मुजफ्फरपुर बिहार के जसीम अहमद ने सी .आर .आई के हिन्दी विभाग के नाम लिखे पत्र में विस्तृत विषयों पर चर्चा की है , उन में से कुछ यहां प्रस्तुत है ।
आज का तिब्बत कार्यक्रम में कुकूचोमा तिब्बती बहन से मुलाकात कराया गया , तिब्बत के तरक्की से संबंधित कई महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी गई । तिब्बत की तरक्की में सारे तिब्बत के लोगों का योगदान है । तिब्बत प्रदेश काफी सुन्दर जगह है , यहां लोग घूमने के लिए आते हैं , मुझे भी मौका मिला, तो तिब्बत को नजदीक से देखूंगा ।
चीन में निर्माण और सुधार कार्यक्रम के अन्तर्गत विश्व व्यापार संगठन में कार आयात से संबंधित बातों की जानकारी मिली , कार उद्योग से संबंधित सारी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी मिली । विज्ञान , शिक्षा और स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत चीनी छात्रों की शिक्षा व स्वास्थ्य से संबंधित काफी अच्छी जानकारी दी गई । बच्चों के स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए , तभी देश खुशहाल रह सकता है । चीनी गीत संगीत में चीनी युवती यांग चिंग थाऊ ने काफी प्यारी आवाज एवं सूर में बांसूरी बजायी , बांसूरी के द्वारा निकली आवाज काफी प्यारी लगी।
शेखपुरा बिहार के कृष्णा मुरारी सिंह किसान ने हमें अपनी लिखी एक कविता भेजी , बहुत पसंद आयी , जिस का आनंद आप लोग भी ले लें ।
प्रिय मेहमान आये
चीनी प्रधान मंत्री जी भारत आये ,
भाई भाई मैत्री का संदेश लाये .
चतुर्मुखी विकास की ओर कदम बढाये ,
हर क्षेत्र में मैत्री को मजबूत बनाये ।
नई सदी में मैत्री को आगे बढाये
विश्व शांति में अपना स्थान बनाये ।
बहुध्रुवीय विश्व की ओर कदम बढ़ाये ,
सीमा विवाद को ठंडा बनाये ।
तिब्बत मसले में विश्वास जगाये ,
कई समझौतों पर हस्ताक्षर बनाये ।
प्रगति का नया रास्ता लाये ,
दो बड़े देश एक प्लेट फार्म पर आये ।
शांति , मैत्री , सहयोग को अपनाये ,
पंचशील का अलाव जलाये ।
विश्व शांति की ज्योति जलाये ,
चीन भारत मैत्री को मजबूत बनाये ।
आदान प्रदान का रास्ता खुलवाये ,
दो हजार वर्षों की मैत्री सजाये ।
नई मैत्री की पचपन वीं वर्षगांठ पर आये ,
भारत में गतिविधियां बढ़ाये ।
चीनी प्रधान मंत्री जी भारत आये ,
भाई भाई मैत्री का संदेश लाये ।
चीनी प्रधान मंत्री की भारत यात्रा पर सीतामढी बिहार के श्रोता मित्र राजीव कुमार वर्मा ने एक लम्बा आलेख लिख कर भेजा , जिस का शार्षक है भारत चीन चलो एक बार फिर से । आलेख में कुछ पहलुओं से भारत और चीन के संबंधों और विकास के सवाल का तुलनात्मक विश्वेषण किया गया , जो सराहनीय है । आलेख काफी लम्बा होने के कारण यहां रेडियो प्रसारण में शामिल करना नामुमकिन है । किन्तु हम यहां उन की इस कोशिश के लिए उन्हें हार्दिक धन्यावाद देते हैं और उन के नए पत्रों की प्रतीक्षा कर रहे हैं ।
कोआथ बिहार के सुनील केशरी ने सी .आर .आई के हिन्दी सेवा के नाम भेजे पत्रों में हिन्दी कार्यक्रम चीनी गीत संगीत पर चर्चा करते हुए कहा कि श्याओथांग दीदी द्वारा प्रस्तुत चीनी गीत संगीत कार्यक्रम में चीनी केन्द्रीय संगीत मंडली के समूह गान दल के द्वारा प्रस्तुत गीत सुना , जिस में हज जाति का गीत सुना , ऊसूली नदी का नाव बड़ा प्यारा लगा , मन झूम उठा । ऊसूली नदी के सुन्दर जल में नाव चल रहा है , ढेर सारी मछलियां तैर रही है , वास्तव में यह एक अदभुत दृश्य था , पहाड़ी गीत ई-मङ शान सुना , कठोर जीवन और अपने परिजनों की याद में और अंत में एक और गीत सुना , शोखांग की ओर जाते हुए , इतने सारे सुन्दर सुन्दर प्यारा प्यारा चीनी गीत सुन कर फुलों की भाती खुशबू से मानो मेरा जीवन पवित्र हो गया है । चीनी गीत सुन कर मैं धन हो गया , मेरे मन की फुलझरियां कानों में रस घोलने लगी । इस के लिए समूह गान दल के युवा मिलन समारोह में स्वर्ण पदक विजेता के साथ शाओ थांग दीदी और सी . आर .आई के समस्त परिवार को हार्दिक धन्यावाद ।
सुनील केशरी जी ने अपने एक दूसरे पत्र में जकार्ता में हुए एशिया अफ्रीका शिखर सम्मेलन के बारे में हमारी संवाददाता सुश्री शाओ यांग की रिपोर्ट पर कहा कि 21 अप्रैल को इंडोनिशिया के शहर जकार्ता में सी .आर .आई की युवा उद्घोषिका श्याओयांग ने सीधे जकार्ता से भारत के विदेश मंत्री श्री नटवर सिंह से बातचीत सुनवाए , यह बातचीत हमें बहुत सी ज्ञान से परिपूर्ण लगा । बातचीत इतना सकारात्मक था कि बांडोंग सम्मेलन की पूर्ण जानकारी हासिल हो गई । 50 साल पहले का बांडोंग सम्मेलन और आज का बांडोंग सम्मेलन में जमीन आसमान का फर्क है , पहले की समस्याएं भिन्न थी , आज की समस्याएं जटिल हो गई है । मुख्य रूप से सभी देशों ने अपना पक्ष रखते हुए आतंकवाद विरोध और एडस नियंत्रण पर अधिक ध्यान केन्द्रित किया है , जो हमें बहुत ही प्रभावित किया , इतनी उपयोगी और नयाब जानकारी के लिए सी .आर .आई को शुभकामनाएं ।

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