प्रिय मित्रो , जैसा कि आप जानते हैं कि इस साल के शुरू में चीनी पर्यटन विभाग ने नया गांव , नया पर्यटन , नया अनुभव और नयी जीवन-शैली नामक पर्यटन का नया मुद्दा पेश किया । इस नये मुद्दे को ध्यान में रखकर देशी विदेशी पर्यटक ताज़ा-पर्यावरण ,सीधे-सादे दैनिक जीवन , मानवीय व सांस्कृतिक अवशेषों और रमणीक प्राकृतिक दृश्यों से युक्त ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं , विशेषकर अधिकाधिक शहरी-पर्यटक चीन के ऐसे ग्रामीण गांवों का दौरा करना ज्यादा पसंद करते हैं ।
पश्चिम चीन में स्थित शानशी प्रांत पर्यटकों में काफी चर्चित है । वहां के चिन च्यू नामक स्थानीय औपेरा स्थानीय लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है । साथ ही शानशी प्रांत में प्रसिद्ध चिन च्यू स्थानीय औपेरा को छोड़कर पुरानी चीनी वास्तु शैलियों से निर्मित खानदानी निवास-स्थानों ने भी अपनी अलग पहचान बना ली है ।
चीन में शानशी प्रांत जैसे समृद्ध सन्साधनों से संपन्न पर्यटन क्षेत्र बहुत हैं । दक्षिण चीन की यांगत्सी नदी की घाटी में स्थित ई छांग शहर बड़े आकार वाली त्रिघाटी जल परियोजना के निर्माण से इधर सालों में पर्यटन के क्षेत्र में भी बहुत चर्चित हो गया है । गत वर्ष में इस क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करने वाले देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या दस लाख तक पहुँच गयी है ।
जी हां , चीन की अल्पसंख्यक जातियों के अनौखे रीति-रिवाज और अद्भूत प्राकृतिक दृश्य भी ग्रामीण पर्यटन के आकर्षण का केंद्र हैं । लम्बे अर्से से दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश , क्वेचाओ और युन्नान प्रांत इसीलिये पर्यटकों को आकृष्ट करते आये हैं , क्योंकि उक्त क्षेत्रों के ग्रामीण दिलचस्प रीति रिवाजों व अनोखे प्राकृतिक दृश्यों ने अपना विशेष स्थान बना लिया है ।
चीन के ग्रामीण पर्यटन के विकास की चर्चा करते हुए चीनी खांग ह्वी पर्यटन एजेंसी के बाजार विभाग के मेनेजर श्री चाओ चिन लुंग ने कहा कि ग्रामीण पर्यटन मुद्दे में मानवीय , ऐतिहासिक और प्राकृतिक दृश्य शामिल हैं । 2006 में हमारी पर्यटन एजेंसी प्राचीन रूप वाले गांवों और अल्पसंख्यक जातीय रीति रिवाजों से संपन्न युन्नान , क्वेचाओ जैसे पश्चिमी चीन के रमणीक पर्यटन स्थलों का पर्यटन करने की योजना बनाने के साथ-साथ सिंच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश , भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के नये पर्यटन स्थलों का विकास भी करेगी , ताकि और अधिक देशी विदेशी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित किया जा सके ।
ग्रामीण पर्यटन से लोगों को तरह-तरह का नया अनुभव ही नहीं होता , वह एक अहम विश्राम का जरिया भी बनता है । सप्ताहांत में बड़े शहरों के उपनगरों में स्थित ग्रामीण गांवों में जाकर तरोताजा हवा खाने , ग्रामीण किसानों का भोजन चखने या फल बागान में पके फल खाने में बड़ा मजा आता है , अब इसी तरह का पर्यटन चीन के बहुत से शहरवासियों का पसंदीदा विकल्प बन गया है । इतना ही नहीं , आज चीन में कार्यरत विदेशी भी इसी तरह का पर्यटन करने के आदी हो गये हैं ।
हर वर्ष के मई व अक्तूबर में जब सप्ताहांत में अच्छा मौसम हो , तो कुछ पेइचिंगवासी अपनी कार चलाकर पेइचिंग के उपनगरों या पेइचिंग शहर से लगे हपेह प्रांत के रमणीक स्थलों का भ्रमण करने जाते हैं । पर्यटन एजेंसिंयों के आंकड़ों से पता चला है कि हर वर्ष कोई दस लाख से अधिक पेइचिंग वासी ऐसा पर्यटन करने जाते हैं ।
हपेह प्रांत के पर्यटन विभाग के एक अधिकारी श्री त्से ली मिन ने इस का परिचय देते हुए कहा कि हपेह प्रांत का कृषि से जुड़ा पर्यटन कार्य बहुत चर्चित है । क्योंकि हपेह प्रांत के ग्रामीण क्षेत्र में वसंत में विविधतापूर्ण खिले हुए फूल देखे जा सकते हैं , ग्रीष्म में शानदार कृषि फसले लोगों को लुभाती हैं , जबकि शरद में फल बागान में पेड़ों पर लदे पके ताजा-फल तोड़ने में बड़ा मजा आता है । अब ग्रामीण मकान में रहने , ग्रामीण भोजन खाने और खेतीबाड़ी करने में नया ग्रामीण अनुभव होना नये ढंग के पर्यटन का विषय बनता जा रहा है । इसलिये इधर के सालों में हपेह प्रांत का कृषि से जुड़ा पर्यटन कार्य काफी तेजी से विकसित होता गया है और पर्यटन कार्य से प्राप्त आय में भी काफी वृद्धि हो गयी है ।
प्रिय दोस्तो , यदि बाद में आप को चीन का दौरा करने का मौका कभी मिलेगा , तो आप जरूर ही इसी ढ़ंग के पर्यटन मुद्दे में भाग लेंगे , ताकि आप चीन के अनौखे प्राकृतिक दृश्यों का लुत्फ लेने के साथ साथ विविधतापूर्ण चीनी लोकाचार संस्कृतियों को महसूस भी कर सकें ।
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