
फिल्म निर्देशक मा ली वन का जन्म दक्षिण चीन के च्यांग शी प्रांत में हुआ । गत शताब्दी के नब्बे वाले देशक में वे चीनी केंद्रीय ऑपेरा कॉलेज में अध्ययन के लिए राजधानी पेइचिंग आयीं । उस समय उन के लिए जीवन बहुत कठिनाइयों से भरा था । पेइचिंग में एक रिहायशी मकान ढूंढ़ने के लिए उन्हें साइकिल पर यहां-वहां भागना पड़ता था । बाद में मा ली वन ने पेइचिंग में सी ह य्वान नामक रिहायशी मकान में एक कमरा किराये पर लिया । सी ह य्वान पेइचिंग वासियों का पुराने जमाने का रिहायशी मकान है, जिस में कई परिवारों के लोग अलग-अलग कमरों में रहते हैं । मा ली वन की मकान मालिकन एक बूढ़ी महिला है, जो अकेले ही जीवन बिता रही है । इस कमरे में रहने के बाद मा ली वन और मकान मालिकन के बीच एक विशेष रिश्ता कायम हुआ और अनेक संजीदा कहानियां पैदा हुईं । वर्ष 2004 में बूढ़ी मकान मालिकन का निधन हो गया । मा ली वन यह खबर सुन कर बहुत दुखी हुई। बाद में मा ली वन ने बूढ़ी मकान मालिकन और उस के बीच के वास्तविक अनुभव व कहानियों को एक फिल्म के रूप में मूर्त किया , यही है"हम दोनों।
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