केन्या की राकजीय यात्रा पर गए चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन-थाओ 28 तारीख को नेरोबी स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यलय पधारे और संयुक्त राष्ट्र मानव आवास कार्यक्रम की कार्यकारिणी प्रधान सुश्री टिबाइजुका एवं पर्यावरण कार्यक्रम के कार्यवाहक कार्यकारी प्रधान श्री काकाक्हेल से उन की मुलाकात हुई।
28 तारीख को केन्या की राजधानी नेरोबी में स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से गीत-संगीत की उलासक आवाज़ सुनाई देती रही।केन्या की राजकीय यात्रा कर रहे चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन-थाओ मेहमान के रूप में यहां पधार रहे थे।
नेरोबी स्थित संयुक्त राष्ट्र का यह मुख्यालय वर्ष 1996 में कायम हुआ है।वह विश्व भर में संयुक्त राष्ट्र के चार बड़े मुख्यालयों में से एक है और किसी विकासशील देश में स्थित अपनी किस्म की यह एकमात्र संस्था भी है।संयुक्त राष्ट्र के पर्यावरण कार्यक्रम,मानव आवास कार्यक्रम और अन्य 80 विभाग इस में कार्यरत हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानव आवास कार्यक्रम की कार्यकारिणी प्रधान सुश्री टिबाइजुका एवं पर्यावरण कार्यक्रम के कार्यवाहक कार्यकारी प्रधान श्री काकाक्हेल ने मुख्यालय के गेट पर श्री हू चिन-थाओ और उन के दल का स्वागत किया।मुख्यालय के कर्मचारियों के प्रतिनिधियों ने भी नाचगान करते हुए स्वागत-रस्म में भाग लिया।
सुश्री टिबाइजुका और श्री काकाक्हेल से मुलाकात के दौरान श्री हू चिन-थाओ ने सर्वप्रथम संयुक्त राष्ट्र मानव आवास कार्यक्रम और पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा लम्बे समय से मानव के आवासीय क्षेत्रों के निर्माण व विश्व के अनवरत विकास को बढावा देने और वैश्विक पर्यावरण संरक्षण-कार्य को आगे ले जाने तथा विकासशील देशों में पर्यावरण-संरक्षण की क्षमता बढाने के लिए किए गए सकारात्म योगदानों की भूरि भूरि प्रशंसा की।चीन की संबंधित जानकारी देते हुए श्री हू चिन-थाओ ने कहाः
"चीन एक विकासमान देश है।उस में अर्थतंत्र का लगातार तेजी से विकास हो रहा तो है,लेकिन साथ ही उसे जनसंख्या,ससंधान और पर्यावरण से आने वाले दबाव का सामना भी करना पड़ा रहा है।पर्यावरण का संरक्षण करना चीन की एक बुनियादी राष्ट्रीय नीति है।मानव के आवासीय क्षेत्रों के निर्माँण को बखूबी अंजाम देना चीन में खुशहाल समाज के पूर्ण निर्माँण-कार्य का एक महत्वपूर्ण विषय है।"
श्री हू चिन-थाओ ने कहा कि चीन सरकार ने अभी देश की 11वीं राष्ट्रीय आर्थिक व सामाजित विकास की पंचवर्षीय योजना बनाई है,जिस में मानव के आवासीय निर्माण और पर्यावरण के संरक्षण के लक्ष्य तय किए गए हैं।चीन ऐसा समाज के निर्माण में जुटा रहेगा,जिस में संसाधनों की न्यूनत्तम खपत हो और पर्यावरण मैत्रीपूर्ण हो।इस क्षेत्र में चीन का काम करने का केंद्र संसाधनों व ऊर्जा की किफायत करना,पारिस्थितिक पर्यावरण का निर्माण करना,प्रदूषण का निवारण करना,जनजीवन के वातावरण में सुधार लाना और शहरी पुनःनिर्माण का विकास करना है।उन का कहना हैः
"हम अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अथक प्रयास करेंगे,ताकि चीनी जनता के आवासीय पर्यावरण में सुधार आ सके और पर्यावरण-संरक्षण के स्तर को उन्नत किया जा सके।हम आगे भी संयुक्त राष्ट्र मानव आवास कार्यक्रम और पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम के साथ अपने सहयोग को मजबूत करने के इच्छुक हैं और इन दो कार्यक्रमों से समर्थन व मदद मिलने की आशा भी करते हैं।"
संयुक्त राष्ट्र मानव आवास कार्यक्रम की कार्यकारिणी प्रधान सुश्री टिबाइजुका एवं पर्यावरण कार्यक्रम के कार्यवाहक कार्यकारी प्रधान श्री काकाक्हेल दोनों ने आवासीय निर्माण और पर्यावरण-संरक्षण के क्षेत्रों में चीन की कामयाबियों की बड़ी सराहना की।सुश्री टिबाइजुका ने कहाः
"हम ने चीन में बहुत से लाभदायक जानकारी और अनुभव प्राप्त किए हैं और संसार के दूसरे इलाकों में उन का प्रचार-प्रसार किया है।चीन ने अफ्रीकी महाद्वीप के मानवीय आवासीय निर्माण के कार्य के लिए बड़ी कोशिशें की हैं और बड़ा योगदान भी किया है।अफ्रीकी देशों ने चीन में हुई प्रगति का उच्च मूल्यकंन किया है और चीन द्वारा किए गए योगदानों के प्रति आभार प्रकट किया है।हम जानते हैं कि खुद चीन के सम्मुख ढेरों चुनौतियां खड़ी हैं,लेकिन चीन सरकार ने खासकर निम्न आयवाले लोगों के लिए आवासीय निर्माण-कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। "
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