भारत दुनिया में अमरीका के बाद सोफ्टवेयर निर्यात करने वाला सबसे बड़ा देश है। पिछले 10 सालों में भारत ने सोफ्टवेयर के वार्षिक निर्यात की वृद्धि दर को 50 प्रतिशत पर बरकरार रखा है , गत वर्ष की कुल आयात निर्यात राशि करीब 18 अरब अमरीकी डालर दर्ज की गई थी। भारत का लक्ष्य वर्ष 2008 में सोफ्ट वेयर के निर्यात की राशि को 50 अरब अमरीकी डालर तक पहुंचाना है। भारत के सोफ्टवेयर विकास के दौर में दक्षिण भारत का बैंगलोर शहर अपनी केन्द्रीय भूमिका अदा कर रहा है और वह दुनिया में भारत के सोफ्टवेयर की राजधानी व भारत के सीलीकोन के नाम से मशहूर शहर बन चुका है।
बैंगलोर भारत का चौथा बड़ा शहर है। इस शहर में करीब 1600 आई टी कम्पनियों ने अपना घर बसाया है। इन में आइ बी एम, इन्टरनेट, एच पी व ओरेकल आदि जानी मानी अन्तर्राष्ट्रीय कम्पनियों के नाम भी हैं। दो लाख आइ टी प्रतिभाशाली व्यक्ति इस शहर में अपना करिश्मा दिखा रहे हैं। माइन्ड ट्री परामर्श कम्पनी इधर के सालों में उभरी एक शानदार सोफ्टवेयर कम्पनी है। वर्ष 1999 में 30 साल की उम्र के 30 युवकों ने अपनी जोखिम पूंजी से माइन्ड ट्री परामर्श कम्पनी की स्थापना की और ग्राहकों को वेबसाइट व सोफ्टवेयर सेवा प्रदान करना शुरू कर दिया। केवल 6 साल के छोटे से समय में ही यह कम्पनी 10 लोगों से बढ़कर 3100 लोगों में बदल गई और भारत के अलावा अमरीका, यूरोप ,सिंगापुर व जापान आदि देशों में उन्होने अपनी शाखाएं खोल दीं । गत वर्ष इस कम्पनी की आमदनी 5 करोड़ 50 लाख अमरीकी डालर तक जा पहुंची। माइन्ड ट्री कम्पनी के वरिष्ठ निदेशक मनोज चन्दरन ने हमारे संवाददाता को बताया हमने बड़े पैमाने वाले वाणिज्य विश्लेषण ग्रुप यानी बिजनेस एनेलिस्ट दल की स्थापना की, इस दल की मुख्य जिम्मेदारी ग्राहकों से संपर्क रखना है। वह वाणिज्य दृष्टिकोण से ग्राहकों की जरूरतों का पता लगाते हैं और लौट कर हमें उनकी ठोस परियोजना की मांग बताते हैं।
श्री चन्दरन ने हमें बताया कि कम्पनी के सभी वाणिज्य विश्लेषक पेशावर आर्थिक प्रबंधन ज्ञान पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उन्हें प्रचुर आइ टी ज्ञान हासिल है। ग्राहकों की ज़रूरतों को भारी महत्व देने के कारण कम्पनी अपने ग्राहकों की ओर से भारी लाभांष हासिल करती है, यही कारण है कि माइन्ड ट्री कम्पनी शुरू से ही एक उंचे स्तर की आइ टी कम्पनी की भूमिका निभाने में सफल रही है।
सत्यम कम्पयूटर सेवा कम्पनी भारत की चौथी बड़ी सोफ्टवेयर कम्पनी है। वर्ष 1987 में स्थापित होने के बाद सत्यम कम्पयूटर सेवा कम्पनी के ग्राहक आज दुनिया भर में हैं। विश्व के 500 शक्तिशाली उद्योगों में से 150 से अधिक कम्पनियां उसकी ग्राहक हैं।कम्पनी के मुख्य व्यवसाय में ग्राहकों को सोफ्टवेयर विकास समेत प्रोग्राम सृजन व वेबसाइट रखवाली व इंजीनियरिंग डिजाइन में सहयोग करना जैसी अनेक सेवाएं शामिल हैं। इन में वेबसाइट उत्पाद व बैंकिंग प्रयोग उत्पाद की महारत अधिक उल्लेखनीय है। बैंगलोर के दक्षिण भाग के करीब 20 किलोमीटर क्षेत्र में सत्यम कम्पनी ने अपना सोफ्टवेयर केन्द्र स्थापित किया है। इस केन्द्र में सत्यम कम्पनी के 2500 से अधिक सोफ्टवेयर इंजीनियर विभिन्न मुददों पर अनुसंधान कर रहे हैं। कम्पनी के अधिकतर कर्मचारी विश्वविद्यालयों से स्नातक होने के बाद सीधे कम्पनी में नौकरी शुरू कर देते हैं। कम्पनी ठोस मुददों व तकनीकों की ज़रूरत के अनुसार, इन नए कर्मचारियों की महारत के मुताबिक उन्हे प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए भेजती है, जरूरी महारत प्राप्त कर लेने के बाद वह कम्पनी द्वारा ठोस पद पर नियुक्त किए जाते हैं और एक वरिष्ठ कर्मचारी एक नए कर्मचारी के कार्यों का निर्देशन करता है। ठोस परियोजना के विकास के दौर में कम्पनी श्रेणी व्यवस्था लागू करती है, विभिन्न स्तर की इकाईयों की जिम्मेदारी एकदम स्पष्ट है। एक परियोजना के पूरा हो जाने के बाद, कर्मचारी नई परियोजना या परियोजना से संबंधित प्रशिक्षण में भाग लेने की मांग कर सकते हैं। सत्यम कम्पनी की उचित नियम व्यवस्था ने भी कर्मचारियों का मन जीता है , इस से कम्पनी को प्रतिभाशाली व्यक्तियों को प्राप्त करने की सुनिश्चता में विशेष तौर से मदद मिली है। सन्दीप सिंह कम्पनी के एक इंजीनियर हैं, उन्होंने हमें बताया मै सत्यम कम्पनी के प्रति बहुत संतुष्ट हूं, यहां के मेरे कुलिग, मैनेजर बहुत अच्छे हैं , यहां तक कि माहौल भी बहुत बढ़िया है। किसी बात की चिन्ता नहीं है, लोग अपने काम के प्रति भी संतुष्ट हैं। मेरे ख्याल में मेरी अपेक्षाएं सत्यम कम्पनी में पूरी हो सकती हैं, किसी दूसरी जगह जाने की ज़रूरत नहीं है।
भारत के सोफ्टवेयर विकास के दौर में , भारतीय सरकार के संबंधित विभागों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। श्री नायडू बैंगलोर सोफ्टवेयर उद्यान के प्रभारी हैं, उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया कि सरकार द्वारा प्रदत्त नीति व सेवा के अलावा, सोफ्टवेयर उद्यान की सिफारिश में हमने भारी बल दिया है। उन्होंने कहा हमने अपने ब्रांड की सिफारिश के लिए बहुत से अवसर प्रदान किए हैं। हमने दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए अनेक गतिविधियां चलायी हैं। हम यूरोप, अमरीका, जापान तथा एशियाई देशों में भी अपने ब्रांड की सिफारिश के लिए जा चुके हैं। हमने संगोष्ठी और प्रदर्शनी का आयोजन कर भारत के मशहूर ब्रांड को दुनिया से परिचित करवाया है। इस के अलावा, हमने बहुत से आइ टी प्रदर्शनियां भी लगाई हैं।
अभी आप भारत की सोफ्टवेयर राजधानी बैंगलोर पर हमारे संवाददाता द्वारा भेजी एक रिपोर्ट सुन रहे थे।
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