लखउन उत्तर प्रदेश के रविन्द्र कुमार ने सी .आर .आई हिन्दी विभाग के नाम भेजे पत्र में लिखा है कि हमारे समस्त क्लब सदस्य चाइना रेडियो इंटरनेशनल को सुनना बहुत पसंद करते हैं , इस की सहायता से हमें चीन देश की सभ्यता , संस्कृति , इतिहास व राजनीति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होती हैं । भारत और चीन देश के बीच परम्परा मित्रता , सहयोग व आपसी विश्वास को बढ़ाने में चाइना रेडियो इंटरनेशनल अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रहा है ।
अब आप का प्रसारण काफी स्पष्ट सुनाई पड़ता है एवं कार्यक्रमों की गुणवत्ता भी पहले से काफी बेहतर हुई है ।
हम लोग इंटरनेट पर भी नियमित रूप से चाइना रेडियो इंटरनेशनल की वेबसाइट पर जा कर महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्र करते हैं . इल पत्र में सी .आर .आई की वेबसाइट से आदरणीय श्री वांग कङन्यान जी के नव वर्ष संदेश पीछे ही लिखा गया है । हमारे समस्त क्लब सदस्य चीन देश द्वारा आयोजित किसी भी कार्यक्रम में खूब भाग लेते हैं , इधर लखऊन में वाद्यों में तो हिन्दी चीनी भाई भाई प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिस से हमारे क्लब सदस्यों ने सक्रिय हो कर भाग लिया ।
रविन्द्र कुमार को कोटि कोटि धन्यावाद है कि आप और समस्त क्लब सदस्यों के साथ नियमित रूप से सी .आर .आई के हिन्दी कार्यक्रम सुनने के साथ सी .आर .आई का हिन्दी वेबसाइट भी देखते हैं और उन पर प्रकाशित सी .आर .आई के नव डायरेक्टर श्री वांग कङन्यान का संदेश भी डाउन लोड किया है , यह पता चला कर हमें बहुत खुशी हुई है कि हमारे बहुत से श्रोताओं को हमारी हिन्दी वेबसाइट पर छपी लेखन सामग्री पढ़ने की तकनीकी क्षमता प्राप्त है । जब एक बार वेबसाइट पर संपर्क करने की तकनीक हल हो गई , तो हमारे बीच सीधा संपर्क आसान हो जाएगा । लखउन में आयोजित वाद्यों में हिन्दी चीनी भाई भाई प्रदर्शनी के चित्र और खबर देख कर असीम प्रसन्नता और आनंद हुए । संगीत ऐसा संपर्क का साधन है , जिस के जरिए भाषा की बाधा तोड़ कर आपसी समझेदारी और दोस्ती बढ़ायी जा सकती है । आशा है कि भारत और चीन में समय समय पर इस प्रकार की आदान प्रदान कार्यवाही आयोजित की जाएगी । रविन्द्र कुमार को एक बार फिर धन्यावाद ।
मैसूर कर्नाटक के तोसिफ अहमद ने सी .आर.आई के हिन्दी विभाग के नाम भेजे पत्र में कहा कि मैं आप के सी .आर .आई के सभी हिन्दी सेवा के कार्यक्रमों को बहुत दिलचस्पी से ध्यानपूर्वक जागरूक हो कर दैनिय नियमित रूप से सुनता हूं । आप के प्रत्येक कार्यक्रम उपयोगी , ज्ञानवर्धक , लाभदायक , निष्कपट , विचारसंपन्न , रोमांचकारी , उत्तम और उच्च कोटि के लगते हैं । विशेष कर चीन का भ्रमण , चीन का संक्षिप्त इतिहास , आप से मिले , निर्माण और सुधार , आज का तिब्बत , चीनी बोलना सीखे , खेल जगत , सवाल जवाब , शिक्षा , विज्ञान और स्वास्थय , जीवन और समाज , आप का पत्र मिला , सांस्कृतिक जीवन ,चीन की अल्पसंख्यक जाति , चीन भारत मैत्रीपुल के निर्माता, आप की पसंद और चीनी गीत संगीत ।
आप के हिन्दी के प्रत्येक कार्यक्रम चीन की नवीन प्रशासक , राजनीतिक , आर्थिक , सामाजिक , सांस्कृतिक , विज्ञान , तंत्रज्ञान ,कृषि , समाजवाद और इतिहास के बारे में विस्तृत ज्ञान प्रस्तुत करते हैं ।
मुझे चीन की राजनीति , अर्थनीति , समाजनीति , संस्कृति , कृषि , समाजवाद , विज्ञान , तंत्रज्ञापन , शिक्षा और चीन के जंगलों के बारे में जानकारी की इच्छा है ।
फिरोजबाद उत्तर प्रदेश के शशिकान्त सिंह ने सी .आर .आई हिन्दी सैक्शन को भेजे पत्र में कहा कि खुशी के साथ लिख रहा हूं कि मुझे आप के द्वारा भेजा गया बेहद प्यारा पत्र 20 अप्रैल 2005 को मिला । सचमुच पत्र पा कर मन प्रफुल्लित हो गया ,आप को बताना चाहूंगा सी .आर.आई हिन्दी सेवा के लिए यह मेरा दूसरा पत्र है , इस से पहले मैं भेज चुका हूं ।
आशा है कि आप हमारे इस पत्र पर ध्यान देंगे और उसे कार्यक्रम में शामिल करेंगे । और आप को यह भी बताता हूं कि आप प्रभाकर शाक्य से परिचित होंगे, मैं उन का प्रिय मित्र हूं , और सी .आर .आई से जुड़ने , सुनने तथा पत्र लिखने की प्रेरणा मुझे उन से ही मिली है ।
आप के कार्यक्रम हम नियमित रूप से सुन रहे हैं , जो बहुत अच्छे हैं । मुझे खास कर वे कार्यक्रम पसंद आते हैं , जो चीन के संस्कृति , निर्माण सुधार , कला साहित्य , विज्ञान से संबंधित है । भारत और चीन की मित्रता के 55वें वर्ष पर रिपोर्ट सुनी , जो स्पष्ट और सटीक थी . सच भारत और चीन बहुत पुराने मित्र है , जो विश्व की राजनीतिक व भौगोलिक स्थिति में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं । रिपोर्ट में भारत और चीन के शिक्षा , विज्ञान , कला , संस्कृति व खेलकूद के क्षेत्र में हो रहा सहयोग अति सराहनीय कार्य है । हाल ही में चीनी प्रधान मंत्री की भारत यात्रा इस का उदाहरण है । निश्चय ही भारत और चीन के संबंध और मधुर व मैत्रीपूर्ण होंगे , जो विश्व शांति एवं विकास में सर्वोपरि है ।

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