अप्रेल की 18 से इक्कीस तारीख तक चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ अमरीकी राष्ट्रपति बुश के निमंत्रण पर अमरीका की राजकीय यात्रा की । अमरीका यात्रा की समाप्ति के बाद सऊदी अरब की राजकीय यात्रा जाने के रास्ते पर चीनी विदेश मंत्री ली चाओ शिंग ने संवाददाताओं से बातचीत की । उन्होंने कहा कि श्री हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा का महत्व मील पत्थर का है, और भारी उपलब्धियां हासिल हुईं ।
श्री ली चाओ शिंग ने कहा कि चीन और अमरीका दुनिया में सब से प्रभावशाली देश हैं , दोनों देशों के संबंधों का विकास बहुत ध्यानाकर्षक है । यात्रा के दौरान श्री हू चिन थाओ नेअनेक बार बल देकर कहा कि वर्तमान अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति में चीन अमरीका संबंध द्विपक्षीय संबंध के दायरे को पार कर उत्तरोतर विश्वव्यापी प्रभाव और रणनीतिक महत्व रखते हैं । चीन अमरीका संबंध का विकास दोनों देशों व दोनों देशों की जनता के समान हितों की रक्षा के लिये जरूरी ही नहीं, बल्कि प्रशांत एशिया और विश्व की शांति, स्थिरता व स्मृद्धि बढावा देने की आवश्यक्ता भी है । चीन और अमरीका को रचनात्मक सहयोगी बनना चाहिए ।
अमरीका ने चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ के विचारों को स्वीकारा । अमरीकी राष्ट्रपति बुश ने कहा कि चीन और अमरीका के बीच सहयोग का क्षेत्र दिन ब दिन विस्तृत होता गया है , जिस से विश्व की शांति पर ज्यादा से ज्यादा महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है । चीन विश्व की शांति को बनाए रखने का कूंजीभूत साझेदार है । चीनी और अमरीकी नेता इस बात पर सहमत हुए कि रणनीतिक ऊंचाई व दूरगामी दृष्टि से दोनों देशों के संबंधों का निपटारा किया जाएगा, 21वीं सदी के उन्मुख चीन व अमरीका के रचनात्मक सहयोग व संबंध को आगे बढ़ाया जाएगा और दोनों देशों की जनता और विश्व के विभिन्न देशों की जनता की भलाई के लिये प्रयास किया जायेगा ।
चीनी विदेश मंत्री ली चाओ शिंग ने कहा कि थाई वान सवाल चीन अमरीका संबंध में सब से महत्वपूर्ण व संवेदनशील सवाल है । चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने अमरीकी राष्ट्रापति बुश से कहा कि चीन और अमरीका के बीच थाईवान की स्वाधीनता पर रोक लगाने और थाईवान जलडमरूमध्य की शांति व स्थिरता को बनाए रखने में समान रणनीतिक हित मौजूद हैं । श्री हू चिन थाओ ने इस बात पर अमरीकी राष्ट्रपति बुश और अमरीकी सरकार की प्रशंसा की है कि उन्हों ने अनेक बार एक चीन की नीति पर कायम रहने , दोनों देशों के बीच संपन्न तीन संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करने तथा थाईवानी स्वाधीनता का विरोध करने को कह डाला है । श्री हू चिन थाओ ने बल देकर कहा कि हम एक चीन के सिद्धांत के आधार पर थाईवान जलडमरूमध्य की शांति व स्थिरता को बनाए रखने, दोनों तटों के संबंध को सुधार करने व विकसित करने पर डटे रहेंगे । हम मातृभूमि के शांतिपूर्ण पुनरेकीकरण की प्राप्ति के लिए सब से बड़ी सदिच्छा दिखाएंगे और सब से बड़ी कोशिश करेंगे । हम थाईवानी स्वाधीनता की इजाजत कतई नहीं देंगे ।
अमरीकी राष्ट्रपति बुश ने कहा कि थाईवान सवाल पर अमरीका सरकार के रूख में कोई बदलाव नहीं आया है । अमरीका एक चीन की नीति पर कायम रहेगा और थाई वान सवाल पर चीन की चिंता को समझ सकता है । अमरीका यह देखना नहीं चाहता है कि थाईवानी अधिकारियों की एकतरफ़ा तौर पर थाईवान जलडमरूमध्य की वर्तमान स्थिति को बदलने की कार्यवाहियों से चीन अमरीका संबंध पर कुप्रभाव पड़ जाये ।
श्री ली चाओ शिंग ने कहा कि थाई वान सवाल पर चीन व अमरीका का स्पष्ट सैद्धांतिक रूख थाई वान जल़मरूमध्य की शांति और प्रशांत एशियाई क्षेत्र के विकास, स्मृद्धि व अमनचैन के लिए मददगार सिद्ध होगा।
चीनी विदेश मंत्री ली चाओ शिंग ने कहा कि आर्थिक व व्यापारिक सहयोग चीन अमरीका संबंध के विकास का महत्वपूर्ण स्तंभ है, वह दोनों देशों के संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है । यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने बल देते हुए कहा कि चीन व अमरीका के बीच आपसी लाभ व समान जीत वाला आर्थिक व व्यापारिक सहयोग दोनों देशों व दोनों देशों की जनता के मूल हितों से मेल खाता है । चीन समानता व आपसी लाभ व समान विकास के सिद्धांत के आधार पर वार्ता के जरिए दोनों के बीच मौजूद मतभेदों का निपटारा कर दोनों देशों के आर्थिक व व्यापारिक सहयोग को बनाए रखने को तैयार है ।
श्री ली चाओ शिंग ने कहा कि राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ की मौजूदा यात्रा ने वार्तालाप , सहमति और आपसी विश्वास व सहयोग बढ़ाने का मकसद पूरा कर लिया है और उस का प्रशांत एशिया और विश्व शांति , स्थिरता और स्मृद्धि के लिये भारी व दूरगामी महत्व होगा ।
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