अमरीका की यात्रा कर रहे चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने स्थानीय समयानुसार 20 तारीख की रात वाशिंगटन में अमरीकी मैत्री संगठनों को भाषण देते हुए कहा कि चीन दृढता के साथ शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर चलता रहेगा । इस के अलावा उन्हों ने चीन अमरीका के रचनात्मक सहयोग संबंध के पूर्ण विकास के लिए छह सूत्रीय सुझाव पेश किए ।
20 तारीख की रात , अमरीका चीन व्यापार की राष्ट्रीय कमेटी , अमरीका चीन संबंधों की राष्ट्रीय कमेटी , अमरीकी वाणिज्य संघ तथा ब्लुकिन्स सोसाइटी आदि के 900 से ज्यादा राजनीतिक व व्यापारिक व्यक्तियों ने मिल कर चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ के सम्मान में एक मैत्रीपूर्ण रात्रि भोज बुलाया , जिस में अमरीका की श्रमिक मंत्री सुश्री एलाइने चाओ और पूर्व अमरीकी विदेश मंत्री श्री किसंगर शामिल हैं ।
श्री किसंगर ने भोज को संबोधित करते हुए कहा कि यदि अमरीका और चीन के बीच घनिष्ठ सहयोग नहीं होता , तो एक अच्छी व सुव्यवस्थित अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना होना मुश्किल होगा ।श्री किसंगर ने चीन के शांतिपूर्ण विकास के रास्ते की भूरि भूरि प्रशंसा की और श्री हु चिनथाओ की मौजूदा अमरीका यात्रा का उच्च मूल्यांकन किया। उन्हों ने कहाः
श्री हु चिनथाओ की यात्रा से अमरीका और चीन के बीच दोस्ती और अधिक मजबूत हो जाएगी , दोनों देश समान प्रयास कर विश्व शांति व प्रगति के लिए योगदान कर सकेंगे ।
इस के बाद चीनी राष्ट्राध्यक्ष हु चिनथाओ ने चीन अमरीका के रचनात्मक सहयोग संबंधों के चौतरफा विकास शीषर्क भाषण देते हुए कहा कि चीन दृढता के साथ शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर चलता रहेगा और पूरी लगन से देश के निर्माण व विकास को आगे बढ़ाएगा और विश्व शांति की रक्षा तथा समान विकास को बढ़ावा देने की कोशिश करेगा । उन्हों ने कहाः
चीन का वर्तमान फौरी और व्यवहारिक कार्य पूरी शक्ति से आर्थिक विकास को बढाना एवं जनजीवन को लगातार सुधारना है । इस के लिए शांतिपूर्ण अन्तरराष्ट्रीय वातावरण की अति आवश्यकता है । हमारी आशा है कि जहां हम विश्व शांति के माध्यम से अपने का विकास करते हैं और वहां अपने के विकास के जरिए विश्व शांति को बढ़ावा दे सकते हैं ।
श्री हु चिनथाओ ने कहा कि चीन अमरीका के राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद पिछले 27 सालों में दोनों देशों के संबंध तरह तरह की स्थितियों से गुजरते हुए प्रायः आगे विकसित होते जा रहे हैं । चीन अमरीका मैत्री दोनों देशों की जनता की समान अभिलाषा है , आपसी लाभ वाला सहयोग दोनों के लिए सही विकल्प है । दोनों को रणनीतिक दृष्टि से और साझा विजय वाली आधुनिक अवधारणा से दोनों के संबंधों को समझना तथा उन का निपटारा करना चाहिए , ताकि दोनों देशों के संबंध रचनात्मक सहयोग के सही रास्ते पर आगे बढ़ जाए । इस के लिए उन्हों ने छह सूत्रीय सुझाव पेश किएः
पहले , समझेदारी बढ़ा कर सहमति का विस्तार करें और दीर्घकालीन व स्थिर चीन अमरीका रचनात्मक सहयोग संबंध कायम हो । दूसरे , मौके का लाभ उठा कर आर्थिक व्यापारिक सहयोग के आधार को मजबूत व विस्तृत करें । तीसरे , सिद्धांतों पर कायम रह कर वचनों का पालन करते हुए दोनों की तीन संयुक्त विज्ञप्तियों के आधार पर थाइवान सवाल का उचित निपटारा करें । चौथे , घनिष्ट सलाह मशविरे से चुनौतियों का मुकाबला करते हुए अहम अन्तरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों पर संपर्क व समन्वय बढ़ाएं । पांचवे , एक दूसरे से सीखते हुए परस्पर पूरक बन कर जनता की मैत्रीपूर्ण आवाजाही बढ़ाएं और छठे , आपसी सम्मान व समान बर्ताव से सही दृष्टि से मतभेदों को हल करें ।
अपने भाषण में श्री हु चिनथाओ ने उपस्थित लोगों को चीन के भावी विकास के मुख्य लक्ष्यों से भी अवगत कराया है तथा यह कहा कि चीन द्वारा अन्दरूनी मांगों के विस्तार से देश के आर्थिक विकास को गति देने के फलस्वरूप अमरीकी कोराबारों समेत विभिन्न विदेशी कारोबारों को विकास का मौका प्रदान किया गया है ।
अपने भाषण में श्री हु चिनथाओ ने पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति फ्रांकलिन रूसेवेलट की उक्ति के हवाले से कहा कि विश्व मानव प्रयासों से बदलेगा , मानव प्रयासों से और नया व सुन्दर भविष्य पैदा होगा । श्री हु चिनथाओ ने यह विश्वास जताया है कि चिरस्थाई शांति , साझी समृद्धि व सामंजस्य वाले विश्व के निर्माण को स्वस्थ व स्थिर विकास वाले चीन अमरीका संबंधों की आवश्यकता है ।
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