चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी के अध्यक्ष श्री वु बांग क्वो रोमानिया , मोलडोवा , यूनान तथा रूस की 15 दिनों की औपचारिक व मैत्रीपूर्ण यात्रा के लिए 17 तारीख की सुबह पेइचिंग से रवाना हुए । यात्रा के दौरान वे मास्को में आयोजित होने वाली शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की संसद अध्यक्ष मीटिंग में भी भाग लेंगे । सूत्रों के अनुसार श्री वु बांग क्वो की मौजूदा यात्रा का मकसद चीन और इन चार देशों के द्विपक्षीय संबंधों के विकास को आगे बढ़ाना और संसदों के बीच आवाजाही मजबूत करना है । इस के अलावा चीन और इन देशों के बीच आर्थिक व व्यापारिक संबंधों के अच्छे विकास को बढ़ाना भी यात्रा का एक मुख्य विषय होगा ।
रोमानिया , मोलडोवा , यूनान और रूस यूरोप में चीन के पुराने मित्र और रणनीतिक साझेदार हैं , दोनों पक्षों में हजारों वर्ष पुराना आवाजाही का इतिहास रहा है । चारों देश चीन के साथ मैत्री की नीति लागू करते हैं । इसलिए आपसी विश्वास और मैत्री को बढ़ाना , सहयोग को गहरा करना तथा साझे विकास को बढ़ावा देना श्री वु बांग क्वो की मौजूदा यात्रा का मुख्य मकसद बन गया । इस की चर्चा में चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी के उप महा सचिव छो वु चाओ ने कहाः
ये चार देश चीन के साथ संबंधों के विकास को बड़ा महत्व देते हैं और अन्तरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में चीन के स्थान व भूमिका पर महत्ता देते हैं । वे विभिन्न क्षेत्रों में चीन के साथ सहयोग बढ़ाने की तीव्र इच्छा रखते हैं । श्री वु बांग क्वो की इन चार देशों की औपचारिक व मैत्रीपूर्ण यात्रा और वहां शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के संसद अध्यक्षों के सम्मेलन में भाग लेना चीन और इन चार देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के विकास को गति देने तथा चीन यूरोप संबंधों के विकास को बढ़ाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।
वर्तमान में चीन और इन देशों के बीच आर्थिक व्यापारिक संबंधों का भारी महत्व होता है । श्री वु बांग क्वो की यात्रा के दौरान वे चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा तथा विभिन्न देशों की संसदों के बीच आदान प्रदाव व सहयोग बढ़ाने की कोशिश करेंगे और वे चीन सरकार की ओर से इन देशों के साथ आर्थिक व व्यापारिक क्षेत्र में व्यवहारिक सहयोग के बारे में सुझाव पेश करेंगे । इस पर छो वु चाओ ने कहाः
श्री वु बांग क्वो की यात्रा चीन और रूस के बीच ऊर्जा , निवेश व उच्च तकनीकी में बड़ी परियोजनाओं के सहयोग और स्थानीय सहयोग को बढ़ावा देगी , चीन तथा रोमानिया के बीच बड़ी परियोजनाओं के आरंभ को गति देगी और चार देशों के साथ शिक्षा , विज्ञान तकनीक , पर्यटन तथा ओलिंपिक के क्षेत्रों में सहयोग को और अधिक मजबूत करेगी ।
श्री वु बांग क्वो की यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा और रूसी राज्य डूमा व संघीय कमेटी के बीच नियमित आदान प्रदाव व्यवस्था की प्रथम मीटिंग और शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के संसद अध्यक्षों की प्रथम भेंटवार्ता होगी । ये दोनों सम्मेलन मास्को में होंगे । इस तरह चीन और रूस का संबंध एक बार फिर ध्यान का केन्द्र बन गया । दो महीनों से पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने चीन की यात्रा के दौरान कहा था कि रूस का विकास और पुनरूत्थान चीन रूस संबंधों पर निर्भर करता है । इसलिए चीन रूस संबंध रणनीतिक ऊंचाई से देखा जाना चाहिए । चीन के रूख को स्पष्ट करने के लिए श्री छो वु चाओ ने कहाः
रूस चीन का सब से बड़ा पड़ोसी देश और मुख्य रणनीतिक सहयोग साझेदार है , चीन और रूस में राजनीतिक विश्वास लगातार बढ़ता जा रहा है , सहयोग की उपलब्धियां प्रचूर है और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की व्यवस्थाएं अच्छी तरह चल रही हैं , दोनों देशों की जनता में आपसी समझ और दोस्ती गहरी हो रही है , द्विपक्षीय संबंध अभूतपूर्व नए स्तर पर जा पहुंचा है । चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा और रूसी राज्य डूमा व संघीय कमेटी के बीच नियमित आदान प्रदान व्यवस्था कायम हुई है , श्री वु बांग क्वो की यात्रा के दौरान दोनों देशों की संसदों की पहली मीटिंग का आयोजन इस का प्रतीक है कि चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा और रूसी राज्य डूमा व संघीय कमेटी की आदान प्रदान व्यवस्था का औपचारिक आरंभ हुआ है ।
पांच साल पुराना इतिहास वाले शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के संसद अध्यक्षों की प्रथम भेंटवार्ता भी इस का प्रतीक है कि इस संगठन के अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों में आदान प्रदान व्यवस्था लगातार परिपक्कव और सुधर हो गयी है ।
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