थाईवानी प्रशासन के नेता श्री छन शुए पियन द्वारा राष्ट्रीय पुनरेकीकरण समिति भंग करने की घोषणा पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने उसकी इस कार्यवाही की कड़ी निंदा की।
फरवरी की 28 तारीख को यूरोपीय-संघ के विदेश व सुरक्षा-नीति के वरिष्ठ प्रतिनिधि श्री जेवियर सोलाना के प्रवक्ता ने कहा कि छन शुए पियन की यह कार्यवाही बहुत खेदजनक है।
फ्रांसीसी विदेश-मंत्रालय ने एक चीन की नीति दोहराते हुए कहा कि छन शुए पियन का यह फैसला थाईवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों को नुक्सान पहुंचाएगा और क्षेत्र की शांति व समृद्धि के लिये लाभदायक नहीं होगा।
साइप्रस के विदेश-मंत्रालय ने वक्तव्य जारी कर थाईवानी प्रशासन से अपने फैसले पर फिर से विचार-विमर्श करने का आग्रह किया। वक्तव्य में दोहराया गया है कि साइप्रस सरकार एक चीन की नीति अपनाती रहेगी।
जापानी विदेश-मंत्रालय के प्रवक्ता ने दोहराया कि थाईवान के मामले पर जापान का रूख नहीं बदलेगा और जापान एक चीन की नीति का पालन करता रहेगा।
सिंगापुर के ल्येनहचाओपाओ अखबार ने मार्च की 1 तारीख को टिप्पणी करते हुए कहा कि छन शुए पियन की इस कार्यवाही का अर्थ थाईवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों की वर्तमान स्थिति बदलने की कोशिश करना है।
फरवरी की 28 तारीख को कोरिया-गणराज्य और जापान के प्रवासी चीनियों ने वक्तव्य जारी कर छन शुए पियन की कड़ी निंदा की।
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