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(GMT+08:00) 2006-02-27 16:11:42    
चीन का परम्परागत वसंत त्यौहार

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चीन की परम्परागत संस्कृति कार्यक्रम में हम आप को चीन के सब से महत्वपूर्ण वसंत त्यौहार के बारे में बताने जा रहे हैं। आप को मालूम ही होगा कि क्रिस्मस पर्व पश्चिम के लोगों के लिए कितना अहम है, तो यहां बता दें कि वसंत त्यौहार चीनियों के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है। चीनी लोग इस त्यौहार की खुशियां बड़े धूमधाम से मनाते हैं। हालांकि युग बदलने के साथ वसंत त्यौहार के रूप में भी बदलाव आया है, पर इस त्यौहार को मनाने के तौर-तरीके अब भी बरकरार हैं और चीनी लोगों के मन में वसंत त्यौहार को विशेष स्थान हासिल है। इस वर्ष चीन का यह परम्परागत त्यौहार 29 जनवरी को पड़ रहा है।

कहा जाता है कि चीन के वसंत त्यौहार का इतिहास चार हजार वर्ष से भी अधिक पुराना है। शुरू में इस का नाम वसंत त्यौहार नहीं था और इसे मनाने की कोई निश्चित तिथि भी नहीं थी। ईसा पूर्व दो हजार साल पहले लोग वृहस्पति की एक परिक्रमा के समय को एक साल मानते थे और वसंत त्यौहार को नया साल कहते थे। पर ईसा पूर्व एक हजार में लोगों ने जिस साल को वसंत त्यौहार की संज्ञा देनी शुरू की, उस साल का अर्थ शानदार फसल से था।

हजारों वर्षों तक चीनियों के बीच जो रीति प्रचलित रही उसमें आम तौर पर चीनी पंचांग के बारहवें माह की 23 तारीख से पहले माह की 15 तारीख तक वसंत त्यौहार की खुशियां मनायी जाती रही हैं। इस तरह करीब तीन हफ्ते का यह आयोजन वसंत त्यौहार की पूर्ववेला यानी पुराने साल के अंतिम दिन की रात और पहले साल की पहले दिन तक धूमधाम से मनाया जाता रहा है। चीन के विभिन्न स्थानों में वसंत त्यौहार की खुशियां मनाने की परम्परा भी अलग-अलग है, पर चीनी पंचांग के अनुसार यह निश्चित है कि साल की अंतिम रात सभी परिजन इकट्ठे होकर भोजन और मनोरंजन करें। दक्षिणी चीन में इस दिन के शानदार भोज में सोयाबीन का पनीर और मछली होना जरूरी माना जाता है, क्योंकि चीनी भाषा में पनीर व मछली के उच्चारण से खुशहाली का अर्थ निकलता है यानी यह कामना कि नव वर्ष में जीवन और खुशहाल हो। उत्तरी चीन के लोग इस रात के विशेष भोज में च्याओ च नामक पकवान खाना जरूरी समझते हैं। इधर के सालों में जीवन स्तर उन्नत होने के चलते बहुत से शहरी घर में ऐसा शानदार भोज तैयार करने के बजाय रेस्त्रां जाने लगे हैं। यों अधिकांश चीनी अपने हाथों से स्वादिष्ट खाना तैयार करना ज्यादा पसंद करते हैं और इस तरह वसंत त्यौहार का मजा लेते हैं। वसंत त्यौहार पर चीनी लोगों के बीच लसदार चावल से विशेष खाद्य बनाने की परम्परा भी रही है। यह जन जीवन स्तर के साल ब साल उन्नत होने और परिवारों के सुखी जीवन बिताने का प्रतीक है।

चीनी लोगों में वसंत त्यौहार की पूर्ववेला यानी बारहवें माह की अंतिम रात जाग कर गपशप करते या मनोरंजक गतिविधियां करते हुए गुजार कर नव वर्ष के स्वागत की परम्परा भी प्रचलित है। पहले नव वर्ष के आगमन पर लोग पटाखे छोड़ते थे और रंग-बिरंगी आतिशबाजी भी करते थे। पर अब जन सुरक्षा और प्रदूषण से बचने के लिए पेइचिंग जैसे बड़े शहरों के शहरी क्षेत्रों में पटाखों व आतिशबाजी पर रोक लगा दी गई है। पर ग्रामीण क्षेत्रों में पटाखों के साथ आतिशबाजी भी छोड़ी जाती है। वसंत त्यौहार के दिन यानी चीनी पंचांग के पहले माह के प्रथम दिन बड़े-छोटे सभी नये कपड़े पहने मेहमानों का सत्कार करते हैं और एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं। वसंत त्यौहार के उपलक्ष्य में पेइचिंग जैसे बड़े शहरों के पार्कों में परम्परागत मेले भी आयोजित किये जाते हैं। ऐसे मेलों में लोकनृत्य, सिंह नृत्य और अन्य प्रकार की रंगा-रंग गतिविधियां लोगों को अपनी ओर खींच ही लेती है।

जन जीवन स्तर की उन्नति के साथ चीनी लोग अब परंपरागत तरीकों से इस त्योहार की खुशियां मनाने के अतिरिक्त स्केटिंग जैसे खेल खेलने जाते हैं और विदेशों का पर्यटन भी करते हैं।

चीन एक बहुजातीय देश है। यहां हान जाति के अलावा और 55 अल्पसंख्यक जातियां भी रहती हैं। हालांकि वे अपनी अलग भाषाएं, लिपियां और रीतियां बनाये रखे हुए हैं, पर उन का अधिकांश वसंत त्यौहार की खुशियां भारी धूमधाम से मनाता है।