चीनी लोगों में छाई छिन बहुत मशहूर हैं। उन की मधुर और सम्मोहक आवाज सुनने वालों पर मानो जादू जमा कर देती है। धीमी धीमी और चुंबकीय आवाज जब हवा में गूंजती है, तो लोगों को एक मदहोशी के आलम में खोने देती है। इस प्रकार छाई छिन अपने श्रोताओं के दिलो-जान पर छाई हुई है।
गीत---बीते समय की याद 
पिछली शताब्दी के सत्तर वाले दशक के अंत में छाई छिन ने लोक गीत गाते हुए संगीत की दुनिया में प्रवेश किया। अस्सी वाले दशक में वे बहुत लोकप्रिय रहीं और उन की लोकप्रियता बराबर बनी रही। पिछले बीस वर्षों में उन की नयी नयी रचनांए आती रहीं, उन्होंने चालीस से ज्यादा एलबम जारी किये तथा थाइवान में अनेक बार स्वर्ण पुरस्कार जीते। संगीत की दुनिया में छाई छिन के समकालीन अन्य थाइवानी गायक गायिका अब सभी संगीत मंच से बिदा हो गए हैं। किन्तु छाई छिन ने लगातार थाईवान और हांगकांग की गीत प्रतियोगिताओं में भाग लिया और कई स्वर्ण पदक जीते।
इस समय आप सुन रहे हैं, सुश्री छाई छिन द्वारा गाया गया गीत–तुम्हारी कोमलता 
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार हैः
अमुक वर्ष, माह और दिन
हम एक दूसरे से अलग हो गये
जुदा होना मुश्किल तो है,
फिर भी हम नहीं रोये।
साल दर साल गुजर गये
तुम्हारी याद सताती रही
और उस बीते समय की
उम्मीद है कि समुद्र पर हवा आएगी
बहुत कोमल हैं समुद्र की लहरें,
मानो तुम्हारी कोमलता फिर लौट आई हो।
वर्ष 1980 में सुश्री छाई छिन इस गीत के द्वारा रातोंरात मशहूर हो गयीं। गीत का लेखक था थाईवानी संगीतकार श्री ल्यांगजी होंग। छाई छिन और ल्यांगजी होंग की दोस्ती इसी गीत से शुरू हुई। लेकिन बीस साल बाद ल्यांगजी का निधन हो गया और खुद छाई छिन के जीवन में भी कई उतार चढाव हुए। छाई छिन ने कहा कि अब वह इस गीत की भावना को और ज्यादा अच्छी तरह समझ सकती है।
इधर के वर्षों में छाई छिन के एलबमों में मुख्य तौर पर पुराने चीनी गाने शामिल हैं। छाई छिन की आवाज में गाए इन पुराने गीतों में नये जीवन का संचार हो गया।
सर्दियों के दिन, कल तुम मेरे पास हो या नहीं, और प्यार का दिल आदि गीत गत शताब्दी के अस्सी वाले दशक में बहुत लोकप्रिय थे, जो अन्य पुराने गायकों की आवाज में गाए गए थे। छाई छिन ने अपनी आवाज में इन पुराने गीतों को जनता के सामने एक बार फिर पेश किया। उन की मधुर आवाज में पुराने क्लासिकल गीतों में एक बार फिर रंगत आ गयी।
केवल गायन क्षेत्र में प्राप्त सफलताओं से छाई छिन पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुई हैं। वे लेख भी लिखती हैं, फिल्मों में काम करती हैं, टी वी कार्यक्रमों में भाग लेती हैं और वस्त्रों का डिजाइन भी करती हैं। विभिन्न क्षेत्रों में उन्होंने अपनी असाधारण प्रतिभा दिखाई है और कई पेशेवर पुरस्कार भी प्राप्त किये हैं। छाई छिन का कहना है कि वे हमेशा भविष्य की ओर मुख करते हुए काम करती हैं।
सुनिए, छाई छिन की आवाज में प्रस्तुत घाट नामक गीत है।
गीत का भावार्थ कुछ इसी प्रकार हैः
तुम्हारे हाथ को पकड़ कर नमस्ते कहता हूं
जानता हूं कि तुम्हारे की याद बनी रहेगी।
आंसू दिल में बहती है
यौवन तब से रूक जाएगा।
कल से जुदा होंगे,
निगाह में निराशा झलकेगी
घाट पर ताजा फूल नहीं मिलता है,
जो तुम को बिदा देते समय भेंट करूंगा,
बस सिर्फ आशीर्वाद दे सकता हूं,
कल दूर दूर तुम चली जाओगी।
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