांउटी के प्रधारी के रूप में वे यहां के शिक्षा कार्य पर भी जिम्मेदार करते हैं । उन्होंने स्थानीय गांवों में शिक्षा की स्थिति की जानकारी एकत्र की है। उन्हों ने स्थानीय शिक्षा कार्य के विकास के लिए चंदा एकत्र करने और स्थानीय स्कूलों के बुनियादी संस्धापनों के सुधार के लिए भरपूर प्रयास किया । श्री होंग पिन ने कहा

"मेरे विचार में पूंजी के साथ तिब्बत स्वायत्त प्रदेश को बौद्धिक सहायता दी जानी चाहिये । तिब्बत के अध्यापकों और डाक्टरों को मुफ्त प्रशिक्षण दिये जाने की बड़ी जरूरत है । इस लिए हम ने भीतरी इलाकों में प्रशिक्षण के लिए कुछ स्थानीय अध्यापक और डाक्टर चुने हैं जो अब भीतरी इलाकों में आ भी गये हैं। "

भीतरी इलाके की बैद्धिक सहायता की चर्चा में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लोका प्रिफैक्चर की सरकार की अध्यक्ष सुश्री डेचीच्वोगा ने कहा

"मेरे विचार में केंद्र सरकार और देश के अन्य प्रांतों, केंद्र शासिक शहरों व स्वायत्त प्रदेशों ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश को केवल वित्तीय सहायता ही नहीं दी , बल्कि बौद्धिक तथा प्रतिभा की सहायता भी प्रदान की ।"

सुश्री डेचीच्वोगा ने कहा कि लोका प्रिफैक्चर को सहायता देने का काम भीतरी इलाकों के हूनान , हूपेई और आनह्वेई तीन प्रांत को सौंपा गया है। इन तीन प्रांतों की सहायता योजना के तहत हर तीसरे साल ये प्रांत अलग-अलग तौर पर एक करोड़ य्वान की पूंजी से तिब्बत की एक हजार प्रतिभाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं । इस योजना को लागू हुए दस साल हो चुके हैं । आज भीतरी इलाकों द्वारा प्रशिक्षित अनेक कार्यकर्ता लोका प्रिफैक्चर में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं ।

इधर के वर्षों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अनेक कर्मचारी भीतरी इलाकों में प्रशिक्षण के लिए गये । लीनची कस्बे के नोर्मल विभाग के प्रधान श्री ली पीन का विचार है

"भीतरी इलाकों से हम न सिर्फ पूंजी और भौतिक सहायता चाहते हैं, इन से कहीं अधिक उन के बेहतरीन अनुभव, उन्नतिशील विचारों तथा प्रबंध उपायों से सीखना चाहते हैं । इन से तिब्बती लोगों के विचारों में परिवर्तन लाया जा सकेगा । इस दौरान भीतरी इलाकों से यहां आये कर्मचारियों को भी यहां काम करने से अनेक मूल्यवान अनुभव प्राप्त हुए हैं ।"

तिब्बती लोग भीतरी इलाके के कर्चमारियों की सहायता का आभारी हैं । गत वर्ष भीतरी इलाके के कुछ कर्मचारी अपना काम पूरा करने के बाद जब लोका प्रिफैक्चर से भीतरी इलाके में वापस लौटने लगे, तो स्थानीय लोगों ने हाथ में खाद्य पदार्थ लिये उन्हें बिदाई दी । लोका प्रिफैक्चर के एक अधिकारी श्री पाबाच्यूनजंग ने इस की चर्चा करते हुए कहा

"भीतरी इलाकों से आये कर्मचारियों ने पठार पर आक्सीजन के अभाव जैसी जीवन की कठिनाई तथा असुविधाजनक यातायात आदि का मुकाबला कर तिब्बत के आर्थिक व सांस्कृतिक निर्माण तथा विभिन्न सामाजिक कार्यों के विकास में योगदान किया। इससे इन कर्मचारियों और हमारे बीच एक गहरी भावना ने जन्म लिया।"

पता चला है कि चीन सरकार आगामी दस सालों तक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश को सहायता देने पर जोर देती रहेगी । तिब्बत के विभिन्न जगतों के सूत्रों का मानना है कि पूंजी के अतिरिक्त बौद्धिक सहायता तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के विकास की सब से जरूरी चीज़ बनेगी, क्योंकि इस से तिब्बत के दीर्घकालिक विकास की मजबूत नींव डाली जा सकेगी ।